भौंकने का मजा – जातक कथाएँ | Jatak Story In Hindi | kutte ki kahani jatak katha in hindi

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किसी जंगल में सभी जीव आपस में मिल-जुलकर रहते थे। सभी अपने-अपने काम-धंधे में लगे रहते थे। सबका जीवन व्यवस्थित सुचारू रूप से चल रहा था। 

जंगल में एक विशाल बरगद का पेड़ था, जहाँ सभी जीव एकत्रित हो अपना सुख-दुःख बताते बतियाते। सभी अपने-अपने विचारों से एक-दूसरे को अवगत कराते। सभी विषयों पर स्वस्थ परिचर्चाएँ होतीं। सभी एक-दूसरे का सम्मान करते। वह एक सार्वजनिक स्थल था, जहाँ निस्संकोच कोई भी अपने विचार रख सकता था।

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कुछ दिन बाद दूसरे जंगल से एक कुत्ता घूमते-घामते इस जंगल में आ गया। दरअसल वह अपने कारनामों की वजह से ही उस जंगल से निकाल दिया गया था। वह भी उस बरगद के नीचे होनेवाली सभा में जाने लगा और अपना मेल-जोल बढ़ाने लगा।

कुछ ने उसके विचारों का समर्थन भी किया। कुछ चाटुकारों का साथ मिलते ही वह घमंड से चूर हो गया। उसने कुछ और विचार रखे। उसके चमचे जानवरों ने उसकी बहुत वाह-वाह की वह फूलकर कुप्पा हो गया। घमंड उसके सिर इतना चढ़ गया कि वह किसी को कुछ समझ ही नहीं रहा था।

कुछ सज्जन जीवों ने उसे बार-बार समझाने की कोशिश की, पर समझदारी से तो जैसे उसका नाता दूर-दूर तक नहीं था। सज्जन जीव प्राय: हो-हल्ला और हंगामे से दूर ही रहना पसंद करते हैं। सो उन्होंने उससे बोलना बंद कर दिया। 

इसे उसने उन सज्जनों की कमजोरी समझा और अपने कुछ उजड्ड साथियों के साथ दूसरों पर भौंकना ज़ारी रखा। कई जीवों ने उसे सभ्यता से समझाने कि कोशिश की, परंतु वह जानता था कि जंगल में प्रजातांत्रिक व्यवस्था है और अभिव्यक्ति की आजादी है, सो वह स्वच्छंद होकर भौंकता रहा। 

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जातक कथाएँ

जो भी उसको समझाने जाए, वह उसको भौंकते हुए काटने को दौड़े। कई लोगों ने उसे समझाया कि अगर तुममें काबलियत है तो अपने अच्छे विचार प्रस्तुत करो और सबको प्रभावित करो, पर उसे तो विचारों से दुश्मनी थी। 

वह तो दूसरे को परेशान करने में ही अपनी बहादुरी समझता था। धीरे धीरे सारे जीव उससे किनारा करने लगे। प्रारंभ में कई लोग उसके भौंकने से परेशानी महसूस करते थे, अब वे ही उसके अनर्गल भौंकने का मजा उठाने लगे। 

स्थिति यह हो गई कि अब अन्य जीव अपने यहाँ किसी मेहमान के आने पर उसके मनोरंजन के लिए उस कुत्ते का भौंकना सुनवाने लगे। सभी जीवों ने उसे एक निरर्थक भौंकनेवाला कुत्ता मान लिया और उसके भौंकने को मनोरंजक रूप में लेने लगे। वह भी निःशुल्क ।

जंगल का जीवन पुनः सामान्य हो गया।

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मेरा नाम सविता मित्तल है। मैं एक लेखक (content writer) हूँ। मेैं हिंदी और अंग्रेजी भाषा मे लिखने के साथ-साथ एक एसईओ (SEO) के पद पर भी काम करती हूँ। मैंने अभी तक कई विषयों पर आर्टिकल लिखे हैं जैसे- स्किन केयर, हेयर केयर, योगा । मुझे लिखना बहुत पसंद हैं।

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