- Crisil full form in hindi | क्रिसिल का फुल फॉर्म क्या होता है
- 1. CRISIL Full Form in Hindi
- 2. CRISIL का इतिहास
- 3. CRISIL की बैंकिंग कथा
- 4. CRISIL के सेवाएं और उद्देश्य
- 5. CRISIL के मूल उद्देश्य
- 6. CRISIL के रेटिंग सिस्टम
- 7. CRISIL के फायदे और हानि
- 8. CRISIL और भारतीय अर्थव्यवस्था
- 9. CRISIL और शेयर बाजार
- 10. CRISIL के तरीके और कार्यक्रम.
- Full form of CRISIL video
क्या आपको पता है CRISIL का फुल फॉर्म क्या है? अगर नहीं तो चिंता की कोई बात नहीं। हम आपको इस पोस्ट में CRISIL के बारे में बताएंगे। CRISIL का मतलब क्रेडिट रेटिंग इंफॉर्मेशन सर्विसेज ऑफ इंडिया लिमिटेड है जो व्यवसायों, सरकारों और अन्य संगठनों को रेटिंग व समीक्षा सेवाएं प्रदान करती है। तो CRISIL फुल फॉर्म इन हिंदी में जानने के लिए यह पोस्ट पढ़ना न भूलें। Crisil full form in hindi
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Crisil full form in hindi | क्रिसिल का फुल फॉर्म क्या होता है
Crisil full form in English | CREDIT RATING INFORMATION SERVICES OF INDIA LIMITED |
Crisil full form in hindi | क्रेडिट रेटिंग इंफॉर्मेशन सर्विसेज ऑफ इंडिया लिमिटेड |
Founded | 1987 |
Headquarters | Mumbai, Maharashtra, India |
1. CRISIL Full Form in Hindi
CRISIL का पूर्ण नाम CREDIT RATING INFORMATION SERVICES OF INDIA LIMITED है। इस प्रकार CRISIL भारत में स्थित एक क्रेडिट रेटिंग एजेंसी है जो व्यवसायों सरकारों और अन्य संगठनों को रेटिंग और अनुसंधान सेवाएं प्रदान करती है। क्रेडिट रेटिंग इन्फॉर्मेशन सर्विसेज़ ऑफ इंडिया लिमिटेड की स्थापना 1987 में हुई थी जो फिर 1991 में रेटिंग के साथ कार्यक्रमों की पेशकश भी करने लगी। इसकी रेटिंग का उपयोग प्रतिभूतियों और अन्य ऋण साधनों में निवेश की साख और जोखिम का आकलन करने के लिए किया जाता है।
“CRISIL केवल एक क्रेडिट रेटिंग एजेंसी नहीं है, बल्कि यह व्यापारिक मूल्यांकन, वित्तीय रिसर्च और दूसरी सेवाएँ भी प्रदान करती है।”
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2. CRISIL का इतिहास
CRISIL भारत का पहला क्रेडिट रेटिंग एजेंसी है जो 1988 में ICICI बैंक के सहयोग से शुरू किया गया था। CRISIL का मंगलवार, 29 जनवरी 1988 को भारत के एक गैर-लाभकारी निगम के तौर पर दर्ज हुआ। CRISIL के संस्थापकों में प्रथम चेयरमैन NV Vaghul और मैनेजिंग डायरेक्टर Pradip Shah शामिल थे। CRISIL ने अपनी शुरुआतियों में बैंक एवं जगत के दबावों का सामना किया जबकि कंपनी इस समय समयख़ाली हो रहे क्रेडिट रेटिंग की दुनिया को नयी दिशा दे रही थी।
“CRISIL की शुरुआत सफल हुई और अब कंपनी अनुभवशाली व निष्पक्ष विश्लेषण के लिए जानी जाती है।” – N Vaghul
CRISIL ने आपूर्ति श्रृंखला में सुधार किया जब 1989 में कंपनी ने वित्तीय जोखिम और चयनकर्ताओं के लिए आईडीसीए जैसी सेवाएं शुरू की। बाद में CRISIL ने एशिया के तीसरे सबसे बड़े क्रेडिट रेटिंग एजेंसी बन गया।
“जब CRISIL ने अपनी खुद की शुरुआत की थी, तो उस समय क्रेडिट रेटिंग एजेंसी के लिए एक वैद विचार था, यह विचार समय से आगे था।” – Pradip Shah
CRISIL का इतिहास उसके निष्ठावान और शक्तिशाली कॉर्पोरेट इमेज के लिए जाना जाता है। CRISIL अब अपने रेटिंग सिस्टम और भारत की अर्थव्यवस्था में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
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3. CRISIL की बैंकिंग कथा
CRISIL की बैंकिंग कथा के लिए एबीसीआई, हिंदुस्तान इंक बैंक ऑफंडिया,चडीएफसी का ज्ञात rhai सोथी ने कहा है कि “CRISIL ने उपयोगी सूचना दी होती है जो उन्हें समझने में मदद करती है कि मौजूदा बैंकिंग सिस्टम के लिए आवश्यक दिशा क्या है।” इसके साथ ही, यह भी पता चलता है कि CRISIL का रेटिंग सिस्टम बैंकिंग वित्तीय संस्थाओं को लोन देने की सामग्री की एक विस्तृत तालिका प्रदान करता है। यह संस्थाएं कर विकल्पों में से सही उत्पाद चुनने में मदद करती है।
कुछ कंपनियों को CRISIL द्वारा रेट करने की आवश्यकता होती है ताकि वे अपनी वृद्धि गति बढ़ा सकें। बैंकों को लोन देने से पहले कंपनियों को रेटिंग की आवश्यकता होती है ताकि बैंक सुरक्षित मानसून में न फंसे। CRISIL का रेटिंग सिस्टम और उत्कृष्ट सेवाएं उन्हें संभवतः सबसे अनुकूल विकल्प प्रदान करते हैं। इसके अलावा, यह CRISIL को देश की अर्थव्यवस्था के माध्यम से भी जाना जाता है। CRISIL की सेवाएं कभी-कभी आलोचना का सामना करती हैं, हालांकि इसके साथ-साथ यह सोची समझी सेवाएं भी प्रदान करती हैं जो बैंक और कंपनियों के लिए विवेकपूर्ण निर्णय लेने में मदद करती हैं।
4. CRISIL के सेवाएं और उद्देश्य
CRIL के कार्य इतने विस्तृत हैं कि इसके प्रति जागरूकता अभी तक किसी व्यक्ति को पूरी तरह से नहीं हो पाई है। इस कंपनी के अधिकांश उद्देश्य मुख्य रूप से कंपनी के उपभोक्ताओं और संबंधित स्थानों में चंद बहुत ज्ञात करने में समार्थ होना है। यह एक ऐसी कंपनी है जो रेटिंग, अनुसंधान और जोखिम के लिए सलाह देती है। कंपनी के प्रमुख उद्देश्यों में से एक है किसी भी संगठन में क्रेडिट योग्यता का मूल्यांकन करके निवेशकों को आकलन करने के लिए मदद करना।
इसके साथ ही, CRISIL मिशन हेड ने यह भी बताया कि कंपनी विभिन्न सेवाओं की पेशकश भी करती है। ये शामिल हैं उपलब्ध विनिमय नोंजों के आधार पर ऋण-जोखिम व समझौतों के लिए सलाह एवं सूचना, औद्योगिक संबंधों की क्षमताओं एवं कंपनियों की पेशकश विश्लेषण। कंपनी का एक उद्देश्य समृद्धि को बढ़ावा देना भी है। इस लक्ष्य को प्राप्ति करने के लिए CRISIL उत्पादकों, सरकार के उपभोक्ताओं एवं सेवा प्रदाताओं को स्थानीय प्रगतिशीलता वाली से जोड़ती है।
इसके अलावा, स्कूलों, विद्यालयों एवं कॉलेजों को आवश्यक वित्तीय और शैक्षिक सलाह देने में भी CRISIL सक्षम है। इस कंपनी का एक और उद्देश्य भारतीय अर्थव्यवस्था में सही फैसले लेने में मदद करना भी है।
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5. CRISIL के मूल उद्देश्य
CRISIL का मूल उद्देश्य उन संस्थाओं की क्रेडिट योग्यता का आकलन करना है जिससे निवेशकों को उन संस्थाओं से संबंधित फाइनेंशियल इंस्ट्रूमेंट से जुड़े जोखिमों के बारे में सावधान किया जा सके। इसके अलावा इसका प्राथमिक उद्देश्य एक निष्पक्ष और आधारभूत रेटिंग प्रदान करना है जो निवेशकों को सही फैसला लेने में मदद कर सके।
CRISIL ने अपने उद्देश्यों को सिद्ध करने के लिए कई उपाय अपनाए हैं। यह बाहरी प्रतिस्पर्धाओं से बेहतर और प्रभावी जोखिम मूल्यांकन प्रदान करता है। इसके बाद उन्होंने ग्राहकों की जानकारी सही तरीके से नियंत्रित करने के लिए संबंधित सेवाएं उपलब्ध कराई हैं।
CRISIL ने बैंक लोन और आवंटन रेटिंग के अलावा अन्य बहुत से रेटिंग सेवाएं भी प्रदान की हैं। इसके अलावा, वे निवेशकों को शेयर बाजार, म्यूचुअल फंड और अन्य फिनेंसियल इंस्ट्रूमेंट के बारे में जानकारी प्रदान करने में भी अहम भूमिका निभाते हैं। शेष कुछ पंक्तियों में, CRISIL के मूल उद्देश्य निवेशकों को दिए गए फिनेंसियल इंस्ट्रूमेंट के जोखिमों और रिस्कों के बारे में सही जानकारी देना है जिस से उन्हें सही फैसला लेने में मदद मिलती है।
जैसा कि एक मुद्रा विश्लेषक ने कहा है – “CRISIL की रेटिंग के बिना, विभिन्न प्रतिस्पर्धाओं में से एक फ़ासला लेना एक बिल्कुल अशुद्ध फैसला होगा।”
6. CRISIL के रेटिंग सिस्टम
CRISIL का रेटिंग सिस्टम संबंधित कंपनी या क्षेत्र के आधार पर देने वाली क्रेडिट रेटिंग होती है। रेटिंग कम्पनियों की बैंकों और लोन संस्थाओं के लिए एक गाइडलाइन के रूप में काम करती है। CRISIL इस सिस्टम के माध्यम से एक कंपनी के प्रदर्शन की गुणवत्ता को मूल्यांकन करती है और उस कंपनी को एक रेटिंग देती है। इस सिस्टम में एक न्यूनतम रेटिंग (Minimum Rating) और अधिकतम रेटिंग (Maximum Rating) होती है। रेटिंग एल्फा-न्यूमेरिक (Alpha Numeric) होती है जो कंपनी के प्रदर्शन को आकार देती है।
इस सिस्टम के द्वारा CRISIL निम्नलिखित तत्वों के आधार पर रेटिंग देती है:
– कंपनी के पुनर्वित्तीकरण और आर्थिक स्थिति
– वित्तीय गतिविधियों के माध्यम से उत्पन्न मुनाफे और हानियाँ
– प्रबंधन क्षमता और संचालन का तरीका
CRISIL का रेटिंग सिस्टम निष्पक्ष और सही विश्लेषण प्रदान करता है जो की बैंकों और संबंधित संस्थाओं के लिए काफी उपयोगी होती हैं। यह रेटिंग सिस्टम आर्थिक विपणन के मायने हमेशा समझाता है कि उन कंपनियों के साथ काम करना पर जोखिम कितना होता है। “CRISIL ने गत दशक में सत्तारों आरटीआई के माध्यम से प्रत्येक सेक्टर में कंपनियों के स्वास्थ्य का निरीक्षण करते हुए लंबी दौड की है। इससे संबंधित कोई कंपनी घातक स्थिति में ना आये इसलिए अगर कुछ भी हो CRISIL का रेटिंग सिस्टम इतना विश्लेषित और गहराई तक काम करता है जिससे अहम कंपनियों को फायदा होता है।”
7. CRISIL के फायदे और हानि
CRISIL रेटिंग कंपनी ने भारत में पहले से ही एक अच्छा नाम हासिल कर लिया है। यह कंपनी एक प्रतिष्ठित रेटिंग एजेंसी है, जो संगठनों के लिए उनकी क्रेडिट श्रेयता का मूल्यांकन करती है। क्रिसिल रेटिंग के कुछ फायदे हैं:
• इसकी रेटिंग से उचित फाइनेंशियल पृष्ठभूमि के लिए ब्रांड के नामांकन में मदद मिलती है।
• क्रिसिल रेटिंग बैंक और कंपनी के बीच वित्तीय संबंधों को बढ़ावा देती है, जो सरकारी एजेंसियों और निजी कंपनियों के लिए बहुत फायदेमंद होता है।
• इसकी रेटिंग के माध्यम से निवेशक अपने निवेश के फायदे ओर नुक्सान को समझ सकते हैं।
हालांकि, इसके कुछ हानि भी हैं:
• क्रिसिल रेटिंग एक जाँच पड़ताल नहीं करती, यह केवल संगठन की क्रेडिट योग्यता का मूल्यांकन करती है।
• क्रिसिल रेटिंग संगठन के निजी विवरणों के साथ संबंधित होती है, जो संगठन के सभी दुर्गम फीचर्स को छिपा कर रखती है।
इन फायदे और हानियों के साथ, क्रिसिल रेटिंग कंपनी भारतीय अर्थव्यवस्था और शेयर बाजार में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।
8. CRISIL और भारतीय अर्थव्यवस्था
वर्तमान में भारत में अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाने के लिए क्रिसिल का बहुत बड़ा योगदान है। क्रिसिल एक विश्वसनीय विद्युत पॉवर, रेलवे, नेवी, वायु सेना और हवाई अड्डों सहित विभिन्न श्रेणियों के अनुसंधान तथा रिसर्च देने वाली एक संगठन है। क्रिसिल भारत की अर्थव्यवस्था की कैथोलिक अध्ययन स्थापना है। भारत की अर्थव्यवस्था पर क्रिसिल के रेटिंग बहुत महत्वपूर्ण हैं। क्रिसिल ने भारतीय अर्थव्यवस्था में एक काफी बड़े क्रम में योगदान किया है।
– क्रिसिल भारतीय समुदाय में महत्वपूर्ण नियोजकों में से एक है।
– क्रिसिल भारत की अर्थव्यवस्था को समझने में मदद करता है।
– क्रिसिल के रेटिंग समझने से लोगों को अपने निवेश और बचतों के फैसलों पर भरोसा होता है।
– क्रिसिल के राजनीतिक नेटवर्क ने भारत की अर्थव्यवस्था में एक बहुत ही बड़ी भूमिका निभाई है।
– भारत में क्रिसिल की ताकत काफी बड़ी है।
गुणों के अलावा वेरीफाइड डेटा तथा शीर्षकों के लिए उद्धरण जोड़कर आप इस विषय पर अधिक जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। क्रिसिल का अपना ऐतिहासिक महत्व होने के साथ-साथ उनके द्वारा प्रदान किए जा रहे तैराक सर्वोत्तम रेटिंग विश्वसनीयता के साथ-साथ भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए एक बहुत बड़ा समर्थक होते हैं।
9. CRISIL और शेयर बाजार
CRIL भारत की पहली क्रेडिट रेटिंग एजेंसी है जो 1988 में राजीव गांधी के समय महापौर बनाम शेयर बाजार निगम के सहयोग से शुरू हुई थी। जैसा कि हम जानते हैं, शेयर बाजार और क्रेडिट रेटिंग एक-दूसरे से गहरा जुड़ाव रखते हैं और CRISIL इस मायने में अहम भूमिका निभाता है। हालांकि, हम देख सकते हैं कि कंपनी शेयर बाजार से अलग होने का भी विकल्प नहीं लेती है। हलांकि, इसके मुख्य अधिकारी अशुतोष माटूर ने स्पष्ट किया है कि “CRISIL शेयर बाजार से अलग होने के लिए इसकी मार्केट कैप बहुत बड़ी हो जाएगी”। इसलिए, शेयर बाजार करोड़ों लोगों के लिए एक मुखय निवेश स्रोत है और CRISIL एक विश्वसनीय नाम है जो उन्हें सहेजकर रखता है।
इसके अलावा, यह बताया गया है कि मार्च 2022 तक, CRISIL की मार्केट कैप 26,000 करोड़ रुपये से अधिक है। सबसे बड़ी ओर होते हुए, CRISIL परिसंपत्ति वितरण पुंजी के टॉप विकल्प में शामिल है।ि
एक अन्य महत्वपूर्ण बात, CRISIL शेयर बाजार का अध्ययन करती है और उसके जानकार होने के कारण निवेशक उनके द्वारा दी गई जानकारी पर भरोसा कर सकते हैं जिससे कमाई का मार्ग लोगों के लिए सुरक्षित रह सकता है। आप देख सकते हैं कि शेयर बाजार अनिश्चित होता है जिससे कुछ निवेशकों को डर जाता है, फिर भी वे उन्हें छोड़ने का विकल्प नहीं रखते हैं।
इसलिए, CRISIL शेयर बाजार द्वारा निवेशकों के लिए आकर्षक है, क्योंकि यह एक लोकप्रिय एजेंसी है जो सही जानकारी देती है और लोगों में भरोसा जताती है। यदि आप अभी शेयर बाजार में निवेश करना चाहते हैं, तो CRISIL एक समझदार लेनदेन है जो आपके लिए सही हो सकता है।
10. CRISIL के तरीके और कार्यक्रम.
अगर आप कोई बैंक, संगठन या कंपनी के शेयर खरीदने का फैसला लेते हैं तो आप ने CRISIL के बारे में सुना होगा जो एक समाना बिमा रेटर है। CRISIL का पूर्ण नाम राजस्थान राज्य स्तरीय अर्थशास्त्री अंशुल डू ट्राइवेडी द्वारा जारी दूसरा सामाजिक वित्तीय रेटिंग है। इसके अलावा, CRISIL आईआईसीआई द्वारा स्थापित हुआ एक अतिरिक्त वैश्विक बिमा रेटिंग एजेंसी भी है।
CRISIL एक समाना बिमा रेटिंग एजेंसी है जो बैंकों, संगठनों और कंपनियों की श्रेयों के लिए रेटिंग प्रदान करती है। यह उन्हें उनकी आर्थिक ताकत और उनके लेनदेन की गुणवत्ता का मूल्यांकन करने में मदद करता है। कंपनी के तरीके, नियम, और कार्यक्रम बिमा उद्योगों और संभावित विनिवेशकों के लिए भी उपलब्ध हैं।
“हम अपनी रेटिंग दे रहे हैं, जो लोगों को जीते या हारते हुए कंपनियों को निर्देशित करती है,” CRISIL के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा।
CRISIL ने भारत में विभिन्न कैटेगरी के स्थायी और अस्थायी वित्तीय उपकरणों के लिए अधिकतम रेटिंग प्रदान की है। आपको इसे स्टॉक मार्केट, बैंक, कंपनियों और वित्तीय सेवाएं के क्षेत्र में जानिए।
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