- वजन बढ़ाने के लिए योग कैसे कारगर है? – How effective is Yoga for Weight gain?
अधिकतम समय स्वास्थ्य में मोटापे से संबंधित मुद्दों पर ध्यान दिया जाता है। इसका मतलब ऐसा बिलकुल नहीं है की पतला शरीर अच्छे स्वास्थ्य की निशानी है। स्वस्थ रहने के लिए आपका वजन आपकी ऊचाई के मुताबिक होना चाहिए, जिसको अंग्रेजी में Body mass Index (BMI) कहते है। आप BMI Calculator की मदद से अपने BMI को जांच सकते है। १८.५ से लेकर २४.९ तक के BMI को स्वस्थ माना जाता है। अगर आपका BMI १८.५ से कम है तो आपका वजन आपकी ऊचाई के मुताबिक कम है और आपको यहाँ बताये गए वजन बढ़ाने के लिए योग का प्रयोग ज़रूर करना चाहिए।
आयुर्वेद में स्वस्थ रहने के लिए योग बहुत ही प्रसिद्ध है। विशेषज्ञ द्वारा शरीर की विविध परिस्थितियों और रोगों के लिए अलग-अलग योग एवं आसन करने की सलाह दी जाती है। शरीर के समस्त स्वास्थ्य और फिटनेस के लिए योग बहुत फ़ायदेमंद है। आपने कई बार देखा होगा की लोग मुख्य तौर पर शरीर की चरबी कम करने और वजन घटाने के लिए योग करते है,लेकिन योग के फायदे सिर्फ वहाँ तक सीमित नहीं है। क्या आप जानते है की आप योग की मदद से अपना वजन बढ़ा भी सकते है? आज हम बात करेंगे ऐसे ६ योगासनों के बारे में जो आपको वजन बढ़ाने में मदद करेंगे।
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वजन बढ़ाने के लिए योग कैसे कारगर है? – How effective is Yoga for Weight gain?
योग करने से कई प्रोब्लेम्स जैसे की असंतुलित मेटाबोलिज्म, तनाव, अरुचि और पाचन से संबंधित परेशानियों से छुटकारा मिलता है। इनके साथ साथ यह वजन को योग्य बनाने में भी मदद करता है। योग करने से शरीर में रक्त प्रवाह और ऑक्सीजन का सर्कुलेशन बढ़ता है, जिसकी मदद से सभी कोशिकाओं एवं अंगों को पोषण मिलता है एवं उनमें पोषकतत्वों का शोषण भी बढ़ता है। इससे आपकी मासपेशिया मजबूत होती है और आपका शरीर मजबूत एवं लचिला बनता है। योग करने से आपके आंतरिक बल में भी वृद्धि होती है।
यहाँ पर यह कहना अनिवार्य है की योग मुख्य तौर पर आपके मेटाबोलिज्म को ठीक करने पर काम करता है। इसीलिए, यहाँ बताये गये आसन न ही केवल वजन को बढ़ाता है पर वजन कम करने में भी उतने ही कारगर है। यह दोनों के लिए काम करते है। इसके, अतिरिक्त आपको यह आसन पोषकतत्वो से भरपूर उचित डाइट प्लान के साथ करने चाहिए।
वजन बढ़ाने के लिए योग – Yoga for Weight Gain
आपको वजन बढ़ाने के लिए यहाँ दिखाए गए योग हर रोज सुबह करना है। अगर कोई भी योग और व्यायाम सुबह के समय किया जाए तो अधिकतम परिणाम हासिल होते हो एवं पूरे दिन शरीर में स्टैमिना बना रहता है। यहाँ बताये गए योग आपको खाली पेट करना है वरना उल्टी जैसी परिस्थितियां प्रगट हो सकती है। योग करने के लिए एकदम शांत और साफ़ जगह का चयन करे ताकि आपका ध्यान केवल योग पर ही केंद्रित हो। आप वजन बढ़ाने के लिए यह ६ योगासन का प्रयोग नित्य तौर पर कर सकते है :
1. भुजंगासन – Cobra Pose Yoga
भुजंगासना, जिसे अंग्रेजी में Cobra Pose Yoga भी कहते है, यह आसन उल्टा पेट के बल लेट कर किया जाने वाला आसन है। इसे आम तौर पे सूर्य नमस्कार करते समय किया जाता है। यह आसन हमारे पाचन तंत्र के अगले एवं पिछले दोनों हिस्सों पर काम करता है एवं भूख बढ़ाता है, मेटाबोलिजम को संतुलित करता है और पाचन तंत्र में ब्लॉकेज को हटाने में मदद भी करता है। इसे करने से रक्त प्रवाह बढ़ता है एवं पोषकतत्वों का शोषण भी बढ़ता है जिससे वजन बढ़ने में और शरीर के समस्त विकास में मदद मिलती है।
भुजंगासन कैसे करे? – How to do Cobra Pose Yoga?
- सबसे पहले, आप फर्श पर अपने पेट के बल ज़मीन की और मुँह करके उल्टा लेट जाए।
- अपने पैरो को एक दूसरे से थोड़ा दूर फैला दे ताकि योग करते समय उनमें ज़्यादा तनाव पैदा न हो।
- अपनी हाँथों को अपने कंधो के नीचे लाकर उनके बल पर ही छाती को ऊपर की ओर उठाये और सामने की ओर देखे।
- ऐसा करते समय अपने पैरों को जमीन की और दबाना है।
- अब यही स्थिति में बने रहकर, गहराई तक सांस ले और ज़ोर से बहार छोड़े।
2. वीरभद्रासन – The Warrior Pose Yoga
वीरभद्रासन शब्द दो शब्दों से बना है – वीरभद्र जिसका मतलब होता है योद्धा और आसन मतलब मुद्रा। आपको इस आसन में योद्धा की जैसी मुद्रा बनानी होती है इसी लिए इस अंग्रेजी में The Warrior Pose Yoga भी कहते है। यह आसन करने से मांसपेशियों का वजन बढ़ता है एवं उनमें लचीलापन आता है। यह आसन में बहुत सारी कैलोरीज खर्च होती है जिसकी वजह से भूख लगती है।
वीरभद्रासन कैसे करे? – How to do The Warrior Pose Yoga
- सबसे पहले, अपने पैरो को एक दूसरे से ३-४ फुट की दूरी पर रख कर खड़े हो जाए।
- अपने दाहिने पैर को ९० डिग्री बहार की और घुमाइये और अपने बाये पैर को १५ डिग्री अंदर की और घुमाइये।
- ध्यान रखे की दाहिने पैर की एड़ी बाये पैर के साथ एक लाइन में हो।
- अब अपने दोनों हाथों को अपने कंधो की ऊंचाई तक उठाये और हथेलियों को ऊपर की और रखते हुए दोनों साइड फैला दे।
- सांस बहार छोड़ते हुए अपने दाहिने घुटने धीरे धीरे मोडे। (जब तक कमर और दाहिनां घुटना एक सीधी रेखा में न आ जाये तब तक मोड़े)
- अब अपनी गर्दन को धीरे धीरे दाहिनी और मोडे।
- अब इसी परिस्थिति में अपने हाथों को बहार की ओर खींचे।
- अब अपनी कमर को हल्का सा नीचे की और दबाएँ और सांस लेते रहिये।
- सांस को अंदर लेते हुए ऊपर की और वापिस आ जाए और सांस अंदर लेते हुए हाथों को नीचे ले आइये।
- अब इसी स्टेप्स को विरुद्ध दिशा में कीजिए। (बाए पैर को ९० डिग्री बहार की ओर मोड़े और दाहिने पैर को १५ डिग्री अंदर की और मोड़े)
3. सर्वांगासन – Shoulder stand Yoga
सर्वांगासन शब्द दो शब्दों से बना है – सर्वांग मतलब सभी अंग और आसन मतलब मुद्रा। इसे अंग्रेजी में Shoulder Stand Yoga कहा जाता है। सर्वांगासन करने से खोराक के पाचन में मदद मिलती है और दिमाग में रक्त प्रवाह और ऑक्सीजन प्रवाह भी बढ़ता है। यह आसन शरीर को उल्टा करके किया जाता है जिसकी वजह से शरीर के अगम्य भागों में भी रक्त एवं ऑक्सीजन का प्रवाह बढ़ता है और पोषण मिलता है। सर्वांगासन करने से शरीर में नई ऊर्जा आती है।
सर्वांगासन कैसे करे? – How to do Shoulder Stand Yoga?
- सबसे पहले शवासन में सो जाए और अपने हाथों की मदद से अपनी कमर को सपोर्ट करते हुए अपने पैरों को धीरे धीरे ऊपर उठाये।
- अपने वजन को अपने कंधो पर डालते हुए शरीर का ऊपरी भाग को भी ऊपर उठाये।
- अपने मस्तिष्क और कंधे को ज़मीन पर रखते हुए इसी परिस्थिति में थोड़ी देर तक रहे।
4. पवनमुक्तासन – Wind Relieving Pose Yoga
पवनमुक्तासन का मतलब होता है पवन को छोड़ना और इसे अंग्रेजी में Wind Relieving Pose Yoga भी कहते है। यह योग पाचनतंत्र को उत्तेजित करता है और पोषकतत्वों का शोषण बढ़ाता है। यह योग करने से पाचनतंत्र में स्थित बिन जरूरी गेसिस भी बहार निकल जाती है और वायु का शमन होता है।
पवनमुक्तासन कैसे करे? – How to do Wind Relieving Pose Yoga?
- सबसे पहले अपने पैरो को एकदम सीधा रखते हुए ज़मीन पर पीठ के बल लेट जाए।
- अपने घुटनों को मोड़कर छाती के ऊपर रखे और उनको अपने हाथों की मदद से पकड़े।
- अब अपने सिर को थोड़ा ऊपर उठाकर अपने नाक को दोनों घुटनों के बिच लाने का प्रयास करे।
- अब इसी मुद्रा में सांस निकालते समय अपने हाथों की मदद से पैरों को पेट की और दबाये और सांस लेते समय ढीला करे।
- ऐसा आप ५-१० मिनट तक कर सकते है।
5. मत्स्यासन – Fish Pose Yoga
मत्स्य का अर्थ होता है मछली, क्योंकि इस आसन में मछली जैसी मुद्रा बनानी होती है, इस आसन को अंग्रेजी में Fish Pose Yoga भी कहते है। यह योग वजन बढ़ाने के लिए अतिआवश्यक है। यह योग पाचनतंत्र के साथ साथ थाइरोइड ग्रंथि पर भी असर करता है। अतिसक्रिय थाइरोइड में भी शरीर का वजन कम हो जाता है। यह आसन थाइरोइड ग्रंथि को नियंत्रित करने ने मदद करता है।
मत्स्यासन कैसे करे? – How to do the Fish Pose Yoga
- अपने पैरो को एक साथ रखते हुए, हाथों को साइड में रखकर पीठ के बल लेट जाए।
- अपने हाथों को ज़मीन की ओर रखते हुए अपने नितंब के नीचे रख दे और अपनी कोहनियो को धीरे धीरे से एक दूसरे के नज़दीक ले आए।
- अब दोनों पैरो को मोड़ कर एक दूसरे के ऊपर रख दे और ध्यान दे की दोनों जांघ और एड़िया ज़मीन को छुए।
- सांस अंदर ले और अपनी छाती को ऊपर की और उठाये और देखे की साथ साथ आपका सिर भी उठेगा। अपने सिर के ऊपरी हिस्से को ही ज़मीन पर रखना है।
- ध्यान दे की आपका पूरा वजन कोहनियो पर हो न की मस्तिष्क पर। अब जैसे आपकी छाती ऊपर की और उठे, अपने कंधो पर थोड़ा प्रेशर दे।
- जब तक आपको अनुकूल हो इसी परिस्थिति में बने रहे और सामान्य तरीके से श्वसन चालू रखें।
- यह मुद्रा छोड़ते समय पहले अपने मस्तिष्क को ऊचा उठाये और छाती को नीचे लाकर अपने पैरो को सीधा करदे।
6. शवासन – Corpse Pose Yoga
शवासन शब्द दो शब्दों से बना है, शव मतलब मृत शरीर और आसन मतलब मुद्रा। शवासन में मृत शरीर की लाश के जैसी मुद्रा की जाती है इसलिए इसको अंग्रेजी में Corpse Pose Yoga भी कहा जाता है। यह आसन आम तौर पर सभी आसनों के बाद अंत में शरीर को आराम देने के लिए किया जाता है। इस आसन में योग निद्रा मेडिटेशन भी किया जा सकता है।
शवासन करने से शरीर, मन और आत्मा में प्रसन्नता का अनुभव होता है। यह आसन करने से शरीर का सारा बोझ हल्का हो जाता है और योगी अपने तनाव दायक विचारों से दूर हो कर शांति की अनुभूति करता है।
शवासन कैसे करे? – How to do Corpse Pose Yoga?
- सबसे पहले, अपने योगामेट पर पीठ के बल लेट जाए।
- अपने पैरो को फैला कर अपने हाथों को दोनों साइड ज़मीन पर रखकर आँख बंध करके अपने शरीर के हर एक मांसपेशी को ढीला करके आरामदायक स्थिति में आ जाइये।
- अब अपने हर एक सांस को अंदर और बाहर निकालते हुए महसूस कीजिये।
- इस तरह आपको ५-१० मिनट तक अपनी सांसों की अनुभूति करते हुए यह आसन करना है।
तो यह थे ६ “वजन बढ़ाने के लिए योग” जिसका प्रयोग आप घर पर कर सकते है। याद रखें योग करते समय अगर आपको कोई भी दुष्प्रभाव देखने को मिलते है तो योग विशेषज्ञ की सलाह जरूर ले।