भेड़िया और सारस | Wolf And The Crane In Hindi | Panchantantra Kahaniya | Hindi Kahaniya
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bhediya aur saras Panchtantra ki kahani in Hindi
एक भेड़िया गले में हड्डी फंसने के कारण बहुत परेशान था। मदद के लिए अपने दोस्तों के पास गया मगर कोई भी उसकी समस्या सुलझा नहीं पाया।
अंत में वह सारस के पास गया और उसने सारस को अपनी समस्या बताई और उससे मदद मांगी। भेड़िए ने सारस को इनाम देने का वादा किया। सारस भेड़िए की मदद करने के लिए तैयार हो गया।
सारस ने अपनी लंबी चोच भेड़िए के मुंह में डाली और उसके गले में फंसी हुई हड्डी को निकाल दिया।
जब सारस ने अपना इनाम मांगा तो भेड़िया बोला, “तुमने एक भेड़िए के मुंह में अपना सर डाला। फिर भी तुम सुरक्षित हो। इससे बड़ा ईनाम और क्या हो सकता है।
नैतिक शिक्षा :– धूर्त लोगों से आभार की उम्मीद नहीं रखनी चाहिए।
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