fungal infection – पैरो की उंगलियों मे होने वाला फंगल एक कवक संक्रमण होता है यह आमतौर पर उन लोगों मेहोता है जिन के पैर अधिकतर तंग जूतों के भीतर रहते हैं इससे पैरों मे अधिक पसीना आता है जिसके कारण पैरों पर दाने या फफोले हो जाते हैं जिन्हे पैरों का फंगस भी कहा जाता है। इस संक्रमण के कारण पैरों पर खुजली, दर्द और जलन भी हो सकती है। यह गंदे फर्श तौलीय या कपड़ों के माध्यम से फैल सकता है।
फंगल इंफेक्शन के प्रकार – fungal infection
फंगल इंफेक्शन के कई प्रकार हो सकते हैं जैसे – एथलीट फुट, दाद, कैंडिडि आसिस, जॉक खुजली, नाखून में फंगस, स्कैल्प दाद, टीनेया वेर्सिकलर आदि। लेकिन आज हम आपको पैरों की उंगलियों मे होने वाले फंगस के बारे मे बता रहे हैं इनके कारण, लक्षण और सबसे महत्वपूर्ण बात फंगल इंफेक्शन से निजात पाने के घरेलू उपाय भी हम आपको इस लेख मे बताएंगे।
फंगल इंफेक्शन के लक्षण
- जहां परेशानी है (संक्रमित क्षेत्र) उस स्थान पर खुजली या जलन होती है।
- इसके कारण पेशाब या संभोग के दौरान जलन या दर्द भी हो सकता है।
- पैर लाल हो जाते हैं और छाले पड़ जाते हैं।
- पैरों की उंगलियों मे सफेद धब्बे पड़ जाते हैं और खुजली और चुभन हो सकती है।
- त्वचा रूखी हो सकती है।
- कभी-कभी योनि के आसपास खुजली और सूजन भी हो सकती है।
- त्वचा पर दरारें भी पड़ जाती हैं।
फंगल इंफेक्शन के अन्य कारण
पैरों की उंगलियों मे फंगल इंफेक्शन होने के कई कारण हो सकते हैं। वैसे तो यह किसी भी मौसम में हो सकता हैं लेकिन बरसात के मौसम में फंगल इन्फेक्शन होने की संभावना अधिक बढ़ जाती हैं। क्योंकि बरसात के मौसम में हवा में नमी अधिक रहती है और पानी भी गिरता है जिसके कारण हमारे शरीर पर भी नमी आ जाती है। हमारी त्वचा पर यह नमी कवक को जन्म देती हैं। जो कि फंगल इन्फेक्शन का कारण बन जाता हैं।
इसके अलावा फंगल संक्रमण पर्यावरण मे मौजूद कवक तथा अन्य स्रोत जैसे धूल – मिट्टी, हवा प्रदूषण आदि के कारण भी होते हैं। इसलिए किसी भी व्यक्ति को इस प्रकार की समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। पर आपको परेशान होने की आवश्यकता नही है क्योंकि हम आपको इससे निजात पाने के घरेलू उपाय बता रहे हैं।
यहाँ पढ़ें : मैनीक्योर पेडीक्योर करने की विधी तथा फायदे
फंगल इंफेक्शन से छुटकारा पाने के घरेलू उपाय
- हल्दी से करें उपचार
हल्दी मे एंटी सेप्टिक गुण होते हैं और यह हमारे लिए बहुत ही उपयोगी होती है संक्रमण पर इसका इस्तेमाल करने के लिए कच्ची हल्दी को पीस कर संक्रमण वाले स्थान पर लगाएं और लगभग आधे घंटे तक लगा रहने दें। यह फंगल के साथ-साथ दाग को भी खत्म करती है।
2. लहसून से करें उपचार
लहसून के अंदर एंटी फंगल गुण होते हैं इसका उपयोग करने से आपको फंगल से छुटकारा पाने मे मदद मिलती है। इसका इस्तेमाल करने के लिए सबसे पहले लहसून की कुछ कलियां लीजिए इसे संक्रमण वाली जहग पर लगाएं इसे लगाने से एक मिनट तक आपको जलन हो सकती है लेकिन इसके लगातार प्रयोग से फंगल इंफेक्शन खत्म हो जाता है।
3. कपूर से करें उपचार
क्या आप जानते हैं कि फंगस से निजात पाने के लिए आप कपूर का इस्तेमाल भी कर सकते हैं। इसका प्रयोग करने के लिए मिट्टी के तेल में 5 ग्राम कपूर और 1 ग्राम नेफ़थलीन मिलाएं। इसे मरहम की तरह लगाएं और कुछ समय के लिए संक्रमित क्षेत्र पर छोड़ दें। जब तक इंफेक्शन ठीक नही हो जातातब तक इस उपाय को दिन में दो बार करें।
4. जैतून के पत्तों से करें उपचार
फंगल इंफेक्शन को ठीक करने मे जैतून के पत्ते बहुत ही लाभदायक होते हैं इसका प्रयोग करने के लिए जैतून के कुछ पत्ते लें फिर उन्हे अच्छे से पीस कर एक पेस्ट तैयार कर लें फिर इसे संक्रमण वाली त्वचा पर लगाएं और लगभग आधे घंटे तक लगा कर छोड़ दें। उसके बाद इसे धो लें जब तक फंगल ठीक न हो जाए इसका प्रयोग करते रहें।
5. सेब के सिरके से करें उपचार
अगर आपके पैरों की उंगलियों मे फंगल इन्फेक्शन है तो इससे निजात पाने के लिए2 चम्मच सेब के सिरके को 1 कप गर्म पानी में मिलाकर पीएं। इसका सेवन आपके खून में मौजूद हानिकारक बैक्टीरिया को खत्म करने मे मदद करता है और इससे आपको फंगल इंफेक्शन से राहत मिल सकती है जब तक यह पूरी तरह ठीक न हो जाए तब तक इसका सेवन करें।
6. ऐलोवेरा जैल से करें उपचार
ऐलोवेरा जैल आपकी त्वचा से संबंधित बहुत सी परेशानियो के लिए लाभदायक होता है यह फंगल इंफेक्शन से भी निजात दिलाने मे आपकी मदद करता है। यह संक्रमण को दूर करता है। इसका इस्तेमाल करना बहुत ही आसान है और इसके प्रयोग से किसी प्रकार की जलन भी नही होती इसे लगाने के लिए ऐलोवेरा जेल लेकर उसे संक्रमित स्थान पर लगाएं और लगभग आधे घंटे तक लगा रहने दें। और फिर ठंडे पानी से धो लें इससे आपको काफी जल्दी राहत मिल जाती है इसलिए जब तक फंगल ठीक न हो जाए इसका प्रयोग करते रहें।
7. दही से करें उपचार
दही मे एसिड होता है जिसके कारण इसमे बैक्टिरिया को मारने के गुण होते हैं। इसका इस्तेमाल करने के लिए रुई की मदद से दही को संक्रमण वाली त्वचा पर लगाएं। कुछ देर तक लगा रहने के बाद इसे ठंडे पानी से धो लें इस बात का भी ध्यान रखें की संक्रमण वाली त्वचा को कभी हाथ से न छुएं इससे इंफेक्शन फैलने का खतरा रहता है
यहाँ पढ़ें : नाखूनों की देखभाल कैसे करें
8. पीपल के पत्ते से करें उपचार
फंगल इंफेक्शन से राहत पाने के लिए आप पीपल के पत्तों का उपयोग कर सकते हैं। इसका इस्तेमाल करने के लिए कुछ पीपल के पत्ते लें फिर उसे थोड़े पानी मे डाल कर उबाल लें। इसे ठंडा होने दें और त्वचा को धोने के लिए इस पानी का उपयोग करें। इससे घाव पर बहुत जल्दी आराम मिलता है।
9. टी ट्री ऑयल से करें उपचार
टी ट्री ऑयल मे एंटी सेप्टिक गुण होते हैं।इसके इन्ही गुणों के कारणथोड़े ही समय में संक्रमण की समस्या को दूर किया जा सकता है। इसका प्रयोग करने के लिए टी ट्री ऑयल, ऑलिव ऑयल और बादाम के तेल की समान मात्रा को एक कटोरी मे मिलाएं और इसे संक्रमण वाली जगह पर लगाएं। इसे तब तक रोजाना इस्तेमाल करें जब तक कि संक्रमण दूर न हो जाए। आप इसका इस्तेमाल दिन मे तीन से चार बार कर सकते हैं।
उंगलियों मे होने वाले फंगल इंफेक्शन से बचने के उपाय
हमने आपको उपर फंगल इंफेक्शन को ठीक करने के घरेलू उपाय बताए हैं जिनका उपयोग करके आप घर पर ही बहुत आसानी से इससे निजात पा सकते हैं लेकिन अगर आप कुछ सावधानियां बरते तो आप इसे होने से रोक सकते हैं इसलिए इस लेख मे हम आपको इनसे बचने के कुछ उपाय भी बता रहे हैं जिनके माध्यम से आप इंफेक्शन को होने से रोक सकते हैं।
- कपड़े और जूते ठीक से और खुले तौर पर पहनें, सूती मोजे और कपड़े पहनना बेहतर है।
- यदि पैरों में अत्यधिक पसीना आता है, तो जूते और मोजे पहनने से पहले पैर की उंगलियों के बीच टेल्कम पाउडर लगाएं।
- पेडीक्योर बाथ टब में फंगस और संक्रमण का खतरा भी रहता है, इसलिए सावधानी बरतें।
- गीले मोजे न पहनें, और पैरों को नमी से बचाएं।
- पैर की उंगलियों के बीच भी सफाई रखें।
- अस्पतालों या सार्वजनिक स्थानों पर सामान्य बाथरूम का उपयोग करने से बचें।
- रोगी को परिवार में बैठने और लेटने के लिए अलग स्थान निर्धारित करें। उनके इस्तेमाल किए हुए कपड़ों को अलग से साफ करें।
अच्छा और सराहनीय प्रयास,
बहुत धन्यवाद।