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- first president of india – भारत के पहले राष्ट्रपति कौन थे?
- first vice president of india – भारत के पहले उपराष्ट्रपति कौन थे?
- first prime minister of india – भारत के पहले प्रधानमंत्री कौन थे?
- first women president of india – भारत की पहली महिला राष्ट्रपति कौन थी?
- first deputy prime minister of india – भारत के पहले उप प्रधानमंत्री कौन थे?
- first women prime minister of india – भारत की पहली महिला प्रधानमंत्री कौन थी?
- first chief justice of india – भारत के पहले मुख्य न्यायाधीश कौन थे?
- first education minister of india – भारत के पहले शिक्षा मंत्री कौन थे?
- first finance minister of india – भारत के पहले वित्त मंत्री कौन थे?
- first home minister of india – भारत के पहले गृह मंत्री कौन थे?
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भारत में 55 प्रथम व्यक्ति | list of first in india in hindi | First Person in India | विज्ञान, खेल, रक्षा, साहित्य में प्रथम भारतीय पुरुष एवं महिला नाम सूची | List of first in India Men and Women
first president of india – भारत के पहले राष्ट्रपति कौन थे?
भारत के पहले राष्ट्रपति का नाम ‘डाक्टर राजेंद्र प्रसाद’ dr. rajendra prasad था। जिनका जन्म 3 दिसम्बर 1884 को बिहार के सिवान जिले (तात्कालीन बंगाल प्रांत) में हुआ था। एक स्वतंत्र कार्यकर्ता और प्रसिद्ध वकील रह चुके डा. राजेन्द्र प्रसाद को 26 जनवरी 1950 के दिन पहले गणतंत्र दिवस के मौके पर संविधान सभा द्वारा देश का पहला राष्ट्रपति चुना गया। बतौर राष्ट्रपति लगातार दो कार्यकाल पूरा करने के साथ राजेंद्र प्रसाद 13 मई 1962 तक देश के राष्ट्रपति के पद पर रहे। राजेंद्र प्रसाद ने 78 साल की उम्र में 28 फरवरी 1963 को बिहार की राजधानी पटना में आखिरी सांस ली। 1962 में उन्हें भारत सरकार द्वारा भारत रत्न के खिताब से भी नवाजा गया।
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first vice president of india – भारत के पहले उपराष्ट्रपति कौन थे?
भारत के पहले उपराष्ट्रपति का नाम डाक्टर सर्वपल्ली राधाकृष्णन्न dr. sarvepalli radhakrishnan है। उनका जन्म 5 सितम्बर 1888 को तमिलनाडू राज्य (तात्कालीन मद्रास प्रांत) में हुआ था। डा. सर्वपल्ली शुरु से ही देश की एक्टिव पॉलिटिक्स का अहम हिस्सा रहे हैं। 1950 में संविधान लागू होने के बाद 13 मई 1952 में डा. सर्वपल्ली ने देश के पहले उपराष्ट्रपति के रुप में शपथ ग्रहण की। वहीं 13 मई 1962 को डा. सर्वपल्ली राधाकृष्णन्न देश के दूसरे राष्ट्रपति भी बने। 1954 में डा. सर्वपल्ली को देश के सर्वोच्च सम्मान भारत रत्न से भी नवाजा गया। उन्होंने 86 साल की उम्र में 17 अप्रैल 1975 को तमिलनाडु में आखिरी सांस ली।
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first prime minister of india – भारत के पहले प्रधानमंत्री कौन थे?
भारत के पहले प्रधानमंत्री का नाम ‘पंडित जवाहर लाल नेहरु’ pandit jawahar lal nehru था। उनका जन्म 14 नवम्बर 1889 को उत्तर प्रदेश के इलाहाबाद जिले (तात्कालीन यूनाइटेड प्रोवेंस) में हुआ था। भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस (INC) के नेता पंडित नेहरु 15 अगस्त 1947 को आजाद भारत के पहले प्रधानमंत्री चुने गए थे। लगभग 16 सालों तक देश की बागडोर संभालने वाले पंडित नेहरु 13 मई 1964 तक प्रधानमंत्री पद पर काबिज रहे। 27 मई 1964 को नई दिल्ली में दिल का दौरा पड़ने के कारण पंडित नेहरु की मृत्यु हुई थी। चाचा नेहरु के नाम से मशहूर पंडित नेहरु को 1955 में भारत सरकार द्वारा भारत रत्न ने सम्मानित किया गया।
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first women president of india – भारत की पहली महिला राष्ट्रपति कौन थी?
भारत की पहली महिला राष्ट्रपति का नाम श्री मती प्रतिभा पाटिल mrs pratibha patil है। प्रतिभा पाटिल का जन्म 19 दिसम्बर 1934 को मुंबई के नाडगांव (तात्कालीन बंबई प्रांत) में हुआ था। 25 जुलाई 2007 को भारत प्रतिभा पाटिल देश की 12वीं राष्ट्रपति बनीं। इसी के साथ उन्होंने देश की पहली महिला राष्ट्रपति के रुप में शपथ ग्रहण की। 1962 में महज 27 साल की उम्र में महाराष्ट्र के जालगांव से विधायक बनी प्रतिभा पाटिल को 19 नवम्बर 1986 में राज्यसभा की उपसभापति भी नियुक्त किया गया था। जिसके बाद वो 1991 में अमरावती से जीत हासिल कर 10वीं लोकसभा का हिस्सा भी बनीं। वहीं प्रतिभा पाटिल को 2004 से 2007 तक राजस्थान की 17वीं राज्यपाल भी रह चुकी हैं।
first deputy prime minister of india – भारत के पहले उप प्रधानमंत्री कौन थे?
भारत के पहले उप प्रधानमंत्री का नाम सरदार वल्लभभाई पटेल sardar vallabhbhai patel था। सरदार पटेल का जन्म 31 अक्टूबर 1875 को गुजरात के नाड़ियाड़ (तात्कालीन बंबई प्रांत) में हुआ था। भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के दिग्गज नेताओं में शुमार सरदार पटेल ने आजादी के साथ ही 15 अगस्त 1947 को गृह मंत्रालय की बागडोर संभाली। इसी के साथ सरदार पटेल देश के पहले उप प्रधानमंत्री भी बने। हालांकि 15 दिसम्बर 1950 को बंबई में दिल का दौरा पड़ने के चलते उन्होंने इस दुनिया को हमेशा के लिए अलविदा कह दिया। सरदार पटेल को साल 1992 में मरणोपरांत भारत रत्न से नवाजा गया। वहीं सरदार पटेल के जन्मदिवस 31 अक्टूबर को हर साल राष्ट्रीय एकता दिवस के रूप में भी मनाया जाता है।
first women prime minister of india – भारत की पहली महिला प्रधानमंत्री कौन थी?
भारत की पहली महिला प्रधानमंत्री का नाम श्री मति इंदिरा गांधी indira gandhi था। इंदिरा का जन्म 19 नवम्बर 1917 को उत्तर प्रदेश के इलाहाबाद शहर (तात्कालीन यूनाइटेड प्रोवेंस) में हुआ था। 1966 में ताशकंद में पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री की रहस्यमयी मृत्यु के बाद इंदिरा गांधी ने देश के तीसरे और पहली महिला प्रधानमंत्री के रूप में शपथ ग्रहण की।
इंदिरा जनवरी 1966 से मार्च 1977 तक और बाद में जनवरी 1980 से अक्टूबर 1984 तक प्रधानमंत्री के पद पर काबिज रहीं। इसी बीच इंदिरा ने कई अहम मंत्रालयों का पदभार संभाला, जिसमें विदेश मंत्रालय (1984), रक्षा मंत्रालाय (1967 – 1969), गृह मंत्रालय (1970 – 1973), वित्त मंत्रालय (1969 – 1970) शामिल हैं। 31 अक्टूबर 1984 को इंदिरा गांधी की गोली मारकर हत्या कर दी गयी। नई दिल्ली में स्थित इंदिरा गांधी की समाधि को शक्ति स्थल के नाम से जाना जाता है। इदिंरा गांधी को 1971 में देश के सर्वोच्च सम्मान भारत रत्न से भी सम्मानित किया गया है।
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first chief justice of india – भारत के पहले मुख्य न्यायाधीश कौन थे?
भारत के पहले मुख्य न्यायाधीश का नाम हरिलाल कनिया H.J.Kaniya है। हरिलाल कनिया का जन्म 3 नवम्बर 1890 को गुजरात के नवसारी (तात्कालीन बंबई प्रांत) में हुआ था। ब्रिटिश शासन में देश के संघीय न्यायालय के न्यायाधीश रहे कनिया को 26 जनवरी 1950 में संविधान लागू होने और सर्वोच्च न्यायालय की स्थापना के साथ देश का पहला मुख्य न्यायाधीश चुना गया। बतौर CJI कनिया ने देश के पहले राष्ट्रपति राजेन्द्र प्रसाद को शपथ ग्रहण कराई। कनिया ने 61 साल की उम्र में 6 नवम्बर 1951 को अपने कार्यकाल के दौरान ही नई दिल्ली में अंतिम सांस ली।
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first education minister of india – भारत के पहले शिक्षा मंत्री कौन थे?
भारत के पहले शिक्षा मंत्री का नाम अबुल कलाम आजाद Abdul Kalam azad था, जिन्हें मौलाना आजाद के नाम से भी जाना जाता है। दरअसल उर्दू भाषा में मौलाना का अर्थ ‘मास्टर’ होता है, वहीं स्वतंत्रता आंदोलन से प्रभावित होकर उन्होंने अपना उपनाम ‘आजाद’ रखा था। मौलाना साहब का जन्म 11 नवम्बर 1988 को तुर्की (तात्कालीन ऑटोमन साम्राज्य) में हुआ था। देश की आजादी के बाद संविधान सभा का हिस्सा बनने वाले मौलाना आजाद को 15 अगस्त 1947 में आजाद भारत का पहला शिक्षा मंत्री नियुक्त किया गया। 1958 तक इस पद पर काबिज रहने के बाद 22 फरवरी 1958 को मौलाना साहब की नई दिल्ली में दिल का दौरा पड़ने के चलते मृत्यु हो गयी। मौलाना आजाद को 1992 में मरणोपरांत भारत रत्न से सम्मानित किया गया।
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first finance minister of india – भारत के पहले वित्त मंत्री कौन थे?
भारत के पहले वित्त मंत्री का नाम आर.के.सम्मुखम् शेट्टी Shri Shanmukham Chetty है। उनका जन्म 17 अक्टूबर 1892 को तात्कालीन मद्रास प्रांत के कोयम्बटूर में हुआ था। पेशे से वकील और भारतीय अर्थशास्त्री के रुप में मशहूर शेट्टी हमेशा से देश की एक्टिव पॉलीटिक्स का हिस्सा रहे हैं। स्वराज पार्टी से ताल्लुक रखने वाले शेट्टी को 15 अगस्त 1947 में वित्त मंत्री नियुक्त किया गया, जिसके साथ ही वे आजाद भारत के पहले वित्त मंत्री बने। इसी के साथ शेट्टी 26 नवम्बर 1947 को देश का पहला बजट प्रस्तुत करने वाले वित्त मंत्री बने। इसके पहले शेट्टी कोच्चीन के दीवान और केंद्रीय विधानसभा के अध्यक्ष भी रह चुके थे। आर.के.शेट्टी ने 60 साल की उम्र में 5 मई 1953 को कोयम्बटूर में ही आखिरी सांसे ली।
first home minister of india – भारत के पहले गृह मंत्री कौन थे?
सरदार वल्लभभाई पटेल sardar vallabhbhai patel भारत के पहले गृह मंत्री थे। सरदार पटेल का जन्म 31 अक्टूबर 1875 को गुजरात के नाडियाड (तात्कालीन बंबई प्रांत) में हुआ था। भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के दिग्गज नेताओं में शुमार सरदार पटेल ने आजादी के साथ ही 15 अगस्त 1947 को गृह मंत्रालय की बागडोर संभाली। इसी के साथ सरदार पटेल देश के पहले उप प्रधानमंत्री भी बने। हालांकि 15 दिसम्बर 1950 को बंबई में दिल का दौरा पड़ने के चलते उन्होंने इस दुनिया को हमेशा के लिए अलविदा कह दिया। सरदार पटेल को साल 1992 में मरणोपरांत भारत रत्न से नवाजा गया। वहीं सरदार पटेल के जन्मदिवस 31 अक्टूबर को हर साल राष्ट्रीय एकता दिवस के रूप में भी मनाया जाता है।
first governer general of india – भारत के पहले गवर्नर जर्नरल कौन थे?
भारत के पहले गवर्नर जर्नरल का नाम ‘लॉर्ड विलियम बैंटिक’ lord William bentick था। उनका जन्म 14 सितम्बर 1774 को इंग्लैंड में हुआ था। भारत में ब्रिटिश सरकार नेतृत्व करने के लिए लॉर्ड बैंटिक ने 4 मई 1828 को ईस्ट इंडिया कंपनी की बाडोर संभाली थी। वहीं 1833 के चार्टर एक्ट के द्वारा लॉर्ड विलियम बैंटिक को भारत का गवर्नर जर्नरल नियुक्त कर दिया गया। 1835 तक गवर्नर जर्नरल के पद पर काबिज रहने के बाद लॉर्ड बैंटिक ब्रिटेन वापस चले गए। 17 जून 1839 को 64 साल की उम्र में उन्होंने फ्रांस की राजधानी पैरिस में आखिरी सांस ली।
first viceroy of India – भारत के पहले वायसराय कौन थे?
भारत के पहले वायसराय का नाम लॉर्ड चार्ल्स कैंनिंग lord Charles caning है। जिनका जन्म 14 दिसम्बर 1812 को ब्रिटेन की राजधानी लंदन में हुआ था। 28 फरवरी 1856 में भारत के गवर्नर जनरल बने लॉर्ड कैनिंग को 1 नवम्बर 1858 को वायसराय नियुक्त कर दिया गया। दरअसल 1857 की क्रांति के बाद आए भारत सरकार अधिनियम 1858 के तहत भारत के गवर्नर जनरल के पद को वायसराय के पद में तब्दील कर दिया गया, जिसके अंतर्गत लॉर्ड कैंनिंग देश के पहले वायसराय बने। कैनिंग इससे पहले भी ब्रिटिश सरकार के कई अहम पदों पर रह चुके थे। इसके अलावा देश के पहले तीन आधुनिक विश्वविद्यालयों – कलकत्ता विश्वविद्यालय, मद्रास विश्वविद्यालय और बंबई विश्वविद्यालय की स्थापना का श्रेय भी लॉर्ड कैनिंग को ही जाता है। लॉर्ड कैनिंग ने महज 49 साल की उम्र में 17 जून 1862 को लंदन में ही आखिरी सांस ली।
first law minister of india – भारत के पहले कानून मंत्री कौन थे?
भारत के पहले कानून मंत्री डॉक्टर भीमराव अंबेडकर dr. bhimrao ambedkar थे। अंबेडकर का जन्म मध्यप्रदेश के इंदौर जिले (तात्कालीन संयुक्त प्रांत) के एक दलित परिवार में हुआ था। बाबासेहब के नाम से मशहूर डॉ. अंबेडकर अर्थशास्त्री, जज, समाज सुधारक और राजनेता थे। वहीं वायसराय की कार्यपालिका के सदस्य रह चुके बाबासाहेब को 15 अगस्त 1947 को आजाद भारत का पहला कानून मंत्री नियुक्त किया गया। इसी दौरान देश के संविधान का खाका तैयार करने का सबसे बड़ा श्रेय बाबासाहेब को ही जाता है। हालांकि 1951 में हुए देश के पहले लोकसभा चुनावों में हारने के बाद 1 अक्टूबर 1951 को डा. अंबेडकर ने कानून मंत्री के पद से इस्तीफा दे दिया। जिसके बाद 3 अप्रैल 1952 को उन्हें राज्यसभा सदस्य बनाया गया। बाबासाहेब ने 65 साल उम्र में 6 दिसम्बर 1956 को नई दिल्ली में अंतिम सांस ली।
first defence minister of india – भारत के पहले रक्षा मंत्री कौन थे?
भारत के पहले रक्षा मंत्री बलदेव सिंह baldev singh थे। जिनका जन्म 1902 को पंजाब के रुपड़ में हुआ था। भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस और शिरोमणी अकालीदल से जुड़ने के अलावा भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में अहम भूमिका निभाने वाले बलदेव सिंह को 15अगस्त 1947 को आजादी के साथ ही देश के रक्षा मंत्रालय का कार्यभार सौंपा गया। सरदार के नाम से मशहूर बलदेव सिंह देश के पहले रक्षा मंत्री बनने के साथ-साथ पहले सिख थे जिन्हें रक्षा मंत्रालय की बागडोर दी गयी थी। वहीं देश के बंटवारे के समय बलदेव सिंह ने सिख समुदाय का नेतृत्व करते हुए उनका पक्ष भी सरकार के सामने रखा था। प्रधानमंत्री नेहरु की कैबिनेट का हिस्सा रहे बलदेव सिंह 1952 में देश की पहली लोकसभा में भी शामिल हुए। बलदेव सिंह ने 29 जून 1961 को 58 साल की उम्र में नई दिल्ली में आखिरी सांस ली।
first railway minister in india – भारत के पहले रेल मंत्री कौन थे?
भारत के पहले रेल मंत्री का नाम जॉन मिथाई john mathai था। जिनका जन्म 10 जनवरी 1886 को केरल के कोझिकोड़ जिले (तात्कालीन मंद्रास प्रांत के कलिकट) में हुआ था। 15 अगस्त 1947 को आजादी के साथ ही जॉन मिथाई को रेल मंत्री नियुक्त किया गया। इसी के साथ मिथाई 22 सितम्बर 1948 को देश के दूसरे वित्त मंत्री भी बने और उन्होंने लगातार दो बार बजट प्रस्तुत किया। हालांकि 1 जून 1950 को योजना आयोग (Planning Commission) शक्तियों को लेकर विरोध प्रदर्शन करने के कारण उन्होंने अपने पद से इस्तीफा दे दिया।
1955 में भारतीय स्टेट बैंक (state bank of india) के गठन के बाद जॉन मिथाई SBI के पहले चेयरमैन बने। जिसके बाद मिथाई 1955 से 1957 तक मद्रास विश्वविद्यालय के उप चांसलर भी रहे। जॉन मिथाई को 1954 में भारत सरकार द्वारा पद्म श्री और 1959 में पद्म विभूषण से नवाजा गया। फरवरी 1959 को 73 साल की उम्र में जॉन मिथाई ने इस दुनिया को अलविदा कह दिया।
first women chief minister of india – भारत की पहली महिला मुख्यमंत्री कौन थी?
भारत की पहली महिला मुख्यमंत्री का नाम श्री मति सुचिता कृप्लानी suchita kriplani था। सुचिता कृप्लानी का जन्म 25 जून 1908 को पंजाब के अंबाला जिले में हुआ था। शुरु से ही देश के स्वतंत्रता आंदोलनों में एक्टिव रहीं सुचिता आजादी के बाद संविधान सभा में शामिल होने के साथ-साथ भारत की पहली लोकसभा का भी हिस्सा बनीं। जिसके बाद सुचिता ने उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनावों में जीत हासिल किया। इसी कड़ी में सुचिता कृप्लानी को 2 अक्टूबर 1963 को यूपी की बागडोर सौंप दी गयी, जिसके साथ वो राज्य की चौथी मुख्यमंत्री बनने के साथ ही देश की पहली महिला मुख्यमंत्री बनीं। बतौर मुख्यमंत्री 1967 तक अपना कार्यकाल पूरा करने के बाद सुचिता एक बार फिर सांसद के रुप में संसद पहुंची। सुचिता कृप्लानी ने 66 साल की उम्र में 1 दिसम्बर 1974 को नई दिल्ली में आखिरी सांस ली।
first election in india – भारत का पहला चुनाव
भारत का पहला लोकसभा चुनाव 25 अक्टूबर 1951 से 21 फरवरी 1952 के बीच में हुआ था। आजादी के बाद 26 जनवरी 1950 को संविधान लागू होने के साथ यह देश के पहले चुनाव थे, जिसके बाद कई राज्यों में भी चुनावों का आगाज हुआ। इन आम चुनावों में तीन मुख्य पार्टियों – जवाहरलाल नेहरु के नेतृत्व में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस (INC), अजय घोष की कम्यूनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया (CPI) और जयप्रकाश नारायण की समाजवादी पार्टी थी। कुल 499 में से 489 सीटों पर हुए मतदानों में बहुमत के लिए 245 सीटों पर जीत हासिल करने की जरुरत थी। इसी कड़ी में कांग्रेस 364 सीटों पर जीत का परचम लहराते हुए 44.9 फीसदी मतदानों के साथ केंद्र में पहुंची और पंडित जवाहरलाल नेहरु को देश का पहला प्रधानमंत्री नियुक्त गया।
Party | Leader | Seats won | Vote Percentage |
Indian National Congress ( INC) | Jawaharlal Nehru | 364 | 44.99 |
Communist party of India (CPI) | Ajay Ghosh | 16 | 3.29 |
Socialist Party | Jayaprakash Narayan | 12 | 10.59 |
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first citizen of india – भारत के पहले नागिरक
राष्ट्रपति president of india को देश का पहला नागरिक माना जाता है। जिसके अनुसार भारत के राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद देश के नागरिक हैं। कोविंद का जन्म 1 अक्टूबर 1945 को उत्तर प्रदेश के कानपुर देहात में हुआ था। लगभग 16 साल तक दिल्ली उच्च न्यायालय और सर्वोच्च न्यायालय में बतौर वकील कार्यरत रहने के बाद कोविंद 3 अप्रैल 1994 को उत्तर प्रदेश से राज्यसभा सदस्य चुने गए। वहीं 2015 से 2017 तक बिहार के 26वें राज्यपाल के रुप में सेवा दे चुके कोविंद 25 जुलाई 2017 राष्ट्रपति चुनावों में जीत हासिल कर देश के 14वें राष्ट्रपति बने। इसी के साथ कोविंद उत्तर प्रदेश से ताल्लुक रखने वाले देश के पहले राष्ट्रपति बने।
first women governor in india – भारत की पहली महिला राज्यपाल कौन थी?
भारत की पहली महिला राज्यपाल का नाम सरोजनी नायडू sarojni naidu था, जिन्हें 15 अगस्त 1947 को देश के सबसे बड़े सूबे उत्तर प्रदेश की राज्यपाल नियुक्त किया गया था। सरोजनी नायडू का जन्म 13 फरवरी 1879 को तेलंगाना की राजधानी हैदराबाद (तात्कालीन मद्रास प्रांत) में हुआ था। हैदराबाद के एक बंगाली परिवार से ताल्लुक रखने वाली सरोजनी नायडू अपने कॉलेज के दिनों से ही पॉलीटिक्स में एक्टिव रह कर ब्रिटिश शासन की नीतियों का पुरजोर विरोध करतीं थीं।
20 के दशक में असहयोग आंदोलन के ठंडे पड़ने और गांधी जी सहित कांग्रेस के दिग्गज नेताओं की गिरफ्तारी के बाद सरोजनी नायडू 1925 कांग्रेस अधिवेशन की अध्यक्षता करने वाली पहली भारतीय महिला बनीं। वहीं आजादी के साथ उत्तर प्रदेश की पहली और देश की पहली महिला राज्यपाल भी बनीं। सरोजनी नायडू ने यूपी की राजधानी लखनऊ में 2 मार्च 1949 को 70 साल की उम्र में आखिरी सांस ली।
first election commissioner of india – भारत के पहले चुनाव आयुक्त कौन थे?
भारत के पहले चुनाव आयुक्त का नाम सुकुमार सेन sukumar sen था। सुकुमार का जन्म 2 जनवरी 1898 में एक बंगाली परिवार में हुआ था। 1921 बैच के सिविल सेवक रहे सुकुमार जज भी रह चुके थे। 1947 में ब्रिटिश हुकूमत द्वारा भारत छोड़ने के दौरान उन्हें पश्चिम बंगाल का मुख्य सचिव भी बनाया गया। वहीं 26 जनवरी 1950 को संविधान लागू होने के साथ सुकुमार सेन को 21 मार्च 1950 को देश के पहले मुख्य चुनाव आयुक्त के रुप में नियुक्त किया गया। इसी कड़ी में सुकुमार ने देश के पहले लोकसभा चुनावों का सफलतापूर्वक आयोजन किया। सुकुमार सेन ने 19 दिसम्बर 1958 तक चुनाव आयोग का पदभार संभाला। 65 साल की उम्र में 13 मई 1963 को उन्होंने अंतिम सांस ली।
first gold mine in india – भारत की पहली सोने की खान
भारत की पहली सोने की खान कर्नाटक राज्य के कोल्लार जिले में है। K.G.F (kolar gold field) के नाम से मशहूर लगभग 58.1234 किलोमीटर स्क्वायर में फैली कर्नाटक की राजधानी बैंगलोर से महज 100 किलोमीटर और चेन्नई से लगभग 245 किलोमीटर पर स्थित है। 1956 में K.G.F का राष्ट्रीयकरण कर इसे भारत सरकार के अधीन कर लिया गया था। जिसके साथ ही यह देश की पहली सोने की खान बन गयी। वहीं 2001 में सोने के दामों में गिरावट और पर्यावरण सुरक्षा के कारण 28 फरवरी 2001 में K.G.F को बंद कर दिया गया। हालांकि यहां आज भी बड़ी मात्रा में सोना पाया जाता है।
first newspaper of india – भारत का पहला अखबार
भारत के पहले अखबार का नाम ‘हिक्की गैजेट’ hicky’s gazzatte था, जिसे ‘बंगाल गजट’ Bengal gazzatte भा कहा जाता था। आइरिश मूल के जेम्स अगस्टस हिक्की ने पहली बार 29 जनवरी 1780 में इसका प्रकाशन किया। यह एक साप्ताहिक अखबार था, जो अंग्रेजी भाषा में प्रकाशित होता था। इसका मुख्यालय बंगाल की राजधानी कोलकाता के राधा बाजार में स्थित था। भारत में ब्रितानी नीतियों की जमकर आलोचना करने के चलते ईस्ट इंडिया कंपनी ने 30 मार्च 1782 को इस अखबार के प्रकाशन पर प्रतिबंध लगा दिया।
first corona case in india – भारत का पहला कोरोना केस
भारत का पहला कोरोना वायरस का केस 30 जनवरी 2020 को केरल राज्य के त्रिशूर से मिला था। दरअसल चीन के वुहान में मेडिकल की पढ़ाई कर रही केरल की छात्रा चीन में कोरोना महामारी के कहर के कारण 25 जनवरी 2020 को भारत वापस लौटी। लगभग दो दिनों बाद छात्रा को जुकाम और थकावट महसूस होने लगी, जिसके बाद उसका कोरोना टेस्ट पॉसिटिव आया और 30 जनवरी 2020 को उसे अस्पताल में भर्ती कर लिया गया। लगभग 20 दिनों में रिकवरी के बाद 20 फरवरी 2020 को छात्रा को अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया गया।
first Oscar winner in india – भारत की पहली ऑस्कर विजेता कौन थी?
भारतीय कॉस्ट्यूम डिजाइनर भानू अन्नासाहेब राजोपाध्याय (भानू अथइईया) Bhanu Athaiya देश की पहली ऑस्कर अवॉर्ड विजेता हैं। भानू का जन्म 28 अप्रैल 1929 को कोल्हापुर में हुआ था। देश की मशहूर फैशन डिजाइनर रह चुकीं भानू ने 100 से भी ज्यादा सुपरहिट फिल्मों में बतौर कास्ट्यूम डिजाइनर योगदान दिया है। भानू को फिल्म गांधी (1983) के लिए एकेडमी अवॉर्ड और फिल्म लगान (2002) में ड्रैस डिजाइन करने के लिए राष्ट्रीय फिल्म पुरुस्कार से भी नवाजा गया है। इसके साथ ही उन्हें 2009 में फिल्म फेयर खिताब से भी सम्मानित किया गया। 91 वर्षीय भानू ने 15 अक्टूबर 2020 में महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई में आखिरी सांस ली।
first nobel prize winner in india – भारत के पहले नोबेल पुरुस्कार विजेता कौन थे?
गुरुदेव रवीन्द्रनाथ टैगौर rabindranath tagore नोबेल पुरुस्कार जीतने वाले पहले भारतीय हैं। टैगौर का जन्म 7 मई 1861 में बंगाल की राजधानी कलकत्ता (तात्कालीन बंगाल प्रांत) में हुआ था। रवीन्द्रनाथ टैगौर का नाम भारतीय इतिहास के मशहूर कवि, उपन्यासकार, दार्शनिक, कहानीकार और समाज सुधारक की फेहरिस्त में शुमार है। बंगाली भाषा में लिखी उनकी कविताओं और कहानियों को आज भी खासा पंसद किया जाता है। उनके द्वारा लिखा अमार सोनार बांग्ला भारतीय स्वतंत्रता संग्राम का नारा बना, तो वहीं आजादी के साथ ही जन गण मन को राष्ट्रीय गीत के रुप में चुना गया। 1913 में टैगौर को उनकी किताब गीतांजली के लिए नोबेल पुरुस्कार से नवाजा गया।
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noble prize winners in india
Name | Category | Year |
Rabindranath Tagore | Literature | 1913 |
C.V. Raman | Physics | 1930 |
Har Gobind Khorana | Medicine | 1968 |
Mother Teresa | Nobel Peace Prize | 1979 |
Subrahmanyam Chandrasekhar | Physics | 1983 |
Amartya Sen | Economic Sciences | 1998 |
Venkatraman Ramakrishnan | Chemistry | 2009 |
Kailash Satyarthi | Nobel Peace Prize | 2014 |
Abhijit Banerjee | Economic Sciences | 2019 |
first miss world of india – भारत की पहली मिस वर्ल्ड कौन थी?
भारत की पहली मिस वर्ल्ड का नाम रीता फारिया reita faria है। रीता का जन्म 23 अगस्त 1943 में महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई (तात्कालीन बंबई प्रांत) में हुआ था। पेशे से डॉक्टर और मॉडल रहीं रीता को 1966 में मिस वर्ल्ड के खिताब से नवाजा गया। जिसके साथ ही रीता मिस वर्ल्ड का ताज पहनने वाली न सिर्फ देश की बल्कि एशिया की पहली महिला बन गयीं। वहीं रीता यह खिताब हासिल करने वाली पहली डॉक्टर भी थीं। इसके अलावा 1966 में ही रीता को मिस बॉम्बे और मिस इंडिया भी चुना गया।
list of miss world from india
Name | Year |
Reita faria | 1966 |
Aishwarya rai | 1994 |
Diana Hayden | 1997 |
Yukta Mookhey | 1999 |
Priyanka Chopra | 2000 |
Manushi Chhillar | 2017 |
first miss universe of india – भारत की पहली मिस यूनिवर्स कौन थी?
मशहूर बॉलीवुड अदाकारा और मॉडल सुष्मिता सेन sushmita sen मिस यूनिवर्स बनने वाली भारत की पहली महिला हैं। सुष्मिता का जन्म 19 नवम्बर 1975 को आन्ध्र प्रदेश के हैदराबाद में हुआ था। 1994 में जब सुष्मिता महज 19 साल की थी, उन्होंने फैमिना मिस इंडिया का खिताब अपने नाम कर लिया था। जिसके बाद सुष्मिता ने इसी साल होने वाले मिस युनिवर्स कॉन्टेस्ट में शिरकत की और यह खिताब हासिल कर वह देश की पहली मिस यूनिवर्स बन गयीं। जिसके बाद 1996 में सुष्मिता ने फिल्म दस्तक से बी-टाउन में एंट्री की। उन्होंने बड़े पर्दे पर बीवी नम्बर 1, सिर्फ तुम, मैं हूँ ना, मैंने प्यार क्यूं किया और नो प्रब्लम जैसी कई सुपरहिट फिल्में दी। सुष्मिता को 2016 में होने वाले मिस यूनिवर्स कॉन्टेस्ट के जज के रुप में भी चुना गया।
list of miss universe from india
Name | Year |
Sushmita sen | 1994 |
Lara Dutta | 2000 |
first biosphere reserve in india – भारत का पहला बायोस्फीयर रिजर्व
तमिलनाडू जिले में स्थित नीलगिरी बायोस्फीयर रिजर्व nilgiri biosphere reserve भारत का पहला बायोस्फीयर रिजर्व है होने के साथ-साथ यह एक अंतर्राष्ट्रीय बायोस्फीयर रिजर्व है, जो पश्चिमी घाट और दक्षिण भारत की नीलगिरी पहाड़ियों पर स्थित है। 2012 में संयुक्त राष्ट्र की संस्था यूनेस्को (UNESCO ) ने नीलगिरी बायोस्फीयर रिजर्व को विश्व धरोहर सूची में शामिल किया था। वहीं देश के तीन राज्यों – तमिलनाडू, केरल और कर्नाटक के बीच में फैला यह बायोस्फीयर रिजर्व भारत का सबसे बड़ा संरक्षण स्थल है, जिसके अंतर्गत कई राष्ट्रीय उद्यान, टाइगर रिजर्व और वन्यजीव अभ्यारण शामिल है।
protected area under nilgiri biosphere reserve
- silent valley national park
- mukurthi national park
- karimpuzha wildlife sanctuary
- bandipura – nagarhole tiger reserve
- mudumalai wildlife sanctuary
- wayanad wildlife sanctuary
- aralam wildlife sanctuary
- sathyamangalam wildlife sanctuary and tiger reserve
first national park of india – भारत का पहला राष्ट्रीय उद्यान
भारत का पहला राष्ट्रीय उद्यान जिम कॉर्बेट राष्ट्रीय उद्यान Jim Corbett National Park है। उत्तराखंड के नैनीताल और पौड़ी गढ़वाल जिले में स्थित इस पार्क को बंगाली टाइगर के संरक्षण के लिए 1936 में ब्रिटिश सरकार द्वारा राष्ट्रीय उद्यान घोषित किया गया था। 1936 में हैली राष्ट्रीय उद्यान के नाम से मशहूर इस पार्क का नाम बाद में बदलकर जिम कॉर्बेट राष्ट्रीय उद्यान कर दिया गया। वहीं रामगंगा नदी इस पार्क की लाइफलाइन मानी जाती है, जो गंगा नदी की ही एक सहायक नदी है। हिमालय की गोंद में लगभग 520 किलोमीटर के क्षेत्र में फैले इस उद्यान से ही भारत सरकार के महत्वाकांशी पहल ‘प्रोजेक्ट टाइगर’ का आगाज किया गया था।
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first bank in india – भारत का पहला बैंक
भारत के पहले बैंक का नाम हिन्दुस्तान बैंक hindustan bank था। जिसकी स्थापना ब्रिटिश हुकूमत द्वारा 1770 में बंगाल की राजधानी कलकत्ता में की गयी थी। अलेक्जेंडर हिन्दुस्तान बैंक के संस्थापक थे। यह बैंक मुख्य रुप से नकदी जमा और ऋण देने का कार्य करती थी। हालांकि 31 मार्च 1832 के दिन हिन्दुस्तान बैंक को बंद कर दिया गया। वहीं वर्तमान में एक्टिव बैंकों की सूची में भारतीय स्टेट बैंक (SBI) देश का सबसे पुराना बैंक है, जिसकी नींव 1806 में कलकत्ता में ही रखी गयी थी और इसे कलकत्ता बैंक के नाम जाना जाता था।
first census in india – भारत की पहली जनगणना
भारत की पहली जनगणना ब्रिटिश राज के दौरान 1872 में तात्कालीन वायसराय लॉर्ड मायो के द्वारा शुरु की गयी थी। वहीं देश की पहली जनगणना 1881 में आई थी। हालांकि पहली जनगणना का मुख्य मकसद वास्तविक जनसंख्या का पैमाना मापने से परे ब्रिटिश हुकूमत के हितों को ध्यान में रखकर तैयार किया गया था। 1881 के बाद देश में अब तक कुल 15 जनगणना हो चुकीं हैं। यह जनगणना भारतीय जनगणना अधिनियम 1948 के आधार पर भारत सरकार के अंतर्गत गृह मंत्रालय द्वारा हर 10 साल पर कराई जाती है।
first ias officer of india – भारत के पहले सिविल सेवक कौन थे?
सतेंद्रनाथ टैगोर देश satendranath tagore के पहले सिविल सेवक थे। सतेंद्र का जन्म 1 जून 1942 को बंगाल के कलकत्ता में मशहूर टैगोर परिवार में हुआ था। ब्रिटिश शासन द्वारा 1961 के भारत परिषद अधिनियम के तहत सिविल सेवा को भारतीयों के लिए खोल दिया गया। जिसके बाद सतेंद्रनाथ टैगोर जून 1963 में यह परीक्षा पास करने वाले पहले भारतीय बन गए और उन्हें बंबई प्रांत के अंतर्गत प्रशासनिक अधिकारी के रुप में नियुक्त किया गया। इसके अलावा सतेंद्र एक जाने-माने लेखक, संगीतकार होने के साथ-साथ प्रसिद्ध समाज सुधारक भी थे, जो महिलाओं से जुड़े मुद्दों को ब्रिटिश सरकार के सामने बेहद बेबाकी से प्रस्तुत किया करते थे। सतेंद्रनाथ टैगोर ने 80 साल की उम्र में 9 जनवरी 1923 को कलकत्ता में अंतिम सांस ली।
First woman ips officer of india – भारत की पहली आईपीएस ऑफिसर कौन थी?
भारत की पहली महिला ips का नाम किरण बेदी kiran bedi है। किरण बेदी का जन्म 9 जून 1949 को पंजाब के अमृतसर जिले में हुआ था। 1972 में सिविल सेवा की परीक्षा पास करने के बाद किरण बेदी देश की पहली महिला ips बनी। जिसके बाद दिल्ली, गोवा, मिज़ोरम सहित कयी राज्यों में सेवा दी। दिल्ली के चाणक्यपुरी में बतौर ASP तैनात रहने के बाद किरण को 1982 में एशियन गेम और कॉमनवेल्थ गेम्स के मद्देनजर ट्रेफिक पुलिस नियुक्त किया गया। इसके बाद किरण बेदी को 2003 से 2006 तक संयुक्त राष्ट्र पुलिस अध्यक्ष का पदभार सौंपा गया। किरण बेदी ने 2007 में सेवा से रिटायरमेंट लेने के बाद भारतीय जनता पार्टी का हाथ थाम लिया। इसी दौरान दिल्ली में मुख्यमंत्री पद की रेस हारने के बाद किरण बेदी को 28 मई 2016 को पुडुचेरी की 24वीं राज्यपाल बनाया गया।
first movie in india – भारत की पहली फिल्म
भारत की पहली फिल्म का नाम ‘राजा हरिशचन्द्र’ raja harishchandra था। 3 मई 1913 में रिलीज हुई यह फिल्म राजा हरिशचन्द्र की जिदंगी पर आधारित थी।, जिसके निर्माता-निर्देशक दादा साहेब फाल्के थे। कुल 40 मिनट की इस फिल्म में दत्तात्रेया दामोदर, अन्ना सालुंखे, बालचन्द्र फालके और गजान्न वासुदेव अभिनय करते नजर आए थे। हालांकि यह एक अनबोलती फिल्म थी, जिसमें हिन्दी, अंग्रेजीऔर मराठी भाषा में टाइटल्स डाले गए थे। वहीं 1931 में रिलीज हुई ‘आलम आरा’ देश की पहली बोलती फिल्म बनी।
first color movie in india – भारत की पहली कलर फिल्म
भारत की पहली कलर फिल्म का नाम किसान कन्या kisan kanya था, जो 8 जनवरी 1937 को बड़े पर्दे पर रिलीज हुई थी। 137 मिनट की इस हिन्दी फिल्म के निर्देशक मोती गिदवाणी और निर्माता अर्देशिर इरानी थे। वहीं राम गोपाल पांडे ने फिल्म में म्यूजिक दिया था। फिल्म किसान कन्या लेखक सआदत हसन मांटो के एक उपन्यास परआधारित थी, जिसमें गरीब किसानों की जिंदगी को दर्शाया गया है। इस फिल्म में कुल 10 गाने हैं। वहीं पद्मा देवी, जिल्लो, गुलाम मोहम्मद, निसार, सईद अहमद फिल्म के मुख्य कलाकार हैं।
first satellite of India – भारत का पहला उपग्रह
भारत के पहले उपग्रह का नाम आर्यभट्ट Aryabhata था। आर्यभट्ट प्राचीन भारत के मशहूर भारतीय खगोलशास्त्री थे, जिनके नाम पर इस उपग्रह को नाम दिया गया था। इस उपग्रह का निर्माण भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान केंद्र (ISRO) ने किया था। ISRO ने 19अप्रैल 1975 में रूस की मदद से इस उपग्रह को सफलतापूर्वक अंतरिक्ष में स्थापित किया था। लगभग 16 साल तक देश को सेवा देने के बाद 10 फरवरी 1992 के दिन आर्यभट्ट उपग्रह को सेवानिवृत्त कर दिया गया।
first nucler test in india – भारत का पहला परमाणु परीक्षण
भारत का पहला परमाणु परीक्षण 18 मई 1974 को सुबह 08:05 बजे राजस्थान के पोखरण में किया गया था। इसे ऑपरेशन स्मालिंग बुद्धा operation smiling buddha के नाम से भी जाना जाता है। भारत सरकार द्वारा इस ऑपरेशन को काफी गुप्त रखा गया था। वहीं संयुक्त राष्ट्र के पांच स्थाई सदस्यों – अमेरिका, फ्रांस, यूनाइटेड किंगडम, चीन और रूस के अलावा भारत सफल परमाणु परीक्षण करने वाला दुनिया का पहला देश बन गया था। ऑपरेशन स्मालिंग बुद्धा की सफलता के मद्देनजर तात्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की जमकर सराहना हुई थी। 1998 में प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने इस कवायद को आगे बढ़ाते हुए ऑपरेशन शक्ति के अतंर्गत पोखरण-II का सफल परीक्षण कराया।
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first mobile phone in india – भारत का पहला मोबाइल फोन
भारत में मोबाइल फोन की शुरुआत 1995 में नोकिया हैंडसेट nokia handset के रुप में हुई थी। इस दौरान 31 जुलाई को पश्चिम बंगाल के मुख्यमंत्री ज्योति बासु ने केंद्रीय संचार मंत्री सुख राम को पहला फोन कॉल किया था। जिसके बाद से 31 जुलाई को पहले मोबाइल दिवस के रुप में भी मनाया जाता है। पिछले साल 31 जुलाई 2020 को भारत ने मोबाइल फोन के 25 सालों का जश्न मनाया था। शुरुआती दिनों में मोबाइल सेवा महज कलकत्ता से नई दिल्ली के बीच में आरंभ की गयी थी, जोकि प्रति मिनट 8 रुपए की दर से सेवा मुहैया कराती थी। वहीं कभी-कभी ज्यादा ट्रैफिक होने पर 16 रुपए प्रति मिनट भी चार्ज किया जाता था। वहीं हालांकि 25 सालों बाद वर्तमान में भारत में कुल 448 मिलियन मोबाइल यूजर्स मौजूद हैं और रिलाइंयस जियो की एंट्री के बाद भारत, चीन के बाद दूसरा सबसे बड़ा मोबाइल सेवा इस्तेमाल करने वाला देश बन गया है।
first online shopping site in india – भारत का पहलाऑनलाइन शॉपिंग साइट
‘फेबमार्ट’ febmart भारत की पहली ऑनलाइन शॉपिंग साइट हैं। जिसकी शुरुआत के.वैटेश्वरम् ने 1999 में की थी। अपने शुरुआती दौर में फेबमार्ट लोगों को गानों और फिल्मों की सी.डी तथा डी.वी.डी मुहैया कराती थी। जिसके बाद फैबमार्ट ने अपना दायरा बढ़ाते हुए 2000 तक किताबें, घड़ियां और राशन का सामान उपलब्ध कराना भी शुरु कर दिया। वहीं फेबमार्ट को एक अमेरिकी कंपनी से जोड़कर इसका नाम ‘इंडिया प्लाजा’ india plaza कर दिया गया। हालांकि उस दौर तक देश में पर्याप्त इंटरनेट सुविधान न होने के कारण फैबमार्ट मुनाफा कमाने में नाकामयाब रही और आखिरकार इस कंपनी को हमेशा के लिए बंद कर दिया गया।
first university in india – भारत का पहला विश्वविद्यालय
भारत के पहले विश्वविद्यालय का नाम कलकत्ता विश्वविद्यालय university of Calcutta है। जिसकी स्थापना 164 साल पहले 24 जनवरी 1857 को ईस्ट इंडिया कपंनी (ब्रिटिश हुकूमत) द्वारा की गयी थी। कलकत्ता विश्वविद्यालय न सिर्फ भारत का बल्कि एशिया का पहला पश्चिमी शिक्षण संस्थान था। वहीं भारत में कलकत्ता विश्वद्यालय को पांच सितारा विश्वविद्यालयों की फेहरिस्त में गिना जाता है। कलकत्ता की कॉलेज स्ट्रीट में स्थित इस विश्वद्यालय में लगभग 1,300 लोग कार्यरत हैं साथ ही यहां 20,000 छात्र-छात्राएं अध्ययन करते हैं। कलकत्ता शहर के कुल 151 कॉलोजों और 21 शिक्षण संस्थान इस विश्वविद्यालय से जुड़े हुए हैं। वहीं 2020 में शिक्षा विभाग की रैंकिंग में कलकत्ता विश्वविद्यालय सातवें नम्बर पर था। साथ ही यह विश्वविद्यालय देश के टॉप शोध संस्थानों (research institutions) में से भी एक हैं।
University | Year |
University of Calcutta | 1857 |
University of Bombay | 1857 |
University of Madras | 1857 |
Aligarh Muslim University | 1875 |
Punjab University | 1882 |
Allahabad University | 1887 |
first lockdown in india – भारत का पहला लॉकडाउन
कोरोना वायरस महामारी के कारण भारत सरकार द्वारा 24 मार्च 2020 को देश के पहले लॉकडाउन घोषणा की गयी थी। 24 मार्च की शाम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जनता सो संबोधित करते हुए 21 दिन के लॉडाउन का एलान किया था। जिस बीच पहली बार देश में तमाम दुकानों, यातायात और यहां तक रेलगाड़ियों को भी बंद करने का आदेश दिया गया था। इसके 15 अप्रैल को दूसरे फेज के तहत इस लॉकडाउन को 19 दिनों के लिए बढ़ाकर 3 मई तक किया गया।
Phase | Date | Days |
Phase 1 | 25 march 2020 – 14 April 2020 | 21 days |
Phase 2 | 15 April 2020 – 3 May 2020 | 19 days |
Phase 3 | 4 May 2020 – 17 May 2020 | 14 days |
Phase 4 | 18 May 2020 – 31 May 2020 | 14 days |
first freedom fighter of india – भारत का पहला स्वतंत्रता सेनानी
मंगल पांडे mangal pandey को देश का पहला स्वतंत्रता सेनानी कहा जाता है। उत्तर प्रदेश के बलिया जिले में जन्मे मंगल पांडे ब्रिटिश सरकार की 34 बंगाल नेटिव इंफेन्ट्री रेजिमेंट में एक भारतीय सैनिक के तौर पर तैनात थे। दरअसल 29 मार्च 1957 को मंगल पांडे ने ब्रिटिश शासन की दमनकारी नीतियों के विरुद्ध पहली बार आवाज उठाते हुए रेजिमेंट के एक अफसर को गोली मारकर खुद को भी गोली मार ली। हालांकि ब्रिटिश सरकार ने मंगल पांडे का इलाज कर उन्हें बचा लिया, जिसके बाद उनपर सेना अधिकारी की हत्या का मुकदमा दर्ज कर उन्हें फांसी की सजा सुना दी गयी। आखिरकार 30 वर्षीय मंगल पांडे को 8 अप्रैल 1957 को फांसी दे दी गयी। वहीं मंगल पांडे के द्वारा जलाई गयी चिगांरी समूचे हिन्दुस्तान में एक आग की तरह फैल गयी और 1857 की क्रांति के रुप में देश के पहले स्वतंत्रता आंदोलन में तब्दील हो गयी।
first cotton mill in india – भारत का पहला कपास कारखाना
भारत का पहला कपास कारखाना ईस्ट इंडिया कंपनी द्वारा 1818 में बंगाल की राजधानी कलकत्ता के पास ग्लोस्टर ( fort gloster) किले में खोला गया था। हालांकि यह कारखाना कंपनी की एक बड़ी व्यवसायिक विफलता साबित हुई, जिसके बाद कुछ ही समय में इस कारखाने पर ताले लगा दए गए। जिसके बाद 1854 में बंबई में bombay spinning and weaving company की नींव रखी गयी। इसे आधुनिका भारत का पहला सफल कपास कारखाना माना जाता है। इसी कड़ी में अहमदाबाद में 1861 और किलको में 1863 में दो और कारखाने शुरु किए गए, जिनसे बड़े पैमाने पर कपास का आयात और निर्यात शुरु किया गया।
first gold medal of india in hockey – हॉकी में भारत का पहला स्वर्ण पदक
भारत को हॉकी में ओलंपिक का पहला स्वर्ण पदक 1948 में मिला था। 1948 में इंग्लैंड की राजधानी लंदन में ओपलिंक खेल का आगाज हुआ था। वहीं आजादी के बाद यह भारत का पहला ओलंपिक खेल था, जिसमें भारत ने इंगलैंड की हॉकी टीम को उसी की धरती पर मात देकर स्वर्ण पदक अपने नाम कर लिया था। इस दौरान भारत सेमिफाइनल में नीदरलैंड को 2-1 से हराकर फाइनल में पहुंचा था, जहां उसका मुकाबला ग्रेट ब्रटेन (इंगलैंड) से होने वाला था। इस राउंड में भारत ने एक अविश्वसनीय प्रदर्शन दिखाते हुए ब्रिटेन को 4-0 से मात देकर पदक अपने नाम कर लिया। इसी के साथ न सिर्फ ओलंपिक का पहला स्पर्ण पदक भारत के नाम हो गया था बल्कि यह आजाद भारत का भी पहला पदक था।
first women pilot in india – भारत की पहली महिला पॉयलेट
भारत की पहली महिला पायलेट का नाम सरला ठकराल sarla thakural था। सरला ठकराल का जन्म 8 अगस्त 1914 को नई दिल्ली में हुआ था। सरला ने महज 21 साल की उम्र में 1936 में पायलेट का लाइसेंस हासिल कर लिया था। दरअसल सरला ठकराल की शादी महज 16 साल की उम्र में हो गयी। वहीं सरला के पति पी.डी.शर्मा समेत उनके घर में कुल 9 पायलेट थे, जिसने सरला को विमान उड़ाने के लिए खासा प्रोत्साहित किया और आखिरकार 21 साल उम्र में सरला ठकराल भारत की पहली महिला पायलट बन गयीं, जिसके बाद उन्होंने 1,000 घंटों का विमान उड़ाकर “A” श्रेणी का लाइसेंस अपने नाम कर लिया। इसके अलावा सरला के पति पी.डी.शर्मा ने भी लाहौर से कराची तक विमान उड़ाकर एयरमिल पायलेट का लाइसेंस हासिल करने वाले देश के पहले शख्स बने। सरला ठकराल ने 15 मार्च 2008 को 93 साल की उम्र में आखिरी सांस ली।
first invader in india – भारत में पहले विदेशी आक्रमणकारी
प्राचीन इतिहास के अनुसार भारत में पहले विदेशी आक्रमणकारी आर्यों aryans को माना जाता है। लगभग 1500 ईसा.पूर्व उत्तर की ओर से भारत में प्रवेश कर सिंधु नदी के किनारे बसने वाले आर्य अपने साथ एक मजबूद सभ्यता लेकर आए, जो हमेशा के लिए देश की पहचान बन गयी। आर्य अपने साथ संस्कृत भाषा की वो सौगात लाए, जिसने कालांतर में वेदों और पुराणों की रचना की। इसी के साथ महान योद्धाओं के गुण और वर्ण प्रथा भी भारतीय समाज में आर्यों की ही देन है। लगभग 700 साल तक उत्तर भारत में निवास करने वाले आर्यों ने दक्षिण की ओर भी अपना फैलाव किया और आखिरकार गंगा नदी के किनारे 16 महाजपदों का उदय हुआ।
first king of india – भारत के पहले शासक
चंद्रगुप्त मौर्य chandragupta maurya को भारत का पहला शासक माना जाता है। हालांकि प्राचीन ग्रंथों में राजा भरत सहित वैदिक काल में कयी राजाओं का जिक्र देखने को मिलता है, लेकिन भारत में पहले साम्राज्य गठन के पर्याप्त साक्ष्य 300 ईसा पूर्व मौर्य काल से ही मिलते हैं इसलिए मौर्य साम्राज्य की नींव रखने वाले चंद्रगुप्त मौर्य को ही देश का पहला राजा माना जाता है। महज 20 साल की उम्र में चन्द्रगुप्त ने प्राचीन 16 महाजनपदों में से मगध साम्राज्य (वर्तमान बिहार) के रूप में देश के सबसे विशाल और शक्तिशाली साम्राज्य की स्थापना की। जिसकी राजधानी थी पाटलिपुत्र (वर्तमान पटना), जो उस दौरान भारत की सबसे समृद्ध राजधानी थी। यह साम्राज्य असम से अफगानिस्तान तक और बलूचिस्तान से दक्षिण भारत तक फैला था। वहीं मशहूर अर्थशास्त्री चाणक्य मौर्य साम्राज्य के अमात्य (महामंत्री) थे।
first metro in india – भारत की पहली मेट्रो ट्रेन
भारत की पहली मेट्रो ट्रेन का शुरुआत पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता Kolkata metro में की गई थी। 36 साल पहले 4 कोच के साथ 24 अक्टूबर 1984 में कोलकाता में दौड़ने वाली मेट्रो भवानीपुर से इसप्लांडे तक चली थी। जिसका रख – रखाव कोलकाता मेट्रो कार्पोरेशन और भारतीय रेलवे मिल कर करते हैं। हालांकि इस सिंगल लाइन मेट्रो को 2021 में डबल लाइन में तब्दील किया गया। वर्तमान में कोलकाता शहर की लाइफलाइन बन चुकी कोलकाता मेट्रो कुल 40 किलोमीटर की दूरी तय करती है।
System | City | State | Opened |
Kolkata Metro | Kolkata | West bengal | 24 october 1984 |
Delhi Metro | Delhi NCR | Delhi Haryana Uttar Pradesh | 24 december 2002 |
Namma Metro | Bengaluru | Karnataka | 20 october 2011 |
Rapid Metro Gurugram | Gurugram | Haryana | 14 november 2013 |
Mumbai Metro | Mumbai | Maharashtra | 8 June 2015 |
Jaipur Metro | Jaipur | Rajasthan | 3 June 2015 |
Chennai Metro | Chennai | Tamil Nadu | 29 June 2015 |
Kochi Metro | Kochi | Kerala | 17 June 2017 |
Lucknow Metro | Lucknow | Uttar Pradesh | 5 September 2017 |
Hyderabad Metro | Hyderabad Secundrabad | Telangana | 29 november 2017 |
Ahmedabad Metro | Ahmedabad | Gujarat | 6 march 2019 |
Nagpur Metro | Nagpur | Maharashtra | 8 March 2019 |
first mosque in india – भारत की पहली मस्जिद
भारत की पहली मस्जिद का नाम चेरामान जुमा मस्जिद cheramaan juma mosque है। यह मस्जिद केरल राज्य के त्रिशूल जिले में स्थित है। इसका निर्माण 629 ईसवीं में मलिक दिनार द्वारा कराया गया था। फारस की खाड़ी से ताल्लुक रखने वाले मलिक दिनार को इस्लाम धर्म के संस्थापक प्रोफिट मोहम्मद का उत्तराधिकारी कहा जाता है। इसी कड़ी में मलिक दिनार के आदेश पर इस्लाम धर्म के प्रचार-प्रसार के सिलसिले में केरल राज्य में भारतीय उपमहाद्वीप की पहली मस्जिद की नींव रखी गयी। वहीं इस दौरान केरल में चेर वंश का शासन होने के चलते इस मस्जिद का नाम चेरामान जुमा मस्जिद रखा गया। हालांकि 1504 में पुर्तगालियों के आक्रमण के कारण इस इमारत को खासी क्षति पहुंची थी, जिसके बाद 1984 में दुबारा इसका नवीनीकरण कराया गया था। का लगभग 15 साल पुरानी यह इमारत आज भी जस की तस बरकरार है, जहां निर्धारित समय पर नमाज पढ़कर सजदा अदा करते हैं।
first sea bridge in india – भारत का पहला समुद्री पुल
भारत के पहले समुद्री पुल का नाम पंबन ब्रिज pamban bridge है। जिसका निर्माण 1911 में ब्रिटिश सरकार द्वारा तमिलनाडु (तात्कालीन मद्रास प्रांत) में शुरु किया गया था। 24 फरवरी 1914 में यह पुल बनकर तैयार हुआ था, जिसके बाद 1915 में इसे हरी झंडी दिखाई गयी। एक रेलवे ब्रिज के रुप में शुरु हुआ पंबन पुल तमिलनाडू की मंदापम शहर को पंबन द्वीप पर स्थित रामेश्वरम से जोड़ता है। देश का पहला समुद्री पुल होने के साथ-साथ यह 2010 तक देश का सबसे बड़ा लम्बा समुद्री पुल भी था। लगभग 6,776 फीट लम्बे इस पुल का रख-रखाव भारतीय रेलवे करती है। वहीं 1988 में रेल के अलावा सड़क के रास्ते भी इस पिल को जोड़ा गया।
first train in india – भारत की पहली ट्रेन
भारत की पहली ट्रेन 16 अप्रैल 1853 को मुंबई के बोरीबंदर रेलवे स्टेशन से ठाणे तक चली थी। यह देश की पहली सवारी गाड़ी थी, जिसने करीब 400 लोगों की सवारी के साथ बोरबंदर से ठाणे तक 34 किलोमीटर का सफर तय किया था। 1854 में इस रेलवे लाइन को ठाणे से बढ़ाकर कल्याण स्टेशन से जोड़ दिया गया।
first electric train in india – भारत की पहली इलेक्ट्रिक ट्रेन
दक्कन क्वीन deccan queen को भारत की पहली इलेक्ट्रिक ट्रेन माना जाता है। जिसका संचालन 1 जून 1930 को मध्य रेलवे द्वारा मुंबई से पुणे के बीच में किया गया था। डेक्कन क्वीन देश की पहली सुपरफास्ट ट्रेन होने के साथ-साथ लम्बी दूरी वाली पहली इलेक्ट्रिक ट्रेन, वेस्टिबल्ड ट्रेन और महिला कोच वाली पहली ट्रेन थी। दरअसल महाराष्ट्र के पुणे शहर को दक्कन की रानी कहा जाता है, जिसके चलते इस ट्रेन को भी डेक्कन क्वीन का नाम दिया गया। वर्तमान में मुंबई से छत्रपति शिवाजी टर्मिनल से पुणे जंक्शन तक चलने वाली यह ट्रेन 120 किलोमीटर प्रति घंटा की रफतार से चलने वाली सबसे तेज ट्रेनों में से एक है।
first double decker train in india – भारत की पहली डबल डेकर ट्रेन
भारत की पहली डबल ट्रेन का नाम हावड़ा-धनबाद डबल डेकर एक्सप्रेस howrah – dhanbad double decker express है। जिसे 9 साल पहले 1 अक्टूबर 2011 को पूर्वी भारत में पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता से झारखंड के धनबाद स्टेशन तक चलाई गयी थी। लगभग 259 किलोमीटर की दूरी तय करने वाली यह ट्रेन दोनों राज्यों के पांच स्टेशनों को जोड़ने वाली वातानुकुलित ट्रेन थी। यूरोप और अमेरिका के बाद पहली बार इस प्रकार की ट्रेन को भारत में शुरु किया गया था। हालांकि यह भारतीय रेलवे के असफल प्रोजेक्ट में से एक बन गया और रेलवे को भारी नुकसान होने के कारण 6 साल पहले दिसम्बर 2014 में इस ट्रेन को बंद कर दिया गया। वहीं बाद में उदय एक्सेप्रेस के नाम से देश के विभिन्न कोनों में कई डबल डेकर ट्रेनों का सफल संचालन शुरु किया गया।
Train No. | Route | Distance |
11085/11086 & 1099/11100 | Lokmanya Tilak Turminus – Madgaon AC Double Dacker Express | 592 km |
12931/12932 | Mumbai Central – Ahmedabad Double Dacker Express | 491 km |
22625 / 22626 | Chennai – Bengalore Double Dacker Express | 359 km |
12583 / 12584 | Lucknow – Junction – Anand Vihar Terminal Double Dacker Express | 479 km |
12985 / 12986 | Jaipur Delhi Sarai Rohilla AC Double Dacker Express | 304 km |
22707 / 22708 | Vishakhapatnam – Tirupati Double Dacker Express | 761 km |
first language in india – भारत की पहली भाषा
तमिल भाषा tamil language को भारत की सबसे पुरानी भाषा का दर्जा दिया गया है। तमिल भाषा के साक्ष्य प्राचीन भारत में संगम साहित्य सहित कई ग्रंथों में मिलता है। यहां तक तमिल भाषा को संस्कृत भाषा से भी पुरानी भाषा माना जाता है। दक्षिण एसिया की महत्वपूर्ण भाषाओं में से एक तमिल भाषा भातीय संविधान की 22 भाषाओं में शामिल होने के साथ-साथ तमिलनाडु राज्य सहित सिंगापुर और श्रीलंका की भी औपचारिक भाषा है। इसके अलावा तमिल बोलने वाले लोगों की संख्या कई देशों मसलन मलेशिया, आस्ट्रेलिया, कनाडा, ब्रिटेन, मॉरिशस और दक्षिण अफ्रीका में भारी तादाद में देखने को मिलती है। वहीं भारत में तमिलनाडु के अलावा लक्ष्यद्वीप, अंडमान और निकोबार द्वीप, केरल, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना सहित कई राज्यों में तमिल बोलने वाले लोग रहते हैं।
reference-
list of first in india in hindi