तेरी मुरली की मैं हूँ गुलाम | Teri Murli Ki Main Huun Gulaam Mere Albele Shyam | Hindi Bhajan | Hindi Devotional Song

तेरी मुरली की मैं हूँ गुलाम | Teri Murli Ki Main Huun Gulaam Mere Albele Shyam

Teri Murli Ki Main Huun Gulaam Mere Albele Shyam
Teri Murli Ki Main Huun Gulaam Mere Albele Shyam

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तेरी मुरली की मैं हूँ गुलाम, मेरे अलबेले श्याम।
अलबेले श्याम मेरे मतवाले श्याम॥

घर बार छोड़ा सब तेरी लगन में,
बाँवरी भई डोलूं ब्रिज की गलिन में।
मेरे स्वांसो की माला तेरे नाम, मेरे अलबेले श्याम॥

सांवरे सलोने यही विनती हमारी,
करदो कृपा मैं हूँ दासी तुम्हारी।
तेरी सेवा करूँ आठों याम, मेरे अलबेले श्याम॥

जब से लड़ी निगोड़ी तेरे संग अखियाँ,
चैन नहीं, दिन मैं काटूं रो रो के रतियाँ।
तूने कैसा दिया यह इनाम, मेरे अलबेले श्याम॥

आऊँगी मिलन को तुमसे कर के बहाने,
सांस रूठे, जेठानी मारे सो सो ताने।
हूँ घर घर में मैं तो बदनाम, मेरे अलबेले श्याम॥

तेरी मुरली की मैं हूँ गुलाम, मेरे अलबेले श्याम।
अलबेले श्याम मेरे मतवाले श्याम॥

तेरी मुरली की मैं हूँ ग़ुलाम, मेरे अलबेले श्याम | Nikunj Kamra | Mere Albele Shyam | Bhav Pravah

Teri Murli Ki Main Huun Gulaam Mere Albele Shyam

मेरा नाम सविता मित्तल है। मैं एक लेखक (content writer) हूँ। मेैं हिंदी और अंग्रेजी भाषा मे लिखने के साथ-साथ एक एसईओ (SEO) के पद पर भी काम करती हूँ। मैंने अभी तक कई विषयों पर आर्टिकल लिखे हैं जैसे- स्किन केयर, हेयर केयर, योगा । मुझे लिखना बहुत पसंद हैं।

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