दुर्गा चालीसा के क्या लाभ होते है क्या होता है रोज़ पाठ करने से #durga chalisa
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दुर्गा चालीसा पाठ के लाभ। Durga chalisa paath ke Labh
मॉं दुर्गा आदिशक्ति के नौ रूप में से एक है जो सौम्य रूप में हमारे मानस पटल पर विराजित हैं । मॉं की ममत्व का जो महत्व हो वही महत्व मॉं दुर्गे की कृपा प्राप्त करने का है ।
मॉं दुर्गा चालीसा दो प्रकार से किया जाता है एक दैनिक पूजा कर्म में और दूसरा विशेष अवसरों पर । दोनों ही प्रकार के पाठ करने के अपने अलग-अलग लाभ हैं ।
मॉं दुर्गा को सृष्टि में ऊर्जा निधि के रूप में माना जाता है इसलिए सकारात्मक ऊर्जा संचित करने के लिए अपने आप को हमेशा पाजिटिव रखने के लिए मॉं दुर्गा चाालीसा का नित्य पाठ करना चाहिए ।
मॉं दुर्गा के चालीसा पाठ से शरीर के अंदर एक नई ताजगी, स्फूर्ति का एहसास होता है ।
आंतिरक सद्गुणों में वृद्धि होती है। इस कारण इसके पाठ से लौकिक मतलब भौतिक और पारलौकिक मतलब अध्यात्मिक दोनों प्रकार से लाभ होते हैं ।
अपने जीवन में सुख-शांति की चाहत किसे नहीं होती किन्तु लोग ये मानने लगते हैं सुख-शांति धन का दास है मतलब धनवान लोगों को ही सुख शांति मिलती है जबकि ऐसा नहीं है । सुख-शांति की असली स्वामिनी तो आदिशक्ति मॉं दुर्गा है, इसलिए यदि सुख-शांति चाहिए तो मॉं दुर्गा के शरणागत होकर दुर्गा चालीसा का पाठ करना चाहिए ।
विशेष मनोकामना की पूर्ति के लिए विशेष अवसरों पर दुर्गा चालीसा का पाठ किया जाता है । वर्ष में चार नवरात्रि पर्व होते हैं दो गुप्त और दो प्रकट इन नवरात्रियों में या अन्य शुभ अवसरों पर मनोकामना विशेष के लिए पाठ किया जाना चाहिए ।
यदि किसी प्रकार के परीक्षा में सफल होना हो, अपने व्यवसाय में सफल होना हो, अपनी मॉं के स्वास्थ्य की चिंता हो या पुत्र के स्वास्थ्य की चिंता हो तो दुर्गा चालीसा का संकल्प सहित निश्चित संख्या में पाठ करना उत्तम होता है ।