माँ बगलामुखी चालीसा पाठ करने की विधि और पाठ से लाभ । Baglamukhi Chalisa
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श्री बगलामुखी माता चालीसा पाठ के लाभ | Baglamukhi Mata chalisa paath ke Labh | श्री बगलामुखी माता चालीसा पाठ करने के फायदे
श्री बगलामुखी महा दश विद्या की देवी है । श्री बगलामुखी माता को शत्रु नाशनी के रूप में जाना जाता है।
श्री बगलामुखी की उपासना एवं साधना से जीवन के सभी नकारात्मक ऊर्जाओं का शमन होता है, जीवन के दुश्कर कष्टों का अंत होता है।
श्री बगलामुखी की साधना स्वयं में एक कठीन विधा है, इसके लिए कठिन स्त्रोत, मंत्र एवं दीक्षा का विधान है जो साधारण व्यक्तियों द्वारा नहीं किया जा सकता है।
इसका सबसे सरल उपाय श्रीबगलामुखी चालीसा का पाठ करना है। श्री बगलामुखी चालीसा का पाठ कोई भी व्यक्ति आसानी से कर सकता है।
श्री बगलामुखी चालीसा का पाठ करने के पूर्व मॉं का षोडशोपचार पूजा करना चाहिए । मां के पूजा में पीले रंग का विशेष महत्व है इसलिए पीले आसान में बैठकर पीले वस्त्र धारण कर पीले फूलों से पूजा करना चाहिए और पीले फल या मिष्ठान का भोग लगाना चाहिए।
श्री बगलामुखी चालीसा के पाठ करने से ऐसे सारी बाधाएं दूर हो जाती हैं, जिसे और किसी अन्य उपाय से दूर नहीं किया जा सकता । कोर्ट-कचहरी के मामले में अपनी जीत सुनिश्चित करने के लिए माता बगलामुखी के शरण में जाना अति उत्तम होता है।
माता को मानसिक आव्हान कर श्री बगलामुखी चालीसा का पाठ करना चाहिए । अकालमृत्यु के भय होने पर माता की कृपा परम दिव्य होती है इसलिए असाध्य रोगों से ग्रस्त रोगियों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना से उनके परिजनों द्वारा श्रीबगलामुखी चालीसा का पाठ किया जाना चाहिए।
जीवन के कठीन से कठीन चुनौतियों से उबरने के लिए मॉं के शरणागत होकर श्री बगलामुखी चालीसा का पाठ करना चाहिए।
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