गणतंत्र दिवस पर भाषण | Republic Day speech in hindi | 26 january bhashan in hindi

भूमिका – 26 जनवरी को भारत में गणतंत्र दिवस मनाया जाता है जो कि एक राष्ट्रीय पर्व है। गणतंत्र दिवस का यह दिन किसी विशेष धर्म, जाति, लिंग, संप्रदाय से ना जुड़कर राष्ट्रीयता से जुड़ा हुआ है। यही वजह है कि देश के सभी लोग मिल जुलकर इस राष्ट्रीय पर्व को मनाते हैं। 26 जनवरी के दिन ही भारत का संविधान लागू हुआ था। इसी दिन हमारा देश पूर्ण स्वायत्त गणराज्य घोषित किया गया था।

संविधान क्या है?

संविधान एक ऐसा लिखित दस्तावेज है जिसमें देश के लिए बुनियादी कानूनों और सिद्धांतों का सेट प्रस्तुत किया जाता है। इन्हीं कानूनों के जरिए किसी भी देश में कार्य करने के तरीकों के बारे में पता चलता है। भारत का संविधान, सबसे बड़ा लिखित संविधान है। इसे प्रेम बिहारी नारायण रायजादा ने अपने हाथों से लिखा गया है। भारत के संविधान में 448 अनुच्छेदों को सम्मिलित किया गया है। हमारे संविधान को तैयार करने का श्रेय डॉ बी आर आंबेडकर को जाता है।

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गणतंत्र दिवस का इतिहास

गणतंत्र दिवस का पर्व संविधान पर आधारित है। पहले 26 जनवरी को स्वतंत्रता दिवस के रूप में मनाया जाता था। लेकिन आगे जाकर 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस के रूप मनाए जाने की स्वीकृति दी गई। इसके बाद भारत के संविधान को बनाने की तैयारी शुरू हो गई।

9 दिसंबर 1947 को संविधान सभा की घोषणा के बाद से ही संविधान के निर्माण की प्रक्रिया का आगाज हो चुका था। इसके लिए संविधान सभा का भी गठन किया गया। इस संविधान सभा में भारत के विभिन्न राज्यों से निर्वाचित सदस्यों को लिया गया। संविधान सभा में डॉ. भीमराव आंबेडकर, राजेंद्र प्रसाद, मौलाना अबुल कलाम आजाद, जवाहरलाल नेहरू प्रमुख थे।

Republic Day speech in hindi
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संविधान के निर्माण में 22 समितियां जुड़ी हुई थी। हालांकि इनमें सबसे महत्वपूर्ण समिति, प्रारूप समिति या ड्राफ्टिंग कमेटी थी जिसका काम था संविधान को लिखना या इसका निर्माण करना। इस समिति के अध्यक्ष डॉ भीमराव आंबेडकर थे।

संविधान को बनाने में 2 साल 11 महीने 18 दिन का समय लगा। यह संविधान 26 नवंबर 1949 को डॉ भीमराव अंबेडकर को दिया किया गया। तब से लेकर अब तक 26 नवंबर को ‘संविधान दिवस’ के रूप में मनाया जाता है। जब संविधान बनकर तैयार हो गया, तब संविधान की लिखित कॉपियों में संविधान सभा के 284 सदस्यों ने हस्ताक्षर किया और आगे जाकर 26 जनवरी को संविधान देशभर में लागू कर दिया गया। गणतंत्र दिवस को मनाने की घोषणा भारत के पहले राष्ट्रपति डॉ राजेंद्र प्रसाद द्वारा की गई थी।

गणतंत्र दिवस का आयोजन

26 जनवरी को हर साल देश में गणतंत्र दिवस के रूप में मनाया जाता है। इस दिन भारत के प्रधानमंत्री इंडिया गेट पर जाकर शहीद ज्योति का अभिनंदन करते हैं। साथ ही सैनिकों की याद में 2 मिनट का मौन व्रत भी रखा जाता है। इस दिन दिल्ली के विजय चौक से लेकर लालकिले तक, काफी भव्य परेड आयोजित की जाती है। इस परेड में तीनों सेनाओं के प्रमुख राष्ट्रपति को सलामी देते हैं। परेड में भारतीय सेना द्वारा उपयोग किए जाने वाले हथियारों और प्रक्षेपास्त्रों को प्रदर्शित किया जाता है। इस परेड में शामिल होने के लिए विभिन्न विद्यालयों से राष्ट्रीय कैडेट कोर के बच्चों को बुलाया जाता है।

इसके साथ ही और इस परेड को देखने के लिए देश और विदेश के गणमान्य जनों और अतिथि के रूप में बुलाया जाता है। इस परेड में भारत के विभिन्न राज्यों की प्रदर्शनी भी शामिल की जाती है जिसमें किसी भी राज्य के लोगों की विशेषताएं, वहां के लोकगीत, कला, संस्कृति के बारे में बताया जाता है।

गणतंत्र दिवस के मौके पर सरकारी और शिक्षण संस्थानों में विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया जाता है। इस दौरान स्कूलों में ध्वजारोहण जैसे कई कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। स्कूलों में सांस्कृतिक कार्यक्रम और प्रतियोगिताओं को आयोजित किया जाता है जिनमें देशभक्ति गीत, गाना, भाषण, चित्रकला जैसे कई प्रतियोगिताएं शामिल होती हैं।

इन सभी प्रतियोगिताओं का उद्देश्य बच्चों को स्वतंत्र सेनानियों के बारे में बताना और इस महत्वपूर्ण दिन के बारे में जानकारी देना होता है।

Republic Day speech in hindi
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गणतंत्र दिवस समारोह की समाप्ति

जिस तरह से गणतंत्र दिवस को काफी धूमधाम से शुरू किया जाता है, उसी तरह से इसकी समाप्ति का तरीका भी अनूठा होता है। गणतंत्र दिवस समारोह के समापन को ‘बीटिंग रिट्रीट’ के नाम से जाना जाता है। इसे 26 जनवरी से 3 दिन बाद यानी कि 29 जनवरी को आयोजित किया जाता है।

गणतंत्र दिवस समारोह के समापन के दौरान तीन सेनाएं सम्मिलित होती हैं। यह तीनों सेनाएं मिलकर सामूहिक बैंड वादन शुरू करते हैं जिसमें यह एक लोकप्रिय मार्चिंग बजाते हैं।

इसके बाद बैंड मास्टर राष्ट्रपति के करीब जाकर उनसे बैंड को वापस ले जाने की अनुमति मांगते हैं। जैसे ही बैंड वापस चला जाता है, वैसे ही सारे जहां से अच्छा गीत को बजाया जाता है। इसके बाद शाम को रिट्रीट की धुन को बजाया जाता है और इस तरह औपचारिक रूप से गणतंत्र दिवस समारोह की समाप्ति की जाती है। इसे राष्ट्रपति भवन के करीब मनाया जाता है इसीलिए समारोह में मुख्य अतिथि भी राष्ट्रपति ही होते हैं। भारत की तीनों सेनाओं के प्रमुख राष्ट्रपति को सलामी देते हैं।

गणतंत्र दिवस का महत्व

गणतंत्र दिवस हमें भारतीय स्वतंत्रता सेनानियों के बलिदान को याद दिलाने का दिन है। इसके साथ ही हमें बताता है कि भारत को एक स्वतंत्र गणराज्य बनने में कितनी मेहनत और मशक्कत करनी पड़ी है। गणतंत्र दिवस का सबसे बड़ा महत्व यह है कि इस दिन पूरी दुनिया से किसी एक विशेष अतिथि को बुलाया जाता है जो कि इस समारोह की शुरुआत से लेकर अब तक का हिस्सा बना रहता है। ज्यादातर समारोह में विभिन्न देशों के प्रमुख राष्ट्रपतियों को ही निमंत्रण भेजा जाता है।


Republic Day speech in Hindi – FAQ

26 जनवरी को गणतंत्र दिवस क्यों मनाते हैं?

26 जनवरी को गणतंत्र दिवस मनाते हैं क्योंकि 1930 में इसी दिन भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस (आई० एन० सी०) ने भारत को पूर्ण स्वराज घोषित किया था। गणतंत्र दिवस मनाने का मुख्य उद्देश्य यह है कि 26 जनवरी 1950 को पूरे 2 साल 11 महीने और 18 दिन लगा कर बनाया गया संविधान लागू किया गया था और हमारे देश भारत को पूर्ण गणतंत्र घोषित किया गया।

गणतंत्र दिवस पर निबंध कैसे लिखें?

हर साल 26 जनवरी को भारत अपना गणतंत्र दिवस मनाता है क्योंकि इसी दिन भारत का संविधान लागू हुआ था। इसे हम सभी राष्ट्रीय पर्व के रुप में मनाते है और इस दिन को राष्ट्रीय अवकाश घोषित किया गया है।

26 जनवरी 2022 कौन सा गणतंत्र दिवस है?

26 जनवरी 2022 को भारत अपना 73वां गणतंत्र दिवस मनाएगा।

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Republic Day speech in hindi

निष्कर्ष– इस तरह से हम कह सकते हैं कि गणतंत्र दिवस भारतीय इतिहास का काफी महत्वपूर्ण दिन है। इस दिन को सभी लोगों के साथ खुशी और हर्षोल्लास के साथ मनाना चाहिए। क्योंकि इसी दिन हमारा देश एक स्वतंत्र गणराज्य बन सका था। हर साल गणतंत्र दिवस का यह पर्व खुशी के साथ मनाना चाहिये।

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reference
Republic Day speech in hindi, wikipedia

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