बर्फ से ढकी चोटियां, मनमोहक वातावरण, शांत और सुकून भरी आबोहवा और एक गहरा सन्नाटा। अगर आप एक ऐसे व्यक्ति है जो प्रकृति की गोद में खो जाना चाहता है तो उत्तराखंड (Uttarakhand) कुछ ऐसी जगहों की प्रस्तुति देता है, जिसे आप बिल्कुल भी माना नहीं कर सकते। उत्तराखंड ही वह स्थान है जहां चारों धाम स्थित है। इस राज्य को देवभूमि के नाम से भी जाना जाता है।
बात चाहे धार्मिक स्थानों की हो या शांत वातावरण की या फिर एडवेंचर स्पोर्ट्स की, उत्तराखंड सभी चीज़ों पर बिल्कुल खरा उतरता है और साल भर पर्यटकों से खचाखच भरा रहता है। कुल मिलाकर यह की अगर आप अपनी रोज़ की ज़िंदगी से कुछ दिनों की छुट्टी लेकर खुद को आराम और ताजगी देना चाहते हैं तो निम्नलिखित जगहों में से एक को अपने गंतव्य स्थान के रूप में चुन सकते हैं। तो चलिए बिना किसी विलंब के, जानते है उत्तराखंड में घूमने वाली जगहें।
1. देहरादून
उत्तराखंड की राजधानी देहरादून, हिमालय की तलहटी में स्थित एक प्यारा सा हिल स्टेशन है। देहरादून की भौगोलिक स्थिति हिमालय पर्वतमाला होने के साथ-साथ शहर के दोनों ओर गंगा और यमुना नदी का होना इसकी खूबसूरती को बढ़ाता है। प्राकृतिक सुंदरता के अलावा, यह स्थान कुछ प्राचीन निर्माणों के शानदार वास्तुकला के लिए भी प्रसिद्ध है। उत्तराखंड की राजधानी पूरे साल खुशनुमा जलवायु से परिपूर्ण रहती है, जो इसे यादगार यात्रा के लिए एक आदर्श स्थान बनाती है। यहां साल के किसी भी समय जाया जा सकता है।
कैसे पहुंचें:
हवाई मार्ग द्वारा – जॉली ग्रांट हवाई अड्डा देहरादून का मुख्य हवाई अड्डा है जो प्रमुख शहरों को जोड़ता है।
ट्रेन द्वारा – देहरादून रेलवे स्टेशन मुख्य शहर के करीब स्थित है।
सड़क मार्ग द्वारा – विभिन्न डीलक्स और वोल्वो बसें देहरादून को शिमला, नई दिल्ली, ऋषिकेश और हरिद्वार जैसे विभिन्न शहरों से जोड़ती हैं। राजकीय परिवहन निगम की सरकारी बसें भी लगातार अंतराल पर चलती हैं।
2- लांडौर
हलचल से भरे हिल स्टेशन मसूरी से कुछ ही किलोमीटर की दूरी पर, लांडौर नाम का एक शानदार स्थल स्थित है। आपने वास्तव में इसके बारे में बहुत ही कम सुना होगा, हालांकि यह उत्तराखंड में देखने के लिए सबसे शांत स्थानों में से एक है। आप या तो लांडौर में एक विरासत संपत्ति (हेरिटेज होटल) या प्राइवेट रिजॉर्ट पर रहने या मसूरी से एक दिन की यात्रा कर सकते हैं।
यह उन स्थानों में से है, जिसका व्यवसायीकरण नहीं किया गया है और यह एक ऐसी जगह है, जहां व्यक्ति शांति में रह सकता है। लुभावने दृश्यों और आंखों को आकर्षित करने वाले परिदृश्यों और शांत वातावरण, लांडौर आपको एक पूर्ण अनुभव प्रदान लिए तत्पर रहता है।
कैसे पहुंचें:
देहरादून से लांडौर करीब 37 किमी दूर है, जबकि मसूरी से काफी करीब है। मॉल रोड से कैब द्वारा आसानी से पहुंचा जा सकता है।
हवाई मार्ग द्वारा – यह स्थान जॉली ग्रांट हवाई अड्डा लगभग 61 किमी की दूरी पर है।
ट्रेन द्वारा – देहरादून रेलवे स्टेशन 36 किमी की दूरी पर स्थित है।
सड़क मार्ग द्वारा – लांडौर सड़क मार्ग द्वारा देश के सभी स्थानों से भली भांति जुड़ा हुआ है।
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3- ऋषिकेश
ऋषिकेश शांति और आध्यात्मिकता का मिश्रण है। यह स्थान अद्भुत पहाड़ियों के साथ-साथ कई साहसिक गतिविधियों (एडवेंचर) जैसे ट्रेकिंग, राफ्टिंग और कैंपिंग के लिए मशहूर है और प्रकृति प्रेमियों को लुभाती है। तीर्थ स्थल होने के साथ-साथ इस जगह की शांति तीर्थयात्रियों की आत्मा को छूती है। ऋषिकेश को दुनिया की ‘योग राजधानी’ कहा जाता है। ऋषिकेश में रोमांच और शांति का एक आदर्श संतुलन है। इस स्थान की आध्यात्मिकता को देखने के लिए दुनिया के हर कोने से पर्यटक यहां आते हैं।
कैसे पहुंचें:
हवाई मार्ग द्वारा – देहरादून का जॉली ग्रांट हवाई अड्डा ऋषिकेश के समीप स्थित है।
ट्रेन द्वारा – ऋषिकेश के निकट हरिद्वार रेलवे स्टेशन मुंबई, लखनऊ और दिल्ली जैसे प्रमुख भारतीय शहरों से कनेक्टिविटी प्रदान करता है।
सड़क मार्ग द्वारा – ऋषिकेश को विभिन्न शहरों से जोड़ने के लिए अलग-अलग बसें दैनिक आधार पर चलती हैं।
4- हरिद्वार
हरिद्वार भारत के सबसे पवित्र शहरों में से एक के रूप में जाना जाता है। यह कई मंदिरों और आश्रमों का घर है। साहित्यिक रूप से “गेटवे टू द लॉर्ड” के रूप में अनुवादित हरिद्वार कुंभ मेले के लिए भी प्रसिद्ध है। पूरे शहर को पवित्र माना जाता है और साथ ही दुनिया के विभिन्न हिस्सों से घूमने वाले लोग प्रार्थना करने के लिए और इस स्थान की महत्ता को समझने के लिए लोग यहां जगह-जगह से आते हैं। यहां पर कई आश्रम, मंदिर और घट हैं और शाम की आरती देखना वास्तव में बड़ा ही सुखदाई होता है।
कैसे पहुंचें:
हवाई मार्ग द्वारा – जॉली ग्रांट हवाई अड्डा निकटतम हवाई अड्डा है।
ट्रेन द्वारा – हरिद्वार रेलवे स्टेशन नई दिल्ली, लखनऊ, शिमला, जयपुर, मुंबई जैसे कई प्रमुख शहरों से जुड़ा हुआ है और यहां आसानी से पहुंचा जा सकता है।
सड़क मार्ग द्वारा – विभिन्न राजकीय परिवहन विभाग की बसें और प्राइवेट डीलक्स बसें हरिद्वार को प्रमुख भारतीय शहरों और पर्यटन स्थलों से जोड़ती हैं।
5- औली
औली बद्रीनाथ के धार्मिक मंदिर के साथ-साथ अद्भुत हिमालय के मनोरम दृश्यों की प्रस्तुति देता है। चारों ओर बर्फ से ढकी ऊंचाइयों वाला दृश्य इस जगह को और भी प्रभावशाली बनाता है। औली को उत्तराखंड में घूमने के स्थानों की सूची में अवश्य ही होना चाहिए। चतर कुंड झील, नंदा देवी राष्ट्रीय उद्यान, ज्योतिर्मठ जैसे कई और अधिक अद्भुत स्थानों की एक श्रृंखला यहां पर हैं। औली को प्राकृतिक सुंदरता और लुभावने जंगलों के लिए जाना जाता है।
कैसे पहुंचें:
हवाई मार्ग द्वारा – औली का सबसे नजदीकी हवाई अड्डा देहरादून का जॉली ग्रांट हवाई अड्डा है। वहां से बस या टैक्सी/कैब का सहारा लिया जा सकता है।
ट्रेन द्वारा – देहरादून, ऋषिकेश और हरिद्वार रेलवे स्टेशन निकटतम रेलवे स्टेशन हैं। यहां से आसानी से औली पहुँचा जा सकता है।
सड़क द्वारा – प्रमुख शहरों से देहरादून और हरिद्वार के लिए विभिन्न बसें और टैक्सी सेवाएं उपलब्ध हैं। वहां से औली पहुँचना बिलकुल आसान है।
6- नैनीताल
समुद्र तल से 1938 मीटर की दूरी पर स्थित नैनीताल को ‘भारत के लेक डिस्ट्रिक्ट’ के रूप में जाना जाता है, यह एक सुंदर आनंद वाली जगह है जो किसी भी तरह के यात्री के लिए अनूठा अनुभव प्रदान करता है। प्रसिद्ध नैनी झील में बोटिंग करना यादगार अनुभव प्रदान करता है।
सभी तरफ पहाड़ों के साथ, नैनीताल वह जगह है जहाँ आपको प्रकृति के गोद के होने जैसा है। इस शहर में इको केव गार्डन, स्नो व्यू, नैना पीक और किलबरी पक्षी अभयारण्य जैसे दर्शनीय स्थलों के ढेरों पर्यटन स्थल है। अगर आप सच में एक हसीन शाम चाहते है तो शाम को झील के किनारे वॉक पर जाइए, यकीन मानिए आपको बिल्कुल खेद नहीं होगा।
कैसे पहुंचें:
हवाई मार्ग द्वारा – नैनीताल को अन्य क्षेत्रों से जोड़ने वाला निकटतम हवाई अड्डा पंतनगर हवाई अड्डा है।
ट्रेन द्वारा – काठगोदाम रेलवे स्टेशन नैनीताल के लिए निकटतम रेलवे स्टेशन है।
सड़क मार्ग द्वारा – उत्तर भारत के विभिन्न शहरों के साथ नैनीताल उत्कृष्ट बस सेवा के कारण जुड़ा हुआ है।
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7- कौसानी
त्रिशूल, नंदा देवी और पंचचूली की हिमालय की चोटियों के मनोरम दृश्य प्रदान करने के कारण, कौसानी गर्मियों में उत्तराखंड की यात्रा के लिए एक आदर्श स्थान है। कौसानी धरती के लिए स्वर्ग है और सुखद जीवन शैली की कायाकल्प की प्रस्तुति देता है। प्राकृतिक भव्यता के लिए प्रसिद्ध, रुद्रधारी जलप्रपात और गुफाएं, बैजनाथ मंदिर, गांधी आश्रम और चाय के बागान, कौसानी में कुछ दर्शनीय स्थल हैं जो आपको अपनी यात्रा के दौरान अपनी सूची में अवश्य ही शामिल करना चाहिए।
कैसे पहुंचें:
हवाई मार्ग द्वारा – पंतनगर हवाई अड्डा कौसानी का निकटतम हवाई अड्डा है।
ट्रेन द्वारा – कौसानी के लिए निकटतम रेलवे स्टेशन काठगोदाम है।
सड़क मार्ग द्वारा – कौसानी से दूसरे शहरों तक पहुँचने के लिए बस और कैब सेवाओं का उपयोग किया जा सकता है।
8- अल्मोड़ा
यदि आप अपने व्यस्त जीवन से तंग आ चुके है और कुछ दिन की यात्रा पर जाना चाहते हैं तो अल्मोड़ा जाइए। उत्तराखंड राज्य में हरे-भरे हरियाली के साथ प्रकृति की गोद में बसा एक खूबसूरत हिल स्टेशन है, अल्मोड़ा। उत्तराखंड के कुमाऊं क्षेत्र में स्थित, अल्मोड़ा अपनी प्राकृतिक सुंदरता के लिए जाना जाता है। यहां कुछ प्राचीन मंदिर भी स्थित है।
उनमें से कुछ प्रसिद्ध हिंदू मंदिर नंदा देवी, कासर देवी और गोलू देवता मंदिर हैं। अल्मोड़ा निस्संदेह उन सभी के लिए एक स्वर्ग है जो प्रकृति के करीब रहना चाहते हैं। यह रोमांटिक गंतव्य चिलचिलाती गर्मी से बचने के लिए सभी स्थानों में से एक है।
कैसे पहुंचें:
हवाई मार्ग द्वारा – पंतनगर हवाई अड्डा निकटतम हवाई अड्डा है।
ट्रेन द्वारा – काठगोदाम रेलवे स्टेशन निकटतम रेलवे स्टेशन है।
सड़क मार्ग द्वारा – विभिन्न शहरों से अल्मोड़ा बस स्टैंड तक नियमित बसें चलती हैं। आपको यहां पहुंचने में ज्यादा दिक्कत का सामना नहीं करना पड़ेगा।
9- मुनस्यारी
मनमोहक प्राकृतिक झांकियों के साथ, मुनस्यारी में प्रकृति सबसे अच्छे रूप के दिखती है। यह सुरम्य गंतव्य न केवल प्रकृति प्रेमियों के लिए एक अद्भुत स्थान है, बल्कि साहसिक उत्साही लोगों के लिए भी एक आदर्श गंतव्य है। मुंस्यारी को रामल, मिलम और नामिक ग्लेशियर के लिए भी जाना जाता है। मुनस्यारी में कुछ लुभावने स्थान हैं, जैसे बिर्थी जलप्रपात, थामरी कुंड, माहेश्वरी कुंड और मदकोट गाँव।
कैसे पहुंचें:
हवाई मार्ग द्वारा – पंतनगर हवाई अड्डा मुनस्यारी का निकटतम हवाई अड्डा है।
ट्रेन द्वारा – मुनस्यारी के निकटतम रेलमार्ग काठगोदाम और टनकपुर हैं।
सड़क द्वारा – विभिन्न शहरों से मुनस्यारी के लिए कई बसें उपलब्ध हैं।
10- मुक्तेश्वर
यदि आप एक अविस्मरणीय साहसिक सप्ताहांत के लिए तैयार हैं, तो आपको मुक्तेश्वर की यात्रा अवश्य करनी चाहिए। नैनीताल के समीप स्थित, मुक्तेश्वर एक खूबसूरत हिल स्टेशन है, जहाँ आपको कई कॉटेज, होस्टल, बाग, और घने जंगल दिखाई देंगे।
यह स्थान मुक्तेश्वर महादेव मंदिर के लिए भक्तों के बीच काफी प्रसिद्ध है। यदि आप एक साहसिक खेल में रुचि रखते हैं, तो आप यहां रॉक क्लाइम्बिंग, रैपलिंग, और दिलचस्प गतिविधियां कर सकते हैं। यह स्थान वाकई में शांति और प्रकृति को करीब से जानने वालों के लिए एक स्वर्ग से कम नहीं है।
कैसे पहुंचें:
वायु मार्ग द्वारा – मुक्तेश्वर को अन्य क्षेत्रों से जोड़ने वाला निकटतम हवाई अड्डा पंतनगर हवाई अड्डा है।
ट्रेन द्वारा – काठगोदाम रेलवे स्टेशन मुक्तेश्वर के लिए निकटतम रेलवे स्टेशन है।
सड़क मार्ग द्वारा – उत्तर भारत के विभिन्न शहरों के साथ मुक्तेश्वर बस सेवा से जुड़ा हुआ है। प्राइवेट और सरकारी दोनों तरह की बसों का विकल्प मौजूद है।
11- वैली ऑफ फ्लावर्स (फूलों की घाटी)
वैली ऑफ फ्लावर्स (फूलों की घाटी) हेमकुंड साहिब के पास स्थित है और सही मायनों में किसी स्वर्ग से कम नहीं है। सम्पूर्ण जगह हरियाली से परिपूर्ण है, और एक पोस्टकार्ड जैसा दिखता है। यदि आप कभी हेमकुंड साहिब जाते हैं, तो आपको वैली ऑफ फ्लावर्स का भी भ्रमण करना चाहिए। यहां जाने का सही समय वसंत का मौसम है जब यहां हर तरफ फूलों का नज़ारा होता है और उसकी ताजी खुशबू मन को तरोताजा कर देती है।
कैसे पहुंचें:
हवाई मार्ग द्वारा – देहरादून का जॉली ग्रांट हवाई अड्डा समीप स्थित है।
ट्रेन द्वारा – हरिद्वार रेलवे स्टेशन मुंबई, लखनऊ और दिल्ली जैसे प्रमुख भारतीय शहरों से जुड़ा हुआ है। आगे की यात्रा बस द्वारा सम्पन्न की जा सकती है ।
सड़क मार्ग द्वारा – हरिद्वार को विभिन्न शहरों से जोड़ने के लिए अलग-अलग बसें दैनिक आधार पर चलती हैं। आप चाहे तो डीलक्स बसों का भी उपयोग कर सकते हैं।आगे की यात्रा बस द्वारा सम्पन्न की जा सकती है ।
समापन
सिर्फ इतना ही नहीं, उत्तराखंड में और भी कई ऐसी जगहें है, जो इस सूची में जगह बनाने में उपर्युक्त स्थानों को कड़ी टक्कर देती है। मेरे लिए प्रमुख 11 जगहों को चुनना एक कठिन कार्य था। अन्य स्थान जैसे लैंसडौन, पिथौरागढ़, पौड़ी गढ़वाल, केदारनाथ, बद्रीनाथ, गंगोत्री, यमुनोत्री, भीमताल, बागेश्वर, कानाटल, चोपता आदि स्थान भी है जहां यात्रा करना एक सुखद अनुभव हो सकता है।
अगर एक वाक्य में कहना हो तो यह कहूंगा कि उत्तराखंड में हर वर्ग के लोगों के लिए कुछ ना कुछ है। पर्यटकों के लिए सभी बुनियादी सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए हर संभव सहायता प्रदान किया किया गया है। जगह जगह पर्यटन सूचना केंद्र स्थापित है जहां आपको घूमने वाली जगहों की पूर्ण जानकारी और विवरण पुस्तिका प्रदान किया जाता है।
उम्मीद है मैंने सभी जगहों को सही से दर्शा पाने में सक्षम हुआ और आपकी उत्तराखंड में घूमने की मुख्य जगहों की खोज को पूरा कर पाया हूं। अगर अभी भी आपके अंदर कोई सवाल या सुझाव है तो हमें नीचे टिप्पणी बॉक्स में बताएं। हमें आपकी मदद करके खुशी होगी।
एक अपील: कृपया सभी पर्यटन स्थलों को साफ सुथरा रखने में अपना योगदान दें। अपनी एक छोटी सी कोशिश बड़ा बदलाव ला सकता है।
Reference-
21 November 2020, Uttarakhand, wikipedia