सुखासन करने के फायदें, विधि, लाभ और सावधानियाँ – Sukhasana karne ke fayde – Benefits of Sukhasana

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सुखासन योग एक सरल तथा महत्वपूर्ण आसन है। सुखासन के कई फायदे हैं (Sukhasana karne ke fayde) सुखासन योग किसी भी उम्र का व्यक्ति कर सकता है। यह सभी लोगों के लिए फायदे मंद होता है।

साधु संत महात्मा लोग भी ध्यान लगाने के लिए सुखासन की ही अवस्था मे बैठते हैं। सुखासन योग आपके अंदर ध्यान केंद्रित करने मे मदद करता है तथा यह आपकी एकाग्र शक्ति को बढ़ाता है।

सुखासन योग आपको आनंद और शांति प्रदान करता है। तथा यह मानसिक और शारीरिक लाभ भी पहुँचाता है। इस लेख मे हम आपको सुखासन से होने वाले लाभ तथा सावधानियों के बारे में बता रहे हैं।

सुखासन योग करने के फायदे – Sukhasana karne ke fayde

सुखासन करने से बहुत से फायदे होते हैं जिनमे से हम आपको कुछ नीचे बता रहे है।

1. ध्यान केंद्रित करने में सुखासन के लाभ – dhyaan kendrit karne mein Sukhasana ke labh

Sukhasana karne  ke fayde

सुखासन योग में ध्यान में रहने से आप ब्रंह्मांडिय ऊर्जा से जुड़ पाएंगे।  यह योग शारीरिक रूप मे सिर्फ एक आसन है लेकिन वास्तविक रुप से देखा जाए तो मानसिक तौर पर चुनौती पूर्ण है। 

इस योग के अभ्यास करने की शुरुआत में आपके दिमाग में हर प्रकार के विचार आते हैं लेकिन इन सभी विचारों को बाहर निकलने दें। और अपने दिमाग को एकाग्र करने की कोशिश करें उसके बाद आप अपने ध्यान को आसानी से केंद्रित कर सकते हैं।

2. सुखासन करने के फायदे, शांति मिलती है – Sukhasana karane ke fayde, shanti milti hai

सुखासन करने के फायदे

शारीरिक स्वास्थ्य मे लाभ लगभग सभी आसन करने से मिलता है, लेकिन सुखासन करने से आपको शारीरिक स्वास्थ्य के साथ – साथ मानसिक लाभ भी मिलता है। सुखासन योग करने से आपका तनाव कम होता है तथा आपको शांति मिलती है।

इस आसन मे ध्यान केंद्रित करने के लिए अपनी सासों को नियंत्रित करें तथा आँखों को बंद कर के किसी भी मंत्र का उच्चारण कर सकते हैं। इससे आपको मानसिक शांति मिलती है।

3. कुल्हों को फैलाने में सुखासन के लाभ – kulhon ko failane mein sukhasana ke labh

Sukhasana karne ke fayde

अगर आप चाहते हैं कि आपके कुल्हों का आकार बड़ जाए तो आपके लिए सुखासन बहुत ही फ़ायदेमंद हैं। इसके लिए आप इस योग का नियमित रूप से उपयोग कर सकते हैं। इस योग से आपके पैरों और कूल्हों पर खिचाव पड़ता है।

अगर किसी को बैठने मे परेशानी हो तो वह इसके लिए कुशन या तकिये का उपयोग भी कर सकते हैं।

4. घुटनों को मजबूत करने के लिए सुखासन के लाभ – ghutanon ko majaboot karane ke liye sukhasana ke labh

सुखासन करने के फायदे

सुखासन करने से आप अपने घुटनों को मजबूत बना सकते हैं तथा इससे घुटनो के दर्द में भी आराम मिलता है। क्योंकि इस योग को करते समय घुटनों पर अत्यधिक दबाव पड़ता है। इससे आपके पैरों के घुटनों की शक्ति मे वृद्धि होती है।

सुखासन योग से वैसे तो सभी को लाभ मिलता है लेकिन यह विशेष रूप से उन लोगों के लिए लाभदायक होता है जो पूरे दिन कुर्सी पर बैठकर काम करते हैं या गाड़ी चलाते हैं जिससे उनके घुटने मुड़े रहने की वजह से परेशानी होती है। इसलिए दिन मे कम से कम 10 मिनट के लिए इस आसन को ज़रूर करना चाहिए।

5. एड़ी के दर्द में सुखासन के फायदे – edee ke dard mein sukhasana ke fayde

Sukhasana karne ke fayde

सुखासन योग जितना सरल माना जाता है उतना ही फायदेमंद भी। अगर आप नियमित रूप से सुखासन का अभ्यास करते हैं तो इससे आपके एड़ियों के दर्द मे भी राहत मिलती है। क्योंकि जब हमारे पैरों की उंगलियों मे दर्द होता है तो इससे टकनों और एड़ियों मे भी सूजन आ सकती है। 

इस प्रकार के दर्द को दूर करने के लिए सुखासन एक बहुत ही उपयोगी आसन है। इस योग को करने के केवल कुछ समय बाद ही आप महसूस कर सकते हैं कि आपके एड़ियों के दर्द मे आराम मिल रहा है।

6. सुखासन के फायदे एकाग्रता  बढ़ती है – sukhasana ke fayde ekagrata badhati hai

Sukhasana karne ke fayde

अगर आप सुखासन के फायदे पाना चाहते हैं तो इसके लिए आपको गहरे ध्यान की स्थिति में रहना होता है। इससे आपकी एकाग्रता  बढ़ती है जिसके कारण गहरी सांस लेने के व्यायाम को आप आसानी से कर सकते हैं। बच्चों या पढ़ाई करने वाले छात्रों को इस आसन को करने से पढ़ाई में ध्यान एकाग्र करने में मदद मिलेगी।

7. सुखासन करने से तनाव दूर होता है – sukhasana karane se tanaav dur hota hai

Sukhasana karne ke fayde

अगर आप भी मानसिक थकान और तनाव से परेशान हैं तो सुखासन एक अच्छा  उपाय है। क्यों कि यह न केवल आपके मन शांत करता है बल्कि स्ट्रेेस को भी दूर करने में मदद करता है। 

दिन भर काम करने के दौरान शरीर बहुत थक जाता है इसलिए सोने से पहले यदि कुछ देर के लिए सुखासन की बैठते हैं तो इससे कुछ हार्मोन उत्तेजित हो सकते हैं। ये हार्मोन शरीर को आराम दिलाने और तनाव का उचित प्रबंधन करने में सहायक होते हैं। इस तरह से सभी लोगों को नियमित रूप से रात में सोने से पहले सुखासन आसन का उपयोग करना फायदेमंद हो सकता है।

सुखासन करने मे क्या सावधानी बरती जाए –  Sukhasana karne main kya savdhani bartein – What precautions should be taken while doing Sukhasana

  1. सुखासन करते समय आपको कुछ सावधानियाँ बरतनी चाहिए ये इस प्रकार है।
  2. अगर आप आसन को लंबे समय तक करना चाहते हैं तो अपने घुटनों को ज़मीन के निकट रखें, अगर इससे आपके कूल्हों पर अधिक भार पड़ता है तो शुरुआत मे आपके पीठ मे थोड़ा दर्द भी हो सकता है।
  3. यदि आपके कूल्हों और घुटनों में चोट या सूजन हैं तो आप इस आसन को ना करें।
  4. यदि आपकी डिस्क फिसल गई हैं तो आप इस आसन को ना करें।
  5. अगर आपकी पीठ के निचले हिस्से में दर्द हैं तो आप इस आसन को ना करें।

सुखासन क्या हैं – What is Sukhasana – Sukhasana kya hai

सुखासन एक योग है जो करने मे बहुत सरल होता है। लेकिन यह एक बहुत ही फ़ायदेमंद आसन होता है जो मन को शांति प्रदान करता है और ध्यान केंद्रित करने मे मदद करता है।

यहाँ पढ़े : सुखासन क्या है

सुखासन करने का तरीका – Sukhasana steps in Hindi 

1. सुखासन को करने के लिए आप सबसे पहले फर्श पर योगा मेट को बिछा के पैरों को सीधे करके बैठ जाएं।

2. फिर दाएं पैर को मोड़ें और बाएं पैर की जांघ के नीचे या अपने बाएं पैर के घुटने के नीचे रखें।

3. एक दो लम्बी साँस लेनी हैं, तथा अपनी रीढ़ की हड्डी को बिल्कुल सीधा रखना है।

4. अपने बाएं पैर को मोड़े फिर दाएं पैर की जांघ पर या दायं पैर के घुटने के नीचे रखें जैसे भी आपको आसानी रहे।

5. अपने सिर और गर्दन पर बिना किसी प्रकार का खिचाव बनायें सीधा रखें।

6. इसके साथ ही दोनों हाथों को ध्यान की मुद्रा में घुटनों पर रखें।

7. अपने पूरे शरीर को आरामदायक स्थिति में ही रखना होता है।

यहाँ पढ़े : सुखासन करने के तरीके

सुखासन करने के बाद ये आसन करें – sukhasana karane ke baad ye aasan Karein – Do this asana after doing sukhasana 

1. वज्रासन (Vajrasana)

2. अनुलोम-विलोम (Anulom-Vilom)

3. उत्तानासन (Uttanasana)

4. कपालभाति (Kapalbhati)

5. बालासन (Balasana)

6. धनुरासन (Dhanurasana)

इस लेख में मैनें आपको सुखासन करने के फायदे और उसमे ध्यान रखने वाली सावधानियों तथा सुखासन के लाभ के बारे मे बताया है। 

अगर आप सुखासन के तरीकों के बारे मे जानना चाहते हैं तो हमारे इससे संबंधित लेख पड़ सकते हैं। आशा करते हैं आपको ये लेख पसंद आया होगा अगर आपका कोई सुझाव हो तो आप हमे कमेंट करके बता सकते हैं।

Reference –

मेरा नाम सविता मित्तल है। मैं एक लेखक (content writer) हूँ। मेैं हिंदी और अंग्रेजी भाषा मे लिखने के साथ-साथ एक एसईओ (SEO) के पद पर भी काम करती हूँ। मैंने अभी तक कई विषयों पर आर्टिकल लिखे हैं जैसे- स्किन केयर, हेयर केयर, योगा । मुझे लिखना बहुत पसंद हैं।

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