उत्तर प्रदेश एक आध्यात्मिक प्रदेश है। यह भगवान कृष्ण, भगवान राम, भगवान शिव, गौतम बुद्ध और महावीर स्वामी का निवास स्थान है। इतना ही नहीं तमाम कलाकृति और वास्तुकला की इमारतें यहीं स्थित हैं। सबसे बड़ी विशेषता यह है कि दुनिया के सात अजूबों में शामिल विश्व विरासत तक महल भी इसी प्रदेश में है और तो और दुनिया का सबसे बड़ा उत्सव कुंभ मेला का आयोजन भी यहीं होता है।
मथुरा भगवान कृष्ण की जन्मभूमि, अयोध्या भगवान राम की जन्मभूमि, भगवान शिव की नगरी वाराणसी और पहला उपदेश और निर्वाण प्राप्त करने वाले भगवान बुद्ध सम्बन्धित सभी स्थान उत्तर प्रदेश में है। तो चलिए आज हम उत्तर प्रदेश में घूमने वाली 10 प्रमुख जगहों के बारे में पता करते हैं।
1- आगरा
आगरा उत्तर भारत का एक प्रमुख पर्यटन स्थल है जहां स्थित ताजमहल दुनिया के सात अजूबों में शुमार है। यहां कई मुगलकालीन इमारतें हैं, विशेष रूप से आगरा का किला और फतेहपुर सीकरी, जो यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल हैं। आगरा में पर्यटन स्थल समृद्ध संस्कृति और आगरा की विरासत के बारे में बताते हैं।
यह शहर अपने ऐतिहासिक स्थलों, वास्तुकला और मुगल युग के लिए जाना जाता है। आगरा को दिल्ली और जयपुर के साथ स्वर्ण त्रिभुज सर्कल में भी शामिल किया गया है और इसलिए उत्तर की ओर यात्रा करने वाले लोग, आमतौर पर इन तीन शहरों की यात्रा करते हैं। यह शहर न केवल मुगल वंश के लिए महत्वपूर्ण है, बल्कि महाभारत में भी इसका उल्लेख है, जो इसे भारत में हिंदुओं और मुस्लिमों के लिए गंतव्य स्थान बनाता है। इस प्रकार, आगरा, विरासत, इतिहास, और बहुत कुछ से भरा है।
कैसे पहुंचें:
हवाई मार्ग द्वारा – लखनऊ का अमौसी एयरपोर्ट और दिल्ली का इंदिरा गांधी अतरराष्ट्रीय हवाईअड्डा आगरा के निकट है। ये दोनों हवाई अड्डे देश के साथ साथ विदेशों को भी जोड़ते है।
ट्रेन द्वारा – आगरा कैंट और आगरा किला रेलवे स्टेशन मुख्य शहर के करीब स्थित है।
सड़क मार्ग द्वारा – विभिन्न डीलक्स और वोल्वो बसें नई दिल्ली, लखनऊ, जयपुर जैसे विभिन्न शहरों से जोड़ती हैं। राजकीय परिवहन निगम की सरकारी बसें भी लगातार अंतराल पर चलती हैं।
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2- लखनऊ
बात अगर उत्तर प्रदेश की हो रही हो तो राजधानी लखनऊ का सूची में शामिल होना बनता है। नवाबी शानोशौकत और अवधी व्यंजन तो देश भर में प्रसिद्ध है ही। इसके साथ लखनऊ के नवाबों द्वारा निर्माण कराए गए कई अंत्यंत आकर्षक पर्यटन स्थल जैसे इमामबाड़ा, भुलभुलैया, ब्रिटिश रेसीडेंसी के लिए भी प्रसिद्ध है। 1857 में शुरू हुए भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के लिए भी यह शहर जाना जाता है। लखनऊ साल भर पर्यटकों को आकर्षित करता है। देशी ही नहीं विदेशी पर्यटक भी इसको अपनी सूची में शामिल करते हैं।
कैसे पहुंचें:
हवाई मार्ग द्वारा – अमौसी एयरपोर्ट लखनऊ का मुख्य हवाई अड्डा है जो प्रमुख शहरों को जोड़ता है।
ट्रेन द्वारा – लखनऊ रेलवे स्टेशन मुख्य शहर के करीब स्थित है। देश के हर कोने से यहां के लिए ट्रेनें हैं।
सड़क मार्ग द्वारा – राजकीय परिवहन निगम की बसों के साथ-साथ डीलक्स बसें भी आसपास के सभी मुख्य जगहों से जुड़ी हुई हैं।
3- वाराणसी
आगरा के बाद अगर कोई प्रसिद्ध पर्यटन स्थल है तो वो वाराणसी ही है। इसकी संस्कृति और आध्यात्मिकता को देखने के लिए विदेशी पर्यटक भागे चले आते हैं और कई तो यहां के रंग ढंग में इतना लीन हो जाते हैं कि शहर को ही अपना लेते हैं। पूरे भारत से कई लोग पवित्र गंगा नदी के तट पर आते हैं और पवित्र स्नान करते हैं। माना जाता है कि शरीर और आत्मा से सभी पापों को दूर करता हैं।
यदि आप कभी भी वाराणसी की यात्रा कर रहे हैं, तो पवित्र गंगा नदी पर नाव की सवारी करना सूची में सबसे ऊपर होनी चाहिए। यह आपके जीवन का एक अविस्मरणीय अनुभव होगा क्योंकि सवारी के सुरम्य दृश्य का अपना एक अलग आकर्षण है।
मंदिरों में हिंदू अनुष्ठानों और प्रथाओं का आश्चर्यजनक मनोरम अनुभव आपके दिल और आत्मा को सुकून देता है। आपको गंगा नदी पर आरती सत्र में भी भाग लेना चाहिए। आध्यात्मिक मंत्र और सुगंधित परिवेश का सार एक आदर्श अनुभव होगा यदि व्यक्ति शांति की कामना करता है।
कैसे पहुंचें:
हवाई मार्ग द्वारा – लाल बहादुर शास्त्री एयरपोर्ट, बाबतपुर, वाराणसी का निकटतम हवाई अड्डा है जो प्रमुख शहरों को जोड़ता है। इसकी दूरी मुख्य वाराणसी शहर से 25 किमी है।
ट्रेन द्वारा – वाराणसी रेलवे स्टेशन मुख्य शहर के करीब स्थित है और अन्य विभिन्न स्टेशनों से जुड़ा हुआ है।
सड़क मार्ग द्वारा – राजकीय, विभिन्न डीलक्स और वोल्वो बसें नई दिल्ली, लखनऊ, इलाहाबाद, भोपाल और जयपुर जैसे विभिन्न शहरों से वाराणसी को जोड़ती हैं। राजकीय परिवहन निगम की सरकारी बसें भी लगातार अंतराल पर चलती हैं।
4- मथुरा और वृंदावन
मथुरा सप्तपुरी और भगवान कृष्ण के जन्मस्थान के रूप में प्रसिद्ध है। इस जन्मभूमि पर ऐतिहासिक धार्मिक महत्व के कई स्थान जैसे केशव देव मंदिर, बिड़ला मंदिर और बांके बिहारी मंदिर स्थित हैं। मथुरा कभी एक बौद्ध केंद्र था और हजारों भिक्षुओं के साथ साथ कई मठों का घर था। पर आज पुरानी जगहों के अवशेष मात्र ही रह गए हैं।
मथुरा जिले में वृंदावन, गोवर्धन और गोकुल हिंदू धर्म के लिए एक पवित्र शहर है। वृंदावन भगवान कृष्ण मंदिर जैसे प्रेम मंदिर, गोविंद देव जी मंदिर, श्री राधा रमण मंदिर, श्री कृष्ण बलराम मंदिर, मीरा बाई मंदिर, भूतेश्वर महादेव मंदिर और वृंदावन चंद्रोदय मंदिर के लिए प्रसिद्ध हैं।
कैसे पहुंचें:
हवाई मार्ग द्वारा – सबसे निकट हवाई अड्डा दिल्ली एयरपोर्ट है जो मथुरा से 150 किमी को दूरी पर है।
ट्रेन द्वारा – मथुरा रेलवे स्टेशन मुख्य शहर के करीब स्थित है।
सड़क मार्ग द्वारा – राजकीय परिवहन निगम की सरकारी बसें और प्राइवेट बसें लगातार अंतराल पर चलती हैं।
5- प्रयागराज (इलाहाबाद)
इलाहाबाद उत्तर प्रदेश में तीसरा सबसे अधिक रहने योग्य शहर है और भारत का दूसरा सबसे पुराना शहर है। इलाहाबाद के धार्मिक आकर्षणों में कुम्भ मेला, त्रिवेणी संगम, खुसरो का निठार का मकबरा, श्री बडे हनुमान मंदिर और सभी संत कैथेड्रल शामिल हैं। यहां पर हर 12 साल में कुंभ मेले का आयोजन होता है जो विश्व का सबसे बड़ा आयोजन है। इसके साथ ही हर 6 वर्ष पर अर्धकुंभ का भी आयोजन होता है। यही वह पावन स्थल है जहां तीन नदियां गंगा, यमुना और सरस्वती मिलती है और जिस स्थान पर ये मिलती है उसको संगम बोलते हैं।
इस शहर का वर्णन पुराणों और ग्रंथों में भी है। यह शहर भारतीय इतिहास का एक महत्वपूर्ण हिस्सा रहा है और जवाहरलाल नेहरू और हरिवंश राय बच्चन जैसी प्रतिष्ठित भारतीय हस्तियों का घर भी रहा है। इलाहाबाद में ब्रिटिश काल की इमारतें, मुगल किला और कब्रें हैं।
कैसे पहुंचें:
हवाई मार्ग द्वारा – लखनऊ एयरपोर्ट (200किमी), वाराणसी एयरपोर्ट (120 किमी) इलाहाबाद के निकटतम हवाई अड्डे हैं जो प्रमुख शहर को जोड़ते हैं।
ट्रेन द्वारा – इलाहाबाद रेलवे स्टेशन और प्रयागराज रेलवे स्टेशन शहर के मुख्य स्टेशन हैं।
सड़क मार्ग द्वारा – इलाहाबाद सड़क मार्ग द्वारा देश के सभी हिस्सों से जुड़ा हुआ है। आप किसी भी कोने से यहां आसानी से पहुंच सकते हैं।
6- अयोध्या
अयोध्या भगवान राम की जन्मभूमि है इसलिए राम जन्मभूमि के रूप में जाना जाता है और सप्तपुरी नामक सात सबसे महत्वपूर्ण तीर्थ स्थलों में से एक है। अयोध्या प्राचीन भारत का एक महत्वपूर्ण शहर है, जो सरयू नदी के तट पर स्थित है। अयोध्या काफी समय से एक विवाद का कारण बनी हुई थी पर अब अंततः यहां भव्य राम मंदिर का निर्माण प्रारंभ हो चुका है और वो दिन दूर नहीं जब विश्व के हर कोने से लोग भगवान राम की नगरी को आएंगे। इसके अलावा भी यहां कुछ अन्य मंदिर जैसे, कनक भवन, हनुमानगढ़ी, सरयू घाट, संध्या आरती आदि दर्शनीय हैं।
कैसे पहुंचें:
हवाई मार्ग द्वारा – अयोध्या का निकटतम हवाई अड्डा लखनऊ का अमौसी एयरपोर्ट है। वहां से बस और ट्रेन उपलब्ध हैं।
ट्रेन द्वारा – फैजाबाद और अयोध्या रेलवे स्टेशन मुख्य शहर के करीब स्थित है और हर कोने से संपर्क में हैं।
सड़क मार्ग द्वारा – राष्ट्रीय राजमार्ग द्वारा यह पर्यटन स्थल सभी शहरों से भली भांति जुड़ा हुआ है।
7- कुशीनगर
कुशीनगर भारत में बौद्ध सर्किट का एक महत्वपूर्ण गंतव्य है। ऐसी मान्यता प्राप्त है कि यह वही स्थान है जहां भगवान बुद्ध ने अंतिम सांस ली अर्थात् निर्वाण प्राप्त किया । इसलिए यह स्थान बौद्ध श्रद्धालुओं के बीच उच्च माना जाता है। आसपास कई अन्य मंदिर हैं जहां कोई भी ठहर सकता है, भिक्षुओं के साथ बातें कर सकता है या दुनिया में किसी के अस्तित्व पर विचार कर सकता है। यहां तीन मुख्य ऐतिहासिक स्थल निर्वाण मंदिर, रमाभर स्तूप और माथा कुंवर मंदिर हैं। बुद्ध पूर्णिमा यहां मनाया जाने वाला प्रमुख उत्सव है जब बौद्ध अनुयायी ज्यादा मात्रा में एकत्रित होकर पूजन हवन करते हैं।
कैसे पहुंचें:
हवाई मार्ग द्वारा – गोरखपुर हवाई अड्डा कुशीनगर के पास का हवाई अड्डा है। यहां से दिल्ली और अन्य स्थानों के लिए हवाई सेवा संचालित है।
ट्रेन द्वारा – गोरखपुर जंक्शन सबसे निकट स्टेशन है जो लगभग 50 किमी की दूरी पर स्थित है।
सड़क मार्ग द्वारा – कुशीनगर स्वयं राष्ट्रीय राजमार्ग 28 पर स्थित है, जिसकी वजह से यहां पहुंचना काफ़ी सुगम है।
8- झांसी
रानी लक्ष्मीबाई को झासी की रानी के नाम से जाना जाता है और इनकी गौरवगाथा और किस्से हम बचपन से सुनते आ रहे हैं। झांसी का ऐतिहासिक शहर बुंदेलखंड क्षेत्र में स्थित है। झांसी के दर्शनीय स्थलों में झांसी का किला, रानी महल, सरकारी संग्रहालय, लक्ष्मी मंदिर और हर्बल गार्डन शामिल हैं। यहीं से आप दो अन्य ऐतिहासिक स्थल खजुराहो और ओरछा का भ्रमण भी सकते है जो काफी पास हैं।
कैसे पहुंचें:
हवाई मार्ग द्वारा – झांसी से 104 किमी की दूरी पर स्थित ग्वालियर हवाई अड्डा सबसे पास का हवाई अड्डा है।
ट्रेन द्वारा – झांसी एक महत्वपूर्ण रेल मार्ग है जो देश के अन्य शहरों को खुद से जोड़ता है।
सड़क मार्ग द्वारा – राजकीय परिवहन निगम की सरकारी बसें और प्राइवेट बसें नियमित अंतराल पर चलती हैं।
9- चित्रकूट
उत्तर प्रदेश राज्य में स्थित चित्रकूट कई प्राचीन मंदिरों और धार्मिक स्थलों के लिए जाना जाता है। चित्रकूट में पर्यटन महत्व के स्थानों में रामघाट, भरत मिलाप मंदिर, हनुमान धरा शामिल हैं। यह भगवान राम, उनकी पत्नी सीता और भाई लक्ष्मण के चौदह साल के वनवास के दौरान ग्यारह वर्षों के लिए निवास था। अतः यह हिंदू धर्म का प्रमुख पर्यटन स्थल है। इस स्थान का बखान रामचरितमानस और कई पुराणों में किया गया है।
कैसे पहुंचें:
हवाई मार्ग द्वारा – निकटतम हवाई अड्डे इलाहाबाद, खजुराहो और वाराणसी हैं।
ट्रेन द्वारा – मानिकपुर की चित्रकूट से 35 किमी दूर है, जो सभी बड़े शहरों से जुड़ा हुआ है।
सड़क मार्ग द्वारा – दिल्ली के साथ-साथ अन्य शहरों से भी आसानी से टैक्सी या बस की सहायता से पहुंचा जा सकता है।
10- सारनाथ
भारत में एक महत्वपूर्ण बौद्ध स्थल, सारनाथ उत्तर प्रदेश में स्थित एक रत्न है। यह वही स्थान है जहां भगवान बुद्ध ने अपना पहला उपदेश दिया था। यह स्थल वाराणसी शहर का पड़ोसी है। बाद में स्तूपों और मठों की स्थापना अशोक द्वारा किया गया। अब यह शहर बौद्ध भक्तों के बीच एक लोकप्रिय गंतव्य बन गया है। यह माना जाता है कि यह स्थल पूरी तरह से 12 वीं सदी में गायब (नष्ट) हो गई थी लेकिन ब्रिटिश पुरातत्वविदों द्वारा 19 वीं शताब्दी के दौरान इसे फिर से खोजा गया था।
कैसे पहुंचें:
हवाई मार्ग द्वारा – सारनाथ से 25 किमी पर वाराणसी का बाबतपुर एयरपोर्ट है l
ट्रेन द्वारा – वाराणसी सबसे निकट का रेलवे स्टेशन है जो सारनाथ से 15 किमी पर स्थित है।
सड़क मार्ग द्वारा – राष्ट्रीय राजमार्ग से जुड़े होने के कारण बड़ी ही आसानी से यहां पहुंचा जा सकता है।
समापन
अगर आप धार्मिक, सांस्कृतिक और वास्तुकला में रुचि रखते है तो उत्तर प्रदेश आपके लिए एक उच्चतम गंतव्य स्थान है। गंगा जमुना तहजीब, पवित्र नदियां, अवधी लोकगीत और व्यंजन, ये सब आपको यहीं देखने को मिलेगा। उत्तर प्रदेश पर्यटन विभाग पूरी तरह से पर्यटकों की सेवा में तत्पर है और हर जगह आपको सम्पूर्ण जानकारी देने के लिए उच्च स्तर के टूर गाइड है जो आपको हर घाट और ऐतिहासिक इमारत की अनसुनी कहानियों से रूबरू करवाएंगे।
कई और भी जगहें जैसे दुधवा नेशनल पार्क, हस्तिनापुर, देवगढ़, फतेहपुर सीकरी, और विंध्याचल हैं जो दर्शनीय है। आप इन जगहों पर भी जा सकते हैं। अगर मुझसे कोई स्थान छूट गया हैं तो नीचे कमेंट बॉक्स में टिप्पणी करके हमें बताएं।
एक अपील: कृपया सभी पर्यटन स्थलों को साफ सुथरा रखने में अपना योगदान दें। अपनी एक छोटी सी कोशिश बड़ा बदलाव ला सकता है।
Reference-
3 December 2020, Uttar Pradesh, wikipedia