आज रविवार के दिन मां गंगा चालीसा का पाठ || श्री गंगा चालीसा || Ganga Chalisa Ka Paath
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गंगा चालीसा पाठ के लाभ। Ganga chalisa paath ke Labh
गंगा माता को पाप विमोचन कहा जाता है । जिस प्रकार गंगाजल पवन और पवित्र माना जाता है उसी प्रकार गंगा माता की चालीसा भी शुद्ध और पावन है ।
मन की शुद्धीकरण और आत्म शुद्धि के लिए गंगा चालीसा को परम श्रेष्ठ माना गया है । गंगा चालीसा के पाठ करने से तीनों तापों दैहिक ,दैविक, और भौतिक ताप का शमन होता है ।
शारीरिक कष्ट सांसारिक कष्ट और भाग्य के कारण होने वाले कष्टों से छुटकारा मिलता है । गंगा चालीसा का पाठ ना केवल तात्कालिक दुखों को कम करने में सहायक है अपितु पुण्य संचय करने, पापों का विनाश करने में भी सहायक है ।
गंगा मैया पितरों के मोक्ष करने में समर्थ है अपनों की आत्मा यदि आपको अतृप्त लगे तो उनके निमित्त गंगा माता चालीसा का पाठ जरूर कीजिये इससे उस आत्मा को निश्चित रूप से शांति मिलेगी ।
यदि कभी आपको लगे जाने अनजाने आपसे कोई पाप हो गया है, किसी का दिल दुखाया है जिससे आपको आत्मग्लानी हो रही है तो प्रायश्चित के लिए गंगा चालीसा का पाठ किया जाना चाहिए जिससे आपको असीम शांति की अनुभूति होगी ।
किसी भी चालीसा को समान्य रूप से पढ़ा जा सकता है, इससे भी लाभ होता है किन्तु संकल्प करके पाठ करने इसका लाभ कई गुना अधिक बढ़ जाता है । इसलिए जिस निमित्त आप पाठ करना चाहते है, उस मनोकामना को समक्ष रख कर संकल्प कीजिए और निश्चित आवर्त 11, 21, 51,108, 1008 आदि संख्या में पाठ करें ।
Chalisa Sangrah
Aarti Sangrah