आरती श्री गंगा माता की – shri ganga ji ki aarti in Hindi

shri ganga ji ki aarti in video – गंगा माता की आरती – Shri Gangaji ki Aarti

Shri Gangaji ki Aarti

यहाँ पढ़ें : एकादशी माता की आरती
यहाँ पढ़ें : आरती अहोई माता की

aarti shri gangaji ki lyrics – श्री गंगाजी की आरती

ॐ जय गंगे माता, मैया जय गंगे माता
जो नर तुमको ध्याता, मनवांछित फल पाता॥

ॐ जय गंगे माता॥

चन्द्र-सी ज्योति तुम्हारी, जल निर्मल आता।
शरण पड़े जो तेरी, सो नर तर जाता॥

ॐ जय गंगे माता॥

पुत्र सगर के तारे, सब जग को ज्ञाता।
कृपा दृष्टि हो तुम्हारी, त्रिभुवन सुख दाता॥

ॐ जय गंगे माता॥

एक बार जो प्राणी,शरण तेरी आता।
यम की त्रास मिटाकर,परमगति पाता॥

ॐ जय गंगे माता॥

आरती मातु तुम्हारी,जो नर नित गाता।
सेवक वही सहज में,मुक्ति को पाता॥

ॐ जय गंगे माता॥

यहाँ पढ़ें : माता वैष्णो देवी की आरती

गंगा माता की आरती PDF Download

गंगा माता की आरती का PDF Download करने के लिए नीचे दिए गए बटन पर क्लिक करें।

यहाँ पढ़ें : तुलसी माता की आरती 

गंगा गाथा | Ganga Mata Ki Katha | Khatha Ganga Avtaran | Full Story Of Ma Ganga

Shri Gangaji ki Aarti, katha

गंगा गाथा | Ganga Mata Ki Katha PDF Download

गंगा गाथा | Ganga Mata Ki Katha PDF Download करने के लिए नीचे दिए गए बटन पर क्लिक करें।

यहाँ पढ़ें : आरती श्री दुर्गाजी

गंगा नदी को भारतीय लोग माँ एवं देवी के रूप मे मानते हैं। भारतीयों द्वारा देवी स्वरूप इस नदी की पूजा की जाती है। क्योंकि ऐसा माना जाता है कि गंगा नदी मे स्नान करने से सारे पास धुल जाते हैं। तथा जीवन मरण के चक्र से मुक्ति मिल जाती है। तीर्थ यात्री गंगा के जल मे अपने परिजनों की अस्थियों का विसर्जन करने के लिए लंबी दूरी की यात्रा तय करके आते हैं।

यहाँ पढ़ें : माँ बगलामुखी आरती

गंगा का पृथ्वी पर अवतरण

Shri Gangaji ki Aarti
Shri Gangaji ki Aarti

ऐसा कहा जाता है कि एक राजा था उसको जादुई रूप से 60 हजार पुत्रों की प्राप्ती हो गई। एक दिन राजा सगर ने अपने साम्राज्य की समृद्धी के लिए एक अनुष्ठान करवाया था। एक अश्व उस अनुष्ठान का एक अभिन्न हिस्सा था जिसे इंद्र ने ईर्ष्यावश चुरा लिया था।

राजा ने उस अश्व को ढूंढने के लिए अपने सभी पुत्रों को पृथ्वी के चारों तरफ भेज दिया। तभी उन्हे वह पाताल लोक मे ध्यान मग्न कपिल श्रषि के पास मिला। उन्होने ऐसा सोचा की इसे कपिल श्रषि ने ही चुराया है वे मुनि का अपमान करने लगे। श्रषि ने कई वर्षों मे अपने नेत्र पहली बार खोले और राजा के बेटों को देखा, उनकी इस दृष्टि से वे सभी पुत्र जलकर भस्म हो गए।

क्योंकि उनका अंतिम संस्कार नही हुआ था इसलिए सभी की आत्माएं प्रेत बनकर विचरने लगी। तभी दिलीप के पुत्र और राजा के एक वंशज भगीरथ ने इस दुर्भाग्य के बारे मे सुना। उन्होने प्रतिज्ञा ली कि वो गंगा को पृथ्वी पर लाएंगे ताकि राजा के पुत्रों के पाप धुल सकें और उन्हे मोक्ष प्राप्त हो सके।

गंगा को पृथ्वी पर लाने के लिए भगीरथ ने ब्रह्मा जी की तपस्या की। तब ब्रह्मा जी के आदेश से गंगा जी पृथ्वी पर आने के लिए मान गई। गंगा को यह अपमान जनक लगा और उन्होने तय किया कि वो पूरे वेग से पृथ्वी पर गिरेंगी और बहा ले जाएंगी। फिर भगीरथ ने शिव जी से प्रार्थना कि वे गंगा के वेग को कम कर दें।

शिवजी ने उन्हे अपनी जटाओं मे बांध लिया, और उनकी धाराओं को ही बहने दिया शिवजी जी के स्पर्श से गंगा और अधिक पवित्र हो गई।

गंगा एक मात्र ऐसी नदी है जो तीनो लोकों मे बहती है स्वर्ग, पृथ्वी तथा पाताल। इसलिए गंगा को तीनो लोकों मे बहने वाली कहा जाता है।

Aarti

माता की आरतीदेवताओं की आरती
Vindhyeshwari Mata Ki Aartibanke bihari aarti 
Sheetla Mata Ki AartiGiriraj ki aarti
Sharda Mata Ki Aarti Balaji aarti
Shakambhari Mata Ki AartiBatuk Bhairav aarti 
Saraswati Mata Ki AartiBhairav aarti
Santoshi Mata Ki Aartibrahma aarti
Radha Mata Ki AartiChitragupta Aarti
Parvati Mata Ki AartiGopal Aarti
Narmada Mata Ki AartiJagdish Aarti lyrics
Mahakali Mata Ki AartiKuber Aarti 
Lalita Mata Ki AartiNarsingh Aarti 
Laxmi Mata Ki AartiParshuram Aarti
Gayatri Mata Ki AartiPurushottam Aarti
Gau Mata Ki AartiAarti Shri Raghuvar Ji Ki 
Ganga Mata Ki AartiShri Satyanarayana Aarti 
Ekadashi Mata Ki AartiShanidev ki aarti
Vaishno Devi Ki AartiShivji ki aarti 
Tulsi Mata Ki AartiSurya Aarti 
Durga Mata Ki Aartivishwakarma ji ki aarti
Baglamukhi Mata Ki AartiShiv Shankar aarti
Annapurna Ji Mata Ki AartiNarsingh Kunwar aarti 
Ambe Mata Ki AartiRamdev aarti 
Ahoi Mata Ki Aartihanuman ji ki aarti
aarti kunj bihari ki
ramchandra ji ki aarti 
Govardhan maharaj ji ki aarti 
Ramayan ji ki aarti 
Aarti Sangrah

Reference-
10 November 2020, Shri Gangaji ki Aarti, wikipedia

मेरा नाम सविता मित्तल है। मैं एक लेखक (content writer) हूँ। मेैं हिंदी और अंग्रेजी भाषा मे लिखने के साथ-साथ एक एसईओ (SEO) के पद पर भी काम करती हूँ। मैंने अभी तक कई विषयों पर आर्टिकल लिखे हैं जैसे- स्किन केयर, हेयर केयर, योगा । मुझे लिखना बहुत पसंद हैं।

Leave a Comment