बचपन में इन्हीं पंक्तियों के साथ हाथ में बल्ला लिए एक शख्स की तस्वीर देखी थी। जाहिर है उस तस्वीर को देखते ही हर बच्चे की तरह मेरे अंदर भी कूतूहल ने जन्म लेना शुरु कर दिया। लिहाजा मन में उठे उन सभी सवालों का जवाब ढूढ़ने की कोशिशें तेज हो गयी। लेकिन सवाल जितना मुश्किल था, उसका जवाब उतना ही सरल और दिलचस्प था। एक पल के लिए लगा कि मेरे अलावा लगभग सभी उस तस्वीर को बखूबी पहचानते हैं।
वो खेल खेलने से क्या फायदा,
जिसमें जीतना फिक्स हो,
अरे, जीतने का मजा तो तब है
जब हारने का रिस्क हो…
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दरअसल वो तस्वीर क्रिकेट के भगवान कहे जाने वाले सचिन तेंदुलकर की थी। पूरी खबर पढ़ने के बाद पता चला कि उस दिन सचिन ने शतक जड़ा था। जिसके कारण उनकी वो तस्वीर अखबार में छपी थी।
अब सचिन की शख्सियत काफी साफ हो चुकी थी, लेकिन क्रिकेट खेल को लेकर अभी भी कई सवाल मन में गोते लगा रहे थे। जैसे कि – यह खेल कैसे खेला जाता है?, क्रिकेट में कुल कितने खिलाड़ी होते हैं?, कौन-कौन क्रिकेट खेलता है?, क्रिकेट कहां खेला जाता है?, कितनी टीमें क्रिकेट खेलती हैं?, क्रिकेट का आरंभ कब और कहां से हुआ?, भारत में और कितने क्रिकेटर हैं? इत्यादि…
अमूमन क्रिकेट को लेकर ये सभी सवाल हर बच्चे के जहन में आते हैं। हॉकी हमारा राष्ट्रीय खेल जरुर है, लेकिन क्रिकेट की लोकप्रियता भारत में सर्वाधिक है। क्रिकेट और भारत के संदर्भ में कहा जाता है कि क्रिकेट भारतीयों के खून में हैं। इसका अंदाजा इस बात से ही लगाया जा सकता है कि प्रधानमंत्री के विदेश दौरे से ज्यादा भारत-पाकिस्तान का मैच देश की हर गली में सूर्खियां बटोरता है। यही नहीं विश्व कप में भारत की जीत का जश्न दिवाली की रात का अनुभव कराने लगता है।
क्रिकेट के नियम – rules of cricket

क्रिकेट के खेल को अगर बारीकि से समझा जाए तो यह खासा दिलचस्प साबित हो सकता है। इस खेल में मुख्य रुप से दो टीमें आमने-सामने खेलती हैं। प्रत्येक टीम में ग्यारह खिलाड़ी होते हैं। एक टीम पहले बल्लेबाजी कर लक्ष्य निर्धारित करती है, तो दूसरी टीम गेंदबाजी करती है। बल्लेबाजी कर रहा खिलाड़ी पीछे लगे स्टम्प पर गेंद लगने से या फिर गेंदबाज टीम के खिलाड़ियों द्वारा कैच पकड़ने से आउट माना जाता है।
वहीं अगर क्रिकेट के मैदान की बात करें तो यह गोले के आकार में होता है और मैदान के बीचों-बीच 22 बल्लों की पिच होती है, जहां स्टम्प, बल्लेबाज और गेंदबाज होते हैं। स्टम्प के ठीक पीछे गेंदबाज टीम से एक खिलाड़ी विकेट कीपर के रुप में तैनात रहता है। साथ ही अंपायर भी मैदान में उपस्थित होता है, जिसका फैसला आखिरी होता है।
वहीं हर देश की टीम के लिए अलग रंग की जर्सी निर्धारित होती है,जिसपर पीछे खिलाड़ी का नाम और नम्बर अंकित होता है। जर्सी की सहायता से खिलाड़ी न सिर्फ मैदान में अपने देश का प्रतिनिधित्व करते हैं बल्कि इससे मैदान में टीम के खिलाड़ियों की पहचान भी आसानी से की जा सकती है। भारतीय टीम की जर्सी का रंग नीला है।
क्रिकेट के प्रकार
इसके अलावा क्रिकेट का खेल कई तरह से खेला जाता है और इन्हें अलग-अलग नामों से जाना जाता है। इस कड़ी में पहला नाम टेस्ट मैच का है। टेस्ट मैच अमूमन कई दिनों तक चलता है। इस मैच में ओवर महत्व नहीं रखता है। यहां खिलाड़ियों के ऑल ऑउट होने पर ही खेल समाप्त माना जाता है। इस बीच सबसे अधिक रन बनाने वाली टीम को विजयी घोषित किया जाता है।
दूसरा मैच टी-20 होता है। जैसा कि नाम से पता चल रहा है, टी-20 मैच महज 20 ओवरों का होता है। इस बीच सबसे कम विकेट दिए बिना सर्वाधिक रन बटोरने वाली टीम विजोता बनती है।
तीसरा मौच 50-50 होता है। यह मैच भी टी-20 की ही तरह होता है, जिसमें 20 की जगह 50 ओवर खेले जाते है। वहीं विश्व कप को क्रिकेट की दुनिया का महामुकाबला कहा जाता है। यह मुकाबला पांच साल में एक बार ही होता है।
ऐसे में जाहिर है सभी देशों की क्रिकेट टीमों के बीच इस मुकाबले को जीतने की होड़ मची रहती है। भारत की बात करें तो, हमारा देश अब तक दो बार विश्व कप की ट्राफी अपने नाम कर चुका है। पहली बार 1983 में कपिल देव की कप्तानी में और दूसरी बार 2011 में कैप्टन कूल महेन्द्र सिंह धोनी के नेतृत्व में भारतीय टीम ने जीत का परचम लहरा कर विश्व कप हासिल किया था।
वर्तमान में इंडियन प्रीमियर लीग (Indian premiere league) भी क्रिकेट की दुनिया में जमकर सूर्खियां बटोर रही हैं। ipl सिर्फ भारत में ही खेला जाता है। इस लीग में सभी देशों के क्रिकेट खिलाड़ी हिस्सा लेते हैं। वहीं कई दिग्गज हस्ती ipl टीमों की फ्रेंचाइजी खरीदते हैं। इस फेहरिस्त में चेन्नई सुपरकिंग्स, रॉयल चैलेंजर्स बैंगलौर, कोलकाता नाइट राइडर्स, राजस्थान रॉयल्स, मुंबई इंडियन्स का नाम IPL की सबसे मंहगी टीमों में गिना जाता है। IPL साल में सिर्फ एक बार आयोजित किया जाता है।
क्रिकेट की शुरुआत – origin of cricket
आपको यह जान कर हैरानी होगी कि भारत के सबसे लोकप्रिय खेल का आरंभ देश में न होकर वास्तव में विदेशी सरजमीं पर हुआ है। दरअसल क्रिकेट 16वीं शताब्दी के मध्य में दक्षिण पूर्वी इंग्लैंड में शुरु हुआ था और मध्यकाल में ही ब्रिटिश शासन के विस्तार के साथ यह खेल ब्रतानियों के साथ सरहद पार कर दुनिया के अलग-अलग देशों में पहुंचा गया।
साल 2001 में आई आमिर खान स्टारर फिल्म लगान इसी का एक उदाहरण है, जिसमें बखूबी दर्शाया गया है कि कैसे ब्रिटिश अधिकारियों द्वारा खेले जाने वाले क्रिकेट खेल से भारतीय पूरी तरह से अंजान थे।
क्रिकेट का पहला अंतर्राष्ट्रीय मैच 19वीं शताब्दी के अंत में खेला गया था। इसी दौरान क्रिकेट को नियमबद्ध करने के लिए अतंर्राष्ट्रीय क्रिकेट काउंसिल अस्तित्व में आया, जिसमें कुल 100 सदस्य शामिल थे। वर्तमान में क्रिकेट मुख्य रुप से भारत में प्रसिद्ध होने के साथ-साथ ऑस्ट्रेलिया, यूनाइटेड किंगडम, दक्षिण अफ्रीका और वेस्ट इंडीज में भी मशहूर है।
अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट काउंसिल – International Cricket Council (ICC)
ICC क्रिकेट का प्रबंधक निकाय है, जिसका मुख्यालय दुबई में स्थित है। इसका निर्माण 1909 में इंग्लैंड, ऑस्ट्रेलिया और दक्षिण अफ्रीका ने इम्पीरियल क्रिकेट कॉन्फ्रेन्स के रुप में किया था और 1989 में इसका नाम बदलकर अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट काउंसिल कर दिया गया। वर्तमान में कुल 105 देश icc के सदस्य हैं, जिनमें से 12 सदस्यों ने पूर्ण सदस्यता ग्रहण कर रखी है और यही देश टेस्ट मैच खेल सकते हैं।
ICC कई अंतर्राष्ट्रीय टूर्नामेंट, पुरुष और महिला विश्व कप के अलावा टी-20 मैच भी आयोजित कराता है। अफ्गानिस्तान, ऑस्ट्रेलिया, बांग्लादेश, इंग्लैंड, भारत, आयरलैंड, न्यूजीलैंड, पाकिस्तान, दक्षिण अफ्रीका, श्री लंका, वेस्ट इंडीज और जिम्बाम्बे का नाम मुख्य क्रिकेट टीमों की फेहरिस्त में शुमार है।
महिला क्रिकेट – women’s cricket
पुरुषों की टीम से शुरु हुए क्रिकेट में समय के साथ काफी बदलाव आए हैं। अब क्रिकेट पुरुषों तक सीमित न रह कर महिलाओं को भी शामिल कर रहा है। भारत सहित दुनिया के कई देशों ने महिला क्रिकेट को भी तवज्जो देनी शुरु कर दी है।
दुनिया का पहला महिला क्रिकेट 1745 में खेला गया था। हालांकि महिलाओं का विकास मुख्य रुप से 20वीं शताब्दी में शुरु हुआ, जब दिसम्बर 1934 को ऑस्टेलिया और इंग्लैंड की महिला क्रिकेट टीम का मुकाबला कराया गया। इसी कड़ी में 2005 में अंतर्राष्ट्रीय महिला क्रिकेट काउंसिल को ICC का हिस्सा बना दिया गया। 1 अक्टूबर 2015 को ICC ने तीनों प्रकार के महिला क्रिकेट के लिए रैंकिग करने का आगाज किया।
Essay on My Favourite Game Cricket in Hindi | निबंध- मेरा प्रिय खेल क्रिकेट |Mera priya khel cricket – Video
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