साधु और चूहा | Monk and mouse | Panchtantra Story 2021
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sadhu aur chuha Panchtantra ki kahani in Hindi
मंदिर के पास एक झोपड़ी में एक साधु रहता था। एक दिन एक चूहा वहां घुस गया। उसने साधु से भोजन चुराना शुरू कर दीया। साधु ने खाना छिपाकर रखने की कोशिश की पर चूहा फिर भी खाना ढूंढ लेता था। एक दिन एक विद्वान पंडित साधु से मिलने आया।
साधु ने एक डंडी पकड़ी हुई थी। ताकि वह चूहे को मार सके। बातचीत के दौरान पंडित ने देखा कि साधु का ध्यान उसकी बातों में नहीं है। वह गुस्से में बोला, “लगता है मुझसे बातचीत करने में तुम्हारी कोई रुचि नहीं है। तुम किसी अन्य ख्याल में व्यस्त लगते हो। मुझे यहां से चले जाना चाहिए।”
साधु ने पंडित से माफी मांगी और उन्हें चूहे के बारे मैं बताया और बोले, “देखो उस चूहे को! मैं भोजन की मटकी कितनी भी ऊपर लटकऊ, वह हमेशा उस तक पहुंच जाता है। यह मुझे हफ्तों से परेशान कर रहा है।”
पंडित को साधु की परेशानी समझ आ गई। उसने साधु से कहा, “चूहा इतना ऊंचा इसलिए कूद सकता है क्योंकि वह बहुत ताकतवर और आत्मविश्वासी है। जरूर उसने कहीं भोजन इकट्ठा करके रखा होगा। हमें वह जगह ढूंढनी होगी।”
दोनों ने मिलकर चूहे का पीछा किया और उसके बिल का पता लगा लिया। उन्होंने वहां खोदकर सारा खाना हटा दिया।
खाना ना होने के कारण चूहा कमजोर हो गया। उसने और खाना इकट्ठा करने की कोशिश की पर उसे कुछ नहीं मिला।
धीरे-धीरे उसका आत्मविश्वास भी कम होने लगा। उसने फिर साधु की झोपड़ी में घुसकर मटके से खाना चुराने की कोशिश की पर इस बार वह ऊपर तक छलांग नहीं लगा पाया और साधु ने उसे बांस के डंडे से मारा। घायल चूहा अपनी जान बचाकर वहां से भाग गया और फिर कभी नहीं लौटा।
नैतिक शिक्षा :– शत्रु को परास्त करने के लिए उसकी ताकत को कम करो।
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