- IRB full form in hindi | एमआरओ का फुल फॉर्म क्या होता है | full form of IRB
- I. परिचय
- आईआरबी का मतलब
- II. आईआरबी क्या होता है?
- A. इतिहास
- B. संरचना
- C. कार्यकाल
- D. दायरा
- III. आईआरबी का कार्य
- A. शोध आधारित अध्ययन
- B. संसाधन प्रबंधन
- IV. आईआरबी के महत्व
- A. शोध आधारित अध्ययन के लिए
- B. आपात स्थितियों के सामान्य नियंत्रण
- V. आईआरबी के नियम और विधियां
- A. शोध नियम
- B. संगठन और टीम के कार्य
- VI. संबंधित कमेटियाँ
- A. सीधी कमेटी
- B. जिम्मेदार कमेटी
- VII. संचालन के लिए महत्वपूर्ण टिप्स
- A. संचालन मॉडल
- B. विश्लेषण और निर्णय
- इंडियन रिजर्व बटालियन(I.R.B) Full Syllabus/Exam Pattern (Must Watch) video
आज का हमारा विषय है “IRB Full Form in Hindi”. विज्ञान और तकनीक का विकास आज कल बहुत तेजी से हो रहा हैं। इसके साथ ही हम समझते हैं कि विलुप्त हो जाने वाली प्रकृति को संरक्षण देना बहुत महत्वपूर्ण है। इस संरक्षण के लिए हम IRB के बारे में जुड़े हुए हैं। आइए जानते हैं IRB का पूरा फॉर्म क्या है
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IRB full form in hindi | एमआरओ का फुल फॉर्म क्या होता है | full form of IRB
IRB full form in English | Indian Reserve Battalion |
IRB full form in hindi | इंडियन रिजर्व बैटेलियन |
I. परिचय
इंट्रोडक्शन एक बहुत महत्वपूर्ण टॉपिक है। आईआरबी के बारे में जानने से पहले, हमें इसका मतलब समझना जरूरी होता है। इसके अलावा, इसका इतिहास, संरचना, कार्यकाल, दायरा, शोध आधारित अध्ययन और कमेटियाँ जानना भी महत्वपूर्ण है। इंट्रोडक्शन यहाँ से शुरू होता है, जब हम इस टॉपिक पर विस्तार से जानकारी देखने के लिए उत्सुक होते हैं। चलिए अब आईआरबी के बारे में और जानते हैं
आईआरबी का मतलब
जैसा कि हम सभी जानते हैं, आईआरबी का मतलब इंडियन रिजर्व बैटेलियन होता है। यह भारतीय पुलिस शक्ति का एक विशेष शाखा होती है जो राज्यों में अपनी खास भूमिका निभाती है। यह शाखा उन वर्तमान पुलिस कर्मियों के लिए निर्धारित होती है जो सीमावर्ती क्षेत्रों में जैसे कि जम्मू-कश्मीर, उत्तराखंड आदि क्षेत्रों में देश की सीमाओं के सुरक्षा के लिए तैनात होते हैं। आईआरबी पुलिस की खास स्थापना इन सीमावर्ती क्षेत्रों में इंडियन रिजर्व बैटेलियन के तहत तैनात रहने वाली होती है।
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II. आईआरबी क्या होता है?
A. इतिहास
आईआरबी (IRB) का इतिहास, संस्थागत समीक्षा बोर्ड के रूप में 1966 में संस्थित हुआ था जो मनुष्यों से जुड़े किसी भी प्रकार के बायोमेडिकल और व्यवहारिक रिसर्च का तरीका और उद्देश्य नैतिक तौर पर सुनिश्चित करती है। आदर्श अस्पतालों और विश्वविद्यालयों को इस समिति का अंग मानक पालन करना होता है ताकि उन्हें नैतिक तौर पर सही नियंत्रण और देखभाल की आवश्यकता से जुड़ी सभी संबंधित सेवाएं उपलब्ध हो सकें।
B. संरचना
IRB की संरचना संस्थागत होती है जो अनुसंधान के लिए विविध शोध प्रोजेक्टों की समीक्षा करती है। इसमें एक चेयरमैन, सदस्यों की कम से कम 5 से 15 की टीम होती है। संघीय संस्थागत के मानकों के अंतर्गत संशोधन नियम का पालन करते हुए इस समिति को गठित किया जाता है. इसमें सभी सदस्यों को शोध नियमों का जागरूक होना चाहिए। IRB संरचना विभिन्न ऐप्लिकेशंस पर उपलब्ध होती है जिससे शोध प्रोजेक्ट को रेगुलरी मॉनिटर किया जा सकता है और समीक्षा के बाद अनुमोदित कर सकता है।
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C. कार्यकाल
कार्यकाल में हम आपको बताएंगे कि आईआरबी के शुरूआती दिनों की यात्रा कैसे शुरू हुई। सरकार ने अपनी तरफ से चलाये जा रहे शोध अध्ययनों में मानवों की सुरक्षा हेतु एक संगठन बनाने का विचार दिया, जो आज आईआरबी के रूप में जाना जाता है। कार्यकाल की शुरुआत साल 1974 में हुई थी जब अमेरिकी संसद के तहत नेशनल रिसर्च एक्ट पारित किया गया था। यह संगठन संशोधन के समय सेक्शन के रूप में तैयार किया गया था।
D. दायरा
आईआरबी के दायरे की बात करें तो इसमें शोध के अनुसंधान का ट्रैकिंग होता है। इसके अंतर्गत कमीशन, ट्रायल वाले सुरक्षा जाँच, फीस और संशोधन के बारे में फैसले लिए जाते हैं। जब कोई शोध आधारित अध्ययन कर रहा होता है। तो उसका दायरा और उससे संबंधित सभी जिम्मेदारियों के बारे में गहराई से विचार किया जाता है। आईआरबी के दायरे में ये सभी विषय ठीक से जांचे जाते हैं ताकि कोई भी अनुसंधान के दौरान कानूनों के खिलाफ न जाए।
III. आईआरबी का कार्य
A. शोध आधारित अध्ययन
शोध आधारित अध्ययन एक महत्वपूर्ण तकनीक है, जो विज्ञान और लोगों के लिए बहुत फायदेमंद होती है। आईआरबी यह सुनिश्चित करती है कि इस तकनीक को उचित तरीके से प्राप्त प्रतिक्रियाओं के साथ लागू किया जाए। संसाधन प्रबंधन और जैविक रक्षा में इसका विशेष महत्व होता है। शोध आधारित अध्ययन के लिए लोगों के गंभीर चिंताओं को दूर करने के लिए आमतौर पर आईआरबी मंडल के एक सदस्य के रूप में एक चिकित्सा विशेषज्ञ, जैविक रक्षा विशेषज्ञ, अनुसंधान एक्सपर्ट, एक गैर-वैज्ञानिक सदस्य और किसी दुसरे संबंधित मंडल के सदस्य का होना जरूरी होता है।
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B. संसाधन प्रबंधन
आईआरबी के तहत, संसाधन प्रबंधन संबंधी नियमों की पालना की जाती है। यह शामिल है कि बहुविधता और संसाधनों का उपयोग सोची गई विशेषताओं के साथ निजी विधितों द्वारा सेट न किया गया हो। संसाधन प्रबंधन के परिणामों को संरक्षित रखने के लिए, आईआरबी सत्यापित संसाधनों को एक निश्चित समयावधि के लिए एकत्रित करता है। इसके अलावा, आईआरबी सत्यापित संसाधनों के विनिमय के लिए परवानगी प्रदान करता है। इन विनिमयों में, हैदराबाद में कृषि विश्वविद्यालय और जयपुर में राजस्थान विज्ञान और प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय जैसे संस्थान शामिल हैं।
IV. आईआरबी के महत्व
A. शोध आधारित अध्ययन के लिए
शोध आधारित अध्ययन एक महत्वपूर्ण कार्य है। इसमें विश्लेषण और मूल्यांकन के बाद समस्याओं के समाधान के लिए अध्ययन किया जाता है। इससे नई तकनीकों, नए उत्पादों, और नए सेवाओं के विकास में मदद मिलती है। शोध आधारित अध्ययन एक संरचित प्रक्रिया होती है जो वैज्ञानिक विधियों का उपयोग करते हुए होती है। इस तरह अध्ययन संभव असंभव से मुमकिन हो जाता है।
B. आपात स्थितियों के सामान्य नियंत्रण
आईआरबी के ज़रिए संशोधन-आधारित अध्ययन में, एक आपात स्थिति का सामान्य नियंत्रण आवश्यक होता है। यह सुनिश्चित करता है कि शोध परियोजनाओं में शामिल हुए हर व्यक्ति के साथ संभव खतरे का सामना करना न हो पाये। साथ ही, एक आपात स्थिति के उपचार या संभव उपचार को ध्यान में रखकर, परिणामों को प्रभावी रूप से उपयोग किया जाना चाहिए। इस तरीके से, आईआरबी के नियम आपात स्थितियों के समान नियंत्रण का सुनिश्चय करते हैं ताकि शोध परियोजनाएं वास्तविक दुनिया में उपयोगी हों।
V. आईआरबी के नियम और विधियां
आईआरबी के नियम और विधियां इस संस्था के संचालन में बहुत महत्वपूर्ण होते हैं। यहाँ एक विशेषाधिकार की सूची तैयार की जाती है जिसके अनुसार शोध आधारित अध्ययन होता है। संगठन के काम को करने के लिए एक कार्यवाही योजना स्थापित की जाती है जिसमें जिम्मेदारी विभाजित की जाती है। इसके अलावा शोध नियम और संगठन और टीम के काम को सुचारु रूप से आयोजित किया जाता है। आईआरबी में नियमों का पालन अति आवश्यक होता है।
A. शोध नियम
शोध नियम का मतलब है कि अनुसंधान के दौरान विद्यमान सभी सुरक्षा के नियमों और दिशानिर्देशों का पालन किया जाए। आईआरबी समिति के द्वारा निर्धारित नियमों का पालन शोधकर्ताओं के लिए बेहद जरुरी होता है ताकि अनुसंधान के दौरान किसी भी ऐसी त्रुटि या असुरक्षित गतिविधि से बचा जा सके। इसलिए, शोध नियमों का पालन अत्यंत आवश्यक होता है।
B. संगठन और टीम के कार्य
आईआरबी संगठन और टीम दोनों ही इस संसाधन के आधार पर काम करते हैं जो शोध आधारित होता है। संगठन मेरलू में ध्यान दिया जाता है ताकि इससे संबंधित काम भलीभाँति हो सके। टीम के कार्य महत्वपूर्ण होते हैं क्योंकि वे लोगों के संदेशों को समझते हैं और समीक्षा करते हैं। इस प्रकार, संगठन और टीम दोनों एक साथ एक जीत हैं और इस संसाधन के लिए महत्वपूर्ण हैं।
VI. संबंधित कमेटियाँ
आईआरबी से संबंधित कमेटियाँ इस संगठन के संबंध में आवश्यक निर्णय लेने के लिए महत्वपूर्ण हैं। सीधी कमेटी एक ऐसी कमेटी होती है जो संस्थान के टॉप प्रबंधन द्वारा निर्मित की जाती है। दूसरी तरफ, जिम्मेदार कमेटी एक विशेष लेखा संरचना होती है, जिसका उद्देश्य संगठन के विभिन्न कार्यक्षेत्रों के लिए जिम्मेदारियों की निर्देशन और समीक्षा करना होता है। यह संबंधित कमेटियाँ IRB के काम में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं जो शोध और अनुसंधान में मानव विषयों के संरक्षण के साथ-साथ संबंधित संस्थानों के संसाधनों को निरीक्षण करती हैं।
A. सीधी कमेटी
आईआरबी की सीधी कमेटी एक ऐसी समिति है जो अनुसंधान प्रस्तावों को एकल तेजी से भी कुछ दिनों में समीक्षा करती है। इस समिति के मेंबर्स कमेटी के विषय से संबंधित योग्यताएं रखते हैं और अनुसंधान प्रस्तावों को जल्द से जल्द समीक्षा करने के लिए नियुक्त होते हैं। सीधी कमेटी में केवल चार सदस्य होते हैं, जिनमें से दो एक्सपर्ट होते हैं जो अनुसंधान के क्षेत्र में विशेषज्ञ होते हैं। इस समिति का मुख्य उद्देश्य होता है कि यह समीक्षा में अनुसंधान की नैतिकता बनाए रखे जाते हैं।
B. जिम्मेदार कमेटी
जब आप एक अनुसंधान का निर्माण करने की तैयारी करते हैं, तो जिम्मेदार कमेटी के बारे में सोचना बहुत महत्वपूर्ण होता है। यह कमेटी आपके प्रस्ताव को स्वीकृत करने या अस्वीकृत करने की फैसले लेंगे। इसके अलावा, यह भी सुनिश्चित करता है कि अनुसंधान के दौरान दस्तावेजों का अध्ययन कर लगातार नजर रखा जाता है। जिम्मेदार कमेटी में विभिन्न विषयों का अध्ययन किया जाता है जो अत्यंत महत्वपूर्ण होते हैं।
VII. संचालन के लिए महत्वपूर्ण टिप्स
संचालन के लिए महत्वपूर्ण टिप्स आपको IRB के सफल चलाने में मदद करेंगे। संचालन मॉडल यह सुनिश्चित करता है कि आप उच्च स्तर की गुणवत्ता में काम कर रहे हैं। आप अपने टीम के सदस्यों को प्रशिक्षित करें। आप अपने संगठन का निरीक्षण करें ताकि आप अपने काम को अच्छी तरह से समझ सकें। विश्लेषण करें और अपने निर्णयों को ठीक जांचें। ये सभी संचालन के लिए सरल उपाय हैं।
A. संचालन मॉडल
आईआरबी की संचालन मॉडल आमतौर पर इस विषय पर समझौता करने के लिए बनाया जाता है। यह मॉडल प्रत्येक संस्था के लिए अलग-अलग हो सकता है लेकिन इसका मुख्य उद्देश्य होता है कि संस्था अपने अध्ययन के उद्देश्यों को समझे, अपनी संशोधन संगठन की संरचना को समझे और अनुसंधान प्रबंधन के लिए सेवाओं को विकसित करें। संचालन मॉडल से आईआरबी संस्थाओं को स्वीकृति पत्र देने और उनकी सुरक्षा की जिम्मेदारी संभालने में मदद मिलती है।
B. विश्लेषण और निर्णय
आईआरबी का मुख्य उद्देश्य एक अच्छे संशोधन अध्ययन के लिए मानव सुरक्षा की सुनिश्चित करना है जो सभी फेडरल संस्थाओं द्वारा कार्यक्रमों में उपयोग किए जाते हैं। इसके लिए, IRB विश्लेषण और निर्णय प्रक्रिया में बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। IRB के संबंधित सदस्य संशोधन अध्ययन को देखते हुए सुनिश्चित करते हैं कि इसमें विज्ञानिक और नैतिक निर्णय दोनों के दृष्टिकोण से सुरक्षित मार्गदर्शन प्रदान किए जाएं।
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