जम्भेश्वर आरती: ओ३म् शब्द सोऽहं ध्यावे | Jambheshwar Aarti Om Shabd Sohan Dhyave | Hindi Bhajan | Hindi Devotional Song

जम्भेश्वर आरती: ओ३म् शब्द सोऽहं ध्यावे | Jambheshwar Aarti Om Shabd Sohan Dhyave

Jambheshwar Aarti Om Shabd Sohan Dhyave
Jambheshwar Aarti Om Shabd Sohan Dhyave

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ॐ शब्द सोऽहं ध्यावे,
स्वामी शब्द सोऽहं ध्यावे ।
धूप दीप ले आरती,
निज हरि गुण गावे ।

मंदिर मुकुट त्रिशुल ध्वजा,
धर्मों की फ हरावे ।
झालर शंख टिकोरा,
नौपत घुररावे ।

तीर्थ तालवे गुरु की समाधि,
परसे सुरग जावे ।
अड़सठ तीरथ को फ ल,
समराथल पावे ।

मंझ फगण शिवरात,
जातरी रलमिल सब आवे ।
झिगमिग जोत समराथल,
शिम्भू के मन भावे ।

धर्मी करे आनंद भवन पर,
पापी थररावे ।
राजव शरण गुरु की,
क्यूं मन भटकावे ।

ओम शब्द सोहम ध्यावे || Om Soham || आरती श्री गुरू जम्भेश्वर भगवान

Jambheshwar Aarti Om Shabd Sohan Dhyave

मेरा नाम सविता मित्तल है। मैं एक लेखक (content writer) हूँ। मेैं हिंदी और अंग्रेजी भाषा मे लिखने के साथ-साथ एक एसईओ (SEO) के पद पर भी काम करती हूँ। मैंने अभी तक कई विषयों पर आर्टिकल लिखे हैं जैसे- स्किन केयर, हेयर केयर, योगा । मुझे लिखना बहुत पसंद हैं।

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