- शुगर के लिए किए जाने वाले योग- Yoga asanas for diabetes treatment
- 1. शुगर के लिए करें वक्रासन- Vakrasana (twisted pose) for diabetes
- वक्रासन करने का तरीका- Method of Vakrasana
- 2. शुगर की समस्या के लिए शीर्षासन –Shirshasan(headstand) for diabetes
- शीर्षासन करने का तरीका- Method of Shirshasana
- 3. शुगर की समस्या के लिए मयूरासन – Mayurasana for diabetes
- मयूरासन करने का तरीका- Method of Mayurasan
- 4. शुगर की समस्या के लिए पक्ष्चिमोत्तानासन- Paschimottanasana (Seated Forward Bend) for diabetes
- पक्ष्चिमोत्तानासन करने का तरीका- Method of Paschimottanasana
अगर आप शुगर की बीमारी से ग्रस्त हैं तो भारतीय संस्कृति “योग” को अपनाएं। मधुमेह यानी शुगर, इसकी शुरुआत हमारे गलत खान- पान और गलत आदतों के कारण होती है। इसके साथ- साथ आनुवांशिकता भी एक कारण हो सकता है।
अगर शुगर की शुरुआत होती है। तो इसके लक्षण कुछ इस प्रकार होते हैं।
· अधिक थकान महसूस होना
· प्यास अधिक लगना, और अधिक पैशाब लगना
· आँखो का कमज़ोर होना
· वजन का धीरे- धीरे कम होना
· अधिक मात्रा मे भूख लगना
· त्वचा संबंधी रोग होना
· चोट लगने पर घाव का जल्दी न भरना
अगर आपको अपने अंदर इस प्रकार के लक्षण नज़र आते हैं तो आपको तुरंत डॉक्टर से चेकअप कराना चाहिए। और संभावना होने पर तुरंत इलाज कराना चाहिए। इस लेख मे हम आपको “मधुमेह का इलाज योगा से” कैसे करें? इसके बारे मे जानकारी देंगे। शुगर को नियंत्रित किया जा सकता है, इसलिए इसका उपचार समय पर कराना आवश्यक है।
अगर ऐसा न किया जाए तो यह एक गंभीर रुप ले सकता है। (Diabetes treatment by Yoga in hindi) मधुमेह के कारण शरीर की पैंक्रियाज़ नामक ग्रंथी इंसुलिन बनाना बंद कर देती है। जिसके कारण आपको यह बीमारी हो जाती है।
शुगर के लिए किए जाने वाले योग- Yoga asanas for diabetes treatment
हम आपको शुगर को नियंत्रित करने के लिए कुछ योग बता रहे हैं जो इस प्रकार हैं-
वक्रासन (Vakrasana)
शीर्षासन (Shirshasana)
मयूरासन (Mayurasana)
पक्ष्चिमोत्तानासन (Seated Forward Bend)
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1. शुगर के लिए करें वक्रासन- Vakrasana (twisted pose) for diabetes
अगर आपको भी शुगर से संबंधित परेशानी है तो आपको वक्रासन करना चाहिए। वक्रासन मे “वक्र” का अर्थ होता है “टेढ़ा” इस आसन को करते समय हमारी रीढ़ की हड्डी टेढ़ी व मुढ़ी हुई होती है। इसीलिए इसका नाम वक्रासन है। यह आसन शुगर का उपचार करने मे बहुत मदद करता है। इसके माध्यम से हमारा अग्नाश्य भी ठीक होता है। जो शुगर के मरीज़ों के लिए उपयोगी होता है।
वक्रासन करने का तरीका- Method of Vakrasana
1. सबसे पहले योगा मैट बिछा कर उस पर बैठ जाएं।
2. अपने दोनों पैरो को फैलाएं।
3. फिर अपने बाएं पैर को घुटने से मोड़ते हुए दाएं पैर के घुटने के बगल मे रखें।
4. आपकी रीढ़ की हड्डी बिल्कुल सीधी होनी चाहिए।
5. अब सांस को छोड़ते समय कमर को बाएं ओर मोड़ें।
6. अब अपनी दाईं बाह को अपने बाएं पैर की ओर इस प्रकार मोड़े कि दाईं बाह का बाहरी हिस्सा बाएं पैर के बाहरी हिस्से को आसानी से छू सके और फिर अपना दायां हाथ बाएं पैर के नज़दीक रखें।
7. अब अपनी बाईं बाह को पीछे की ओर ले जाएं और अपनी हथेली को ज़मीन पर इस प्रकार रखें की आपका शरीर टेढ़ा होने पर भी सीधा तना रह सके।
8. फिर इसी अवस्था को दूसरी तरफ भी करें। और इस प्रक्रिया को दौहराएं।
9. इस प्रक्रिया को तीन से चार बार तक दौहराएं। इस आसन को करने से आपके शुगर की समस्या को नियंत्रित किया जा सकता है और आपका शरीर भी स्वस्थ रहता है।
2. शुगर की समस्या के लिए शीर्षासन –Shirshasan(headstand) for diabetes
शीर्षासन का अपना एक अलग महत्व है। शुगर के मरीज़ों के लिए यह बहुत कारगर होता है। शीर्षासन मे “शीर्ष” का मतलब होता है “सिर” इस आसन को करने के लिए इंसान को अपने सर के बल खड़ा होना पड़ता है। इसीलिए इस आसन को शीर्षासन कहा जाता है। इसको करने से आपके सिर मे रक्त का प्रवाह बड़ता है। जिससे हमारे दिमाग की शक्ति तेज होती है।
इस आसन को नियमित रुप से करने से हमारी स्रावी ग्रंथियां भी स्वस्थ रहती है। यह आसन हमारी पिट्यूट्री ग्रंथी को भी ठीक कर सकता है। जिससे शुगर के मरीज़ों को आराम मिलता है। इसलिए शुगर के मरीज़ो को यह आसन ज़रुर करना चाहिए।
शीर्षासन करने का तरीका- Method of Shirshasana
1. सबसे पहले ज़मीन पर एक योगा मैट बिछाएं।
2. आप चाहें तो मैट पर भी एक कपड़ा मोड़ कर रख सकते हैं। अब अपने पैरों को घुटनों के बल मोड़ कर बैठ जाएं।
3. अब अपनी उंगलियों को आपस मे जकड़ लें। फिर अपनी हथेलियों को आपस मे मिलाएं और अब इन्हे कपड़े पर रख दें।
4. अब अपने सर को कपड़े पर इस प्रकार रखें। कि आपके सिर का उपरी भाग आपकी हथेलियों को स्पर्श कर सके।
5. अब अपने पंजो को सिर की तरफ बढ़ाते हुए, घुटनों को ज़मीन से उठाकर उपर आसमान की तरफ ले जाए।
6. जब आपका इस अवस्था मे संतुलन बनने लगे तब पैरों को धीरे- धीरे बिल्कुल सीधा कर लें।
7. जब आपके पैर बिल्कुल सीधे हो जाएं तब इसी स्थिति मे थोड़ी देर तक रहें। इसे दो से तीन बार दौहराएं।
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3. शुगर की समस्या के लिए मयूरासन – Mayurasana for diabetes
मयूरासन के नाम मे मयूर आता है जिसका मतलब होता है “मोर” इसलिए इस आसन को करते समय आपका शरीर मोर की तरह दिखता है। इस आसन को नियमित रुप से करने से हमे शुगर को नियंत्रित करने मे मदद मिलती है। इसलिए हम आपको इसे करने के सही तरीके बता रहे हैं।
मयूरासन करने का तरीका- Method of Mayurasan
1. सबसे पहले योगा मैट बिछा कर उस पर वज्रासन की अवस्था मे बैठ जाएं।
2. अब अपने घुटनो को फैला कर मैट पर घुटनो के बल बैठ जाए।
3. अब अपना शरीर आगे झुकाकर अपने हाथों की उंगलियों को फैलाएं और अपने पैरों की दिशा मे रखते हुए अपने दोनो हाथों की हथेलियों को ज़मीन पर टिका दें।
4. अब अपनी बाहों के अगले हिस्से को एक साथ रखें। और फिर अपनी कोहनियां मोड़े, फिर कोहनियों को पेडू वाले क्षेत्र के दोनो और रख दें।
5. अब अपने दोनो पैर धीरे- धीरे फैलाएं। अपने पैरों को एक साथ रखते हुए धीरे- धीरे आगे की ओर बड़े।
6. अब अपने शरीर के भार को अपनी कलाईयों का सहारा लेते हुए अपने पैरों को ज़मीन से उठा लें।
7. अब अपने सिर और धड़ को आगे की ओर लाएं और जितनी देर संभव हो इसी मुद्रा मे रहे। और अपने पैरों को पीछे की ओर फैलाते रहें।
इसी प्रकार इस आसन को कम से कम तीन बार दौहराएं। इस आसन को नियमित रुप से करने से आपको शुगर की बीमारी मे काफी राहत मिलती है।
अगर आपको शुगर की बीमारी है तो इस आसन को नियमित रुप से करें इसे रोज़ाना करने से आपको इसे नियंत्रित करने मे मदद मिलेगी। इसके अलावा भी आपका शरीर अन्य कई प्रकार की बीमारियों से दूर रहेगा।
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4. शुगर की समस्या के लिए पक्ष्चिमोत्तानासन- Paschimottanasana (Seated Forward Bend) for diabetes
पक्ष्चिमोत्तानासन आपके पेट को टोन करता है। इसलिए यह शुगर के मरीज़ों की मदद करता है। यह मन को भी शांत करता है। मधुमेह के साथ- साथ यह मासिक धर्म की अनियमितता को भी संतुलित करता है। बीपी और नींद न आने जैसी समस्याओं मे भी मदद करता है।
पक्ष्चिमोत्तानासन करने का तरीका- Method of Paschimottanasana
1. सबसे पहले ज़मीन पर मैट बिछा कर उस पर दंडासन मे बैठ जाएं।
2. अब हाथों को धीरे से ज़मीन की ओर दबाते हुए सांस अंदर की ओर लें।
3. अब रीढ़ की हड्डी को जितना हो सके लंबा करने की कोशिश करें।
4. अब हाथों को उपर की ओर सीधा करके जोड़ लें।
5. फिर सांस छोड़ते हुए कुल्हों के जोड़ों से आगे की तरफ मुड़ें। और हाथों को भी आगे ले जाएं।
6. अगर संभव हो तो इतना झुकें की हाथों से पैरों के अँगूठे पकड़ सकें।
7. ज़रुरी नही है कि आप इसे पहली बार मे ही पूरा कर सकें। आपसे जितना हो सके उतना ही मुड़ें।
8. अगर आप यह सही तरीके से कर रहे हैं तो आपके पेट का नीचे का भाग आपकी जांघों को छुएगा।
9. इसी अवस्था मे पांच बार सांस लें और छोड़ें। और इसी अवस्था मे 30 सेकेंड से 1 मिनट तक रहें।