- CPU क्या है ? central processing unit meaning in hindi
- सीपीयू के भाग (Part of CPU)
- CPU Cores क्या होते है (What is CPU Cores?)
- सिंगल कोर सीपीयू (Single Core CPU)
- ड्यूल कोर सीपीयू (Dual Core CPU)
- क्वार्ड कोर सीपीयू (Quard Core CPU)
- हेक्सा कोर सीपीयू (Hexa Core CPU)
- ओक्टा कोर प्रोसेस (Octa Core Processor)
- कोर श्रेणी Core Class (13,15,17,19)
- सीपीयू कैसे काम करता है (How Does A CPU Work?)
दोस्तों जैसा कि हम सभी जानते है कि वर्तमान युग कंप्यूटर का युग है। आज के समय में इसके बिना कल्पना भी नही की जा सकती। आज इसका उपयोग लगभग जीवन के सभी क्षेत्रों में देखने को मिलता है। यह हमारे जीवन की एक महत्वपूर्ण मशीनों में से एक है। आज सभी बैंकों, ऑफिस, स्कूल, कॉलेज, रेलवे स्टेशन आदि जगहों पर कंप्यूटर का उपयोग किया जा रहा है।
आज छोटी से छोटी और बड़ी से बड़ी समस्याओं को कंप्यूटर के द्वारा हल किया जा सकता है। अधिकतर लोग इसको लेकर थोड़ा संशय में रहते है कि एक छोटा सा दिखने वाला कंप्यूटर इतना तेज़ी और सटीकता से कैसे काम कर लेता है? यह सब इसमें पाए जाने वाले अत्यधिक महत्वपूर्ण पार्ट की वजह से संभव हो पाता है। यह कंप्यूटर का एक बहुत ही महत्वपूर्ण हिस्सा होता है। जिसे सीपीयू कहा जाता है। यह क्या है और कैसे काम करता है? चलिए जानते है इसके बारें में-
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CPU क्या है ? central processing unit meaning in hindi
यह कंप्यूटर का एक महत्वपूर्ण पार्ट होता है। जो मदर बोर्ड में लगा रहता है, जिसे सीपीयू फैन के नीचे देखा जा सकता है। CPU का पूरा नाम Central Processing Unit होता है। हिंदी में इसे केंद्रीय प्रचालन तंत्र या केंद्रीय प्रसंस्करण इकाई के नाम से जाना जाता है। “यह एक इलेक्ट्रॉनिक माइक्रोचिप होती है, जो प्राप्त आंकड़ों को इनफॉर्मेशन में बदल कर प्रोसेस करता है।
इसका मुख्य कार्य कंप्यूटर से जुड़े विभिन्न उपकरणों को नियंत्रित करना, प्राप्त सूचनाओं का विश्लेषण करना, सारे कार्यो को नियंत्रित करना होता है। दिखने में यह एक चौकोर आकार की चिप होती है, जो मुख्यत: हजारों ट्रांजिस्टर की पतली परत से मिलकर बनी होती है।
यही ट्रांजिस्टर पेरीफेरल डिवाइस जैसे की बोर्ड, माउस आदि से इनपुट प्राप्त करने में मदद करता है। साथ ही प्रोसेस होने के बाद आउटपुट प्रदान करता है”। अत: सभी कार्यों में इसका एक महत्वपूर्ण स्थान होने के कारण इसे कंप्यूटर का दिमाग कहा जाता है।
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जिस प्रकार मनुष्य में दिमाग होता है, जिसकी वजह से वह कोई भी कार्य करने में सक्षम होता है, ठीक उसी प्रकार यह कंप्यूटर का दिमाग होता है, जो किसी भी प्रकार का विश्लेषण एंव कार्य करने में सक्षम होता है। यह एक इंसानी दिमाग की तरह होता है, जिस तरह दिमाग के बिना कुछ नही किया जा सकता, उसी प्रकार कंप्यूटर का कोई भी भाग सीपीयू के बिना कार्य नही कर सकता।
इसे हम एक उदाहरण से समझते है, जिस प्रकार जब हमें कोई कार्य करना होता है तो हम पहले अपने दिमाग में सोचते है और फिर दिमाग हमारे हाथ पैरो को आदेश देता है कि उठो और वो काम करो। फिर हम उस काम को पूरा कर लेते है।
ठीक उसी प्रकार जब हम की बोर्ड या माउस के माध्यम से कंप्यूटर को कोई आदेश देते है तो वो आदेश उसके दिमाग यानि CPU तक चला जाता है, और आदेश प्राप्त करके वो उस आदेश को समझता है और फिर उसी के अनुसार प्रोसेस करता है और हमें आउटपुट प्रदान करता है। साथ ही कंप्यूटर के सभी भिन्न पार्ट्स के साथ सामंजस्य बनाता है और कार्यो को पूर्ण करता है।
जिस तरह हम मनुष्यों के दिमाग की क्षमता भिन्न होती है, ठीक उसी प्रकार सीपीयू की क्षमता भी भिन्न होती है। जैसे घरो में इस्तेमाल होने वाले सीपीयू कम क्षमता के भी उपयोग में लाये जा सकते है। वही किसी विशेष कार्यो जैसे अंतरिक्ष विज्ञान, राकेट के संचालन में उपयोग होने वाले सीपीयू अत्यधिक शक्तिशाली एंव अधिक क्षमता वाले होने चाहिए।
इस प्रकार इन दोनों प्रकार के सीपीयू में ज़मीन आसमान का अंतर होता है। कंप्यूटर का संपूर्ण कार्य उसके सीपीयू पर निर्भर करता है, जितना ताकतवर सीपीयू होगा उतना ही अधिक अच्छा, और जल्द वो कार्य कर पायेगा।
सीपीयू के भाग (Part of CPU)
इसके तीन भाग होते है, जिनकी मदद से यह सुचारु रुप से कार्य कर पाता है। जिनके नाम नीचे दिये जा रहे हैं।
ALU (Arithmetic Logic Unit)
ALU का पूरा नाम Arithmetic Logic Unit होता हैं, हिंदी में इसे अंक गणितीय एंव तार्किक इकाई कहते है। यह सीपीयू का मुख्य भाग होता है, इसके दो मुख्य कार्य है, पहला गणितीय गणना जैसे जोड़ना, घटाना, गुणा भाग तार्किक, विश्लेषण, तुलनात्मक गणना जैसे (<,> या =), हाँ या ना आदि दूसरा परिणाम देना। ALU, CPU का सबसे पेचीदा और महत्वपूर्ण पार्ट है। हम जब कोई भी आंकड़ों को आउटपुट प्राप्त करने के लिए इनपुट करते है तो यह प्रोसेस होता है।
इसे एक उदाहरण से समझते है, माना किसी दो संख्या को हमें जोड़ना है इसके लिए हम दो संख्या को इनपुट करते है जैसे ही कीबोर्ड में दो संख्या इंटर होती है, यह इसे बाइनरी यानी शून्य (0) या एक (1) में तब्दील करता है और यह ALU में डाटा भेजता है। जहाँ प्रोसेस होने के बाद आउटपुट में शो कर देता है। यह प्रक्रिया इतनी तेजी से होती है कि हमे पता भी नही चलता और हमे आउटपुट प्राप्त हो जाता है इसे Core of the CPU भी कहा जाता है।
क्योंकि एक कंप्यूटर कितनी तेजी से एक प्रक्रिया को पूरा करेगा यह CPU core पर ही निर्भर करता है। अक्सर हम प्रोसेसर के बारे में सुनते है कि कंप्यूटर का प्रोसेसर कितना है? इसका मतलब प्रोसेसर यानी CPU सिंगल कोर का है या फिर dual कोर का, यहाँ कोर का तलब ALU से होता है।
मेमोरी यूनिट (Memory Unit)
मेमोरी यूनिट CPU की टेम्पररी स्टोरेज होती है, जहां प्रोसेसिंग के लिए आये आंकड़ों या निर्देशो को स्टोर किया जाता है। यहाँ यह bits के रुप में स्टोर होता है, यहाँ रखे आंकड़ों को कंट्रोल यूनिट प्रोसेसिंग के लिए ALU तक ले जाता है। यह मेमोरी एक कंप्यूटर मेमोरी नही होती है, बल्कि इसे CPU की लोकल स्टोरेज कहा जाता है, जो प्रोसेस किये जा रहे आंकड़ों को स्टोर करती है।
नियंत्रण इकाई (Control Unit)
कंट्रोल यूनिट जिसे CU भी बोला जाता है। कंप्यूटर की हर एक यूनिट को कंट्रोल करने के कारण इसे कंप्यूटर का मैनेजर भी कहा जा सकता है। इसका मुख्य कार्य प्राप्त आंकड़ों को सिग्नल सीरिज़ में बदलना होता है, साथ ही यह प्राप्त इनपुट, आउटपुट एंव प्रोसेसर में सामंजस्य बैठता है और कंट्रोल यूनिट, मेमोरी, ALU एंव इनपुट आउटपुट डिवाइस से निर्देश प्राप्त करता है और उसे डिकोड करके प्रोसेसर को भेज देता है। साधारण भाषा में यह प्राप्त इनपुट या निर्देशों को कंप्यूटर की दूसरी यूनिट तक पहुँचाने का कार्य करता है।
CPU Cores क्या होते है (What is CPU Cores?)
सीपीयू कंप्यूटर की बेहतर कार्य विधि के लिए भी जिम्मेदार होता है। क्योंकि एक कंप्यूटर की क्षमता पूरी तरह से CPU पर निर्भर करती है। CPU को Processor या Microprocessorजैसे नामों से जाना जाता है। यह प्रोसेसर कई प्रकार के होते है। हमें अधिकतर सुनने में आता है Dual core, Core 2 Dual या Quard-core आदि यह सभी CPU के विभिन्न वर्जन है। जो निम्न प्रकार है –
सिंगल कोर सीपीयू (Single Core CPU)
इस प्रकार के एक समय मे सिर्फ सिंगल प्रोसेस को निष्पादित कर पाते है। इस प्रकार के सीपीयू में हम एक से अधिक प्रोग्राम या एप्लीकेशन का उपयोग नहीं कर सकते, साथ ही यह प्रोसेस करने में अधिक समय लेते है।
ड्यूल कोर सीपीयू (Dual Core CPU)
जैसा की नाम से ही पता चलता है। इस प्रकार के सीपीयू में दो कोर पाए जाते है, यह सिंगल कोर सीपीयू की अपेक्षा एक से अधिक कार्यो को कर सकता है। इनकी स्पीड भी सिंगल कोर से अधिक होती है।
क्वार्ड कोर सीपीयू (Quard Core CPU)
इस प्रकार के सीपीयू में चार कोर पाए जाते है। इसका मतलब यह ऊपर बताये गए पहले दो की अपेक्षा में अधिक तीव्र होता है। इस प्रकार के सीपीयू आजकल मल्टी टॉस्किंग के लिए बहुत ही उपयोगी सिद्ध हो रहे है। इसमें एक खास तरह का कोड होता है जिसे SMT Code (Simultaneous Multi-Threading) के नाम से जाना जाता है। जो बहुत ही तेज होते है।
हेक्सा कोर सीपीयू (Hexa Core CPU)
अब तक आप समझ गए होंगे, हम कितने कोर प्रोसेसर की बात कर रहे हैं? जी हाँ छह जिस सीपीयू में छह प्रोसेसर होते है, उसे हेक्सा-कोर प्रोसेसर कहते है। इंटेल आई 5 एंव 7 इसी श्रेणी में आते है।
ओक्टा कोर प्रोसेस (Octa Core Processor)
इस प्रकार के सीपीयू में आठ प्रोसेसर होते है इंटेल आई (i)- 7, 9th जनरेशन का प्रोसेसर इसी श्रेणी में आता है।
कोर श्रेणी Core Class (13,15,17,19)
इंटेल ने 2008 में कोर प्रोसेसर की आई (i) सीरीज़ लांच की थी। इसकी शुरुआत ने पहले उपयोग होने वाले ड़यूल कोर एंव अन्य की जगह ले ली।
आई-3 (Core – I3)
इंटेल द्वारा नार्मल उपयोग एंव सामान्य बजट में डिज़ाइन किया गया था। इसमे 4 कोर एंव 4 थ्रेड होते है।
आई 5 (Core-I5)
इंटेल द्वारा हैवी कामो को ध्यान में रखते हुए इसे डिज़ाइन किया गया था। इसमें 6 कोर एंव 6 थ्रेड होते है।
आई-7 (Core-I7)
यह कोर आई 5 की तरह ही होता है लेकिन इसमें 6 कोर एंव 12 थ्रेड होने के कारण यह हैवी वर्क एंव मल्टीटास्किंग में काफी बेहतरीन होता है। इसका उपयोग बहुत ही आसान है। यह एक अच्छा चुनाव हो सकता है।
आई-9 (Core-I9)
इंटेल द्वारा अभी हाल ही में इसे लांच किया हुआ है। इसमे 10 कोर एंव 20 थ्रेड होने के कारण इसकी यह खूबी इसे सबसे अलग करती है इसे चलाना आसान एंव तेज बना दिया गया है।
सीपीयू कैसे काम करता है (How Does A CPU Work?)
अब हम बात करेंगे कि यह कैसे काम करता है। इसके कुछ बेसिक फंक्शन है। जिस के अनुसार यह कार्य करता है। CPU अपना कार्य तीन सहायक उपकरणों की सहायता से पूरा करता है। जिनके नाम नीचे दिए जा रहे हैं –
फेच (Fetch)
इसके द्वारा आंकड़ों या निर्देशों को प्राप्त किया जाता है। इसके माध्यम से ही आंकड़ों को RAM से CPU तक पहुँचाया जाता है और स्टोर किया जाता है।
डिकोड (Decode)
निर्देश या आंकड़ों को Fetch और स्टोर होने के बाद सीपीयू इसे इंस्ट्रक्शन डिकोडर में भेज देता है। जहाँ निर्देशों को यह सिग्नल में बदलकर अब यह यहाँ आगे के प्रोसेस के लिए तैयार रहता है।
एक्सीक्यूट (Execute)
दोनों प्रोसेस होने के बाद अब यहाँ आखिर का स्टेप होता है। जिसमें डिकोडेड निर्देशों को सीपीयू के उपयुक्त भाग में प्रोसेस के लिए भेज दिया जाता है। यहाँ प्रोसेस होने के बाद आउटपुट प्राप्त हो जाता है।
Reference
सेंट्रल प्रोसेसिंग यूनिट, विकिपीडिया